ईरान में मुल्लों का 'तख़्तापलट' !
ईरान की जनता सड़कों पर है और सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन देखकर लग रहा है कि यदि हालात नहीं संभले तो ईरान की हुकूमत एक बड़ी परेशानी में पड़ने वाली है.
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इन दिनों देश दुनिया में लोग किसी न किसी बात से अपनी सरकारों से खफा हैं और किसी न किसी बात को लेकर अपने-अपने तरीकों से विरोध दर्ज कर रहे हैं. ताजा मामला मुस्लिम राष्ट्र ईरान का है. ईरान के लोगों की सड़कों पर आने की वजह बढ़ी हुई कीमतें थीं. फिर मुद्दा बदल गया, अब लोग मौलवियों के शासन के ख़िलाफ़ सड़कों पर अपना विरोध दर्ज कर रहे हैं. 2009 के बाद ये पहला मौका है जब मुस्लिम राष्ट्र ईरान में इस तरह का प्रदर्शन देखने को मिल रहा है. 2009 में विवादित चुनावों के मद्देनजर लोग सड़कों पर एकजुट हुए थे.
यदि ईरान ने अपने लोगों की बात नहीं मानी तो भविष्य में स्थिति गंभीर होगी
बताया जा रहा है कि राजधानी तेहरान में विरोध प्रदर्शन कर रहे कुछ लोगों को पुलिस द्वारा हिरासत में भी लिया गया है. साथ ही सरकार का ये भी फरमान है कि किसी भी स्थान पर लोग एकजुट न हों. सरकार के इस फैसले पर भी लोगों ने रोष प्रकट किया है और इस बात के खिलाफ भी सोशल मीडिया पर प्रदर्शन के लिए जमा होने की अपीलें की जा रही हैं.
तो आखिर इस प्रदर्शन की वजह क्या है
ईरान के लोग कट्टर इस्लामिक शासन के तौर-तरीकों से त्रस्त हैं. वो उस आजादी और खुलेपन की मांग कर रहे हैं जो शाह ईरान के समय में देश की जनता को हासिल थी. इसके अलावा स्थानीय नागरिकों का ये भी मानना है कि जिस सरकार को अपने आंतरिक मसलों पर ध्यान देना चाहिए वो सीरिया, लेबनान आदि देशों के चरमपंथी गुटों को समर्थन देने की नीति पर काम कर रही है. ये सरासर गलत है.
राजधानी तेहरान समेत अन्य शहरों की सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे लोग ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता सैयद अली खामनायी समेत अन्य मौलानाओं और मौलवियों की नीतियों के खिलाफ हैं और मांग कर रहे हैं कि उन्हें कट्टरपंथ से आजादी मिले ताकि वो खुल के अपनी जिंदगी जी सकें.
And right now every Iranian out there protesting in the streets is fighting for those victims like Neda Agha Soltan #Iran #IranianProtests #Iranprotests https://t.co/sZqGYZaM6G
— Kayla Martz (@Kayluvsredwings) December 30, 2017
#Iran regime apologists claim #IranProtests only for economic reasons so they can blame US, outside powers & renew push to remove sanctions
— Mariam Memarsadeghi (@memarsadeghi) December 30, 2017
We stand with all Iranian people against Khamenie. Stay strong and get them out. #IranianProtests #Iran #IranProtest
— نواف (@nawafharb) December 30, 2017
Now is the time for the West and nations of democracy to stand up with the people of #Iran, demanding their basic human rights & to be unshackled from this tyrannical Islamic regime! #IranProtests @UN @UN_HRC @FedericaMog @francediplo_EN @GermanyDiplo @foreignoffice @KenRoth https://t.co/aHlwryg83E
— Arsen Ostrovsky (@Ostrov_A) December 30, 2017
#Iran - Regime Change Agents Hijack Economic ProtestsYesterday and today saw some small protests in Iran. They R probably 1st stage of a large "regime change" operation run by the US & Israel with the help of Iranian terrorist group (MKO)https://t.co/gN8yBQPMGj#IranProtests
— mehrzad (@mehrza) December 30, 2017
Angry ppl tear down government poster in Tehran. Anti-regime rallies have reached #Iran capital on Day 3 of #IranProtests. This despite heavy police presence & a counter-rally by the government. Overwhelming desire for regime change. via MEK activist network #FreeIran #No2Rouhani pic.twitter.com/cMvogfB7Kc
— M. Hanif Jazayeri (@HanifJazayeri) December 30, 2017
Throughout his presidency Rouhani attempted to toe the line to keep both sides content, but there is a chance he may lose reformists and moderate conservatives. Of course, we have yet to hear from the Supreme Leader, the grand arbiter 3/3 #Iran #IranianProtests
— Reza H. Akbari (@rezahakbari) December 30, 2017
We may find, in the very near future, some Middle East countries ditching Islamic dictatorships as some European countries become them#Iran pic.twitter.com/OdLRrK8AY9
— Jonathan Nicholas (@JonathanNichol4) December 30, 2017
For the #people of #Iran, we stand by you! It’s time for Iranian government to bow to the will of its people! Let your people live in freedom! No more oppression! #IranianProtests https://t.co/eGiTTsufix
— Tony Gonzalez (@tonygonzalez801) December 30, 2017
#Iran Supporters of the Iranian Resistance staged a rally in front of the #Iranian embassy in #Paris in solidarity with Iranian people’s uprising and demonstrations. #FreeIran #Iranprotests #RegimeChange IranOpposition pic.twitter.com/N8i6WotJAm
— kambiz mahmoudpour (@boghche) December 30, 2017
#Mashhad #Iranprotests against poverty, unemployment & injustice Iranians wanna overthrow the regime #iran #مظاهرات_ايران #طهران #Tahran pic.twitter.com/JHfpCJgxIb
— The Red Tide (@aaasss11739) December 30, 2017
#Iranprotests nostalgia for pre-revolution days #Hashtgerd chants: "Rest in peace Reza Shah (Pahlavi)#Iran #اعتراض_سراسری pic.twitter.com/l0nbGqRxur
— Farnaz Fassihi (@farnazfassihi) December 30, 2017
Khamenei’s corrupt and faltering dictatorship will be definitely defeated in the face of our people’s national solidarity and resistance and their continued rightful protests#Iran#تظاهرات_سراسری #Iranprotests#قیام_سراسری
— Maryam Rajavi (@Maryam_Rajavi) December 30, 2017
These women are braver than any feminist here in the United States.
This is true feminism.
So awesome.#Iran pic.twitter.com/Nenqp7HZpW
— The Columbia Bugle ???????? (@ColumbiaBugle) December 30, 2017
The winds of change are coming to #Iran Freedom is a powerful thing.
President Trump Warns the Brutal Iranian Regime: The World Is Watching#FreeIran
https://t.co/ETuzRJpqs1 pic.twitter.com/V3Jki1rR4v
— Carrie❤️America???????? (@carrieksada) December 30, 2017
#Iran regime formula of crackdown harsh until next time protests erupts may have run its course. People more fearless & anti-regime this time.#Iranprotests #Iran
— Farnaz Fassihi (@farnazfassihi) December 29, 2017
गौरतलब है कि ईरान के अलग- अलग हिस्सों में हो रहे इन विरोध प्रदर्शनों में महिलाएं भी खुलकर भाग ले रही हैं. ट्विटर पर कई ऐसे वीडियो दिख रहे हैं जिसमें ईरान की महिलाएं अपना हिजाब उतार कर अपना विरोध दर्ज कर रही हैं और मौजूद सुरक्षा कर्मियों को आड़े हाथों ले रही हैं. ध्यान रहे की अब तक ईरान में हिजाब न पहनने वाली महिलाओं को सरकार द्वारा दंडित किया जाता रहा है.
ईरान में हो रहे इन विरोध प्रदर्शनों को अपना समर्थन देते हुए अमेरिका ने ईरान की मौजूदा हुकूमत की कड़े शब्दों में निंदा की है. व्हाइट हाउस ने अपने एक बयान में इस बात की ओर साफ तौर से इशारा किया है कि ईरानी नागरिक भ्रष्ट शासन और आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए देश के पैसे का इस्तेमाल होने से आजिज आ गए हैं.
आपको बताते चलें कि प्रदर्शनकारी 'हिजबुल्लाह को मौत', 'सैयद अली खामनायी शर्म करो, हमारा देश छोड़कर जाओ', 'हम एक इस्लामी गणतंत्र नहीं चाहते', 'युवा बेरोजगार हैं और मुल्लाओं के पास सभी पद हैं' जैसे नारे लगा रहे हैं. लोगों को इस तरह नारे लगाते देखकर एक बात तो साफ है कि यदि वक़्त रहते ईरान की हुकूमत ने इसे गंभीरता से नहीं लिया तो फिर आने वाले वक़्त में इसे संभालना लगभग नामुमकिन हो जाएगा.
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