पुरुषों को बीच में लाए बिना ब्रेस्ट कैंसर की बात नहीं हो सकती ?
अपनी क्रिएटिविटी पर भरोसा न करने वाले कुछ क्रिएटिव लोग अपने वीडियो में सनी लियोन या फिर पूनम पांडे को जरूर रख लेते हैं, जो इनके लिए लकी चार्म का काम करती हैं.
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सनी लियोन का विज्ञापन आया है, ब्रेस्ट के बारे में..और देखा जाए तो यही दुर्भाग्य भी है. ये ब्रेस्ट नहीं ब्रेस्ट केंसर के बारे में बात कर रही हैं. पर जहां सनी हों, वहां किसी भी गंभीर मुद्दे की ऐसी-तैसी हो जाती है और रह जाता है तो सिर्फ सेक्स.
वैसे बड़ा अच्छा तरीका है अवेयरनेस फैलाने का, वीडियो बनाओ और उसे सोशल मीडिया पर डाल दो. पर हां, अपनी क्रिएटिविटी पर भरोसा न करने वाले कुछ क्रिएटिव लोग वीडियो में सनी लियोन या फिर पूनम पांडे को जरूर रख लेते हैं जो इनके लिए लकी चार्म साबित होती हैं, क्योंकि इन्हीं की बदौलत तो वीडियो पर लाइक्स और व्यूज बढ़ेंगे.
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बहरहाल, अब मुद्दे की बात. अक्टूबर चल रहा है जो ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस मंथ है. 'डिटेक्ट टू डिफीट' नाम के सोशल मीडिया कैंपेन ने हाल ही में कुछ वीडियो मार्केट में उतारे हैं, जिनमें जानी मानी महिलाएं ब्रेस्ट कैंसर पर महिलाओं को जागरुक करती नजर आ रही हैं. बड़ी अच्छी बात है कि महिलाएं महिलाओं को बता रही हैं कि 'भारत में ब्रेस्ट कैंसर के 60% मामले तीसरी और चौथी स्टेज में पता चलते हैं, इसलिए दो मिनट का टेस्ट करने के लिए समय निकालो.'
लेकिन इस कैंपेन के कुछ वीडियो ऐसे हैं जो अवेयरनेस कम और पब्लिसिटी ज्यादा करते दिख रहे हैं. पूनम पांडे मैच देखते-देखते अपने कपड़े उतार रही हैं, और सनी लियोन कह रही हैं कि 'अगर हम महिलाएं अपने ब्रेस्ट पर उतना ध्यान दें जितना कि पुरुष देते हैं, तो ब्रेस्ट कैंसर के मामले आधे रह जाएंगे.' वीडियो की शुरुआत में तमाम पुरुषों को इस तरह दिखाया गया है जैसे कि उनके पास महिलाओं के ब्रेस्ट देखने के अलावा और कोई काम ही न हो. एक नहीं कई वीडियो हैं इसी तरह के जिसमें पुरुषों की नजरें महिलाओं के ब्रेस्ट पर फिसलती दिखाई जा रही हैं.
इन वीडियो की पहुंच ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचे उसके लिए ये तरीका बेहद आसान है, कि उसमें सेक्स डाल दो.
यहां पूनम पांडे को देखिए और बताइए कि इन्हें देखकर कितना जागरुक हो गईं महिलाएं?
इस कैंपेन में और भी बड़े चेहरे हैं, जैसे- शायना एन सी, तापसी पन्नू, दिव्यांका त्रिपाठी, सुनिधी चौहान, गैरव गेरा, जिन्होंने अपनी बात सलीके से कही और समझाई है. लेकिन वही बात है न, जहां सनी और पूनम पांडे हों वहां इन्हें कौन देखेगा. लेकिन ये भी सच है कि ब्रेस्ट कैंसर जैसे गंभीर मामले में इस तरह के भद्दे प्रचार उस कॉज की गंभीरता को ही खत्म कर देते हैं. वैसे भी सनी लियोन को देखकर तो पुरुष ही आकर्षित होंगे, महिलाएं नहीं.
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इससे पहले भी 'नो स्मोकिंग' जैसे गंभीर मामले पर इन्होंने सनी लियोन को ही चुना था. उसमें भी गंभीरता कम सनी की सिजलिंग ज्यादा थी. और हां, एक बात और तुम्हारा तो नाम इस ब्रेस्ट केंसर अवेयरनेस प्रोग्राम के साथ सूट नहीं करता..'और दिखाओ'.. क्या दिखाओ बे ??
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