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Updated: 13 मई, 2017 02:39 PM
पारुल चंद्रा
पारुल चंद्रा
  @parulchandraa
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पिछले कई दिनों से लोगों की रसोई में खलबली सी मची हुई है. अभी तक चाइना के प्लास्टिक के चावल डरा रहे थे, पर अब जब से इंटरनेट पर आर्टीफीशियल पत्तागोभी के वीडियो वायरल हुए हैं, तब से महिलाएं घर पर पत्ता गोभी बनाएं तो पहले गैस पर रखकर चैक करने लगी हैं कि कहीं प्लास्टिक की तो नहीं है.

असल में, अंबाला और हरियाणा से आए वीडियो जो सोशल मीडिया पर वायरल हैं उनमें दावा किया जा रहा है कि चाइना की पत्ता गोभी का पत्ता जलाने पर भी आग नहीं पकड़ता और प्लास्टिक की तरह खिंचने लगता है.

इस तरह के तमाम वीडियो इस वक्त सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. सोशल मीडिया हो या फिर न्यूज़ चैनल हर कोई चाइना की प्लास्टिक वाली गोभी के वीडियो दिखाकर डराने में लगा है. कहा जा रहा है कि चाइना प्लास्टिक की गोभी बना रहा है जो अब भारत में भी मिलने लग गई है. और हमारे किचन तक पहुंच रही है. इसे 'आपके किचन में चीन की साजिश' का नाम दिया जा रहा है.

plastic cabbage, chinaमिडिया कुछ इस तरह दिखा रहा है इन खबरों को

लेकिन इस गोभी पर मचे कोहराम को अब विराम देने का वक्त आ गया है. अब सबको जान ही लेनी चाहिए चाइना का इस प्लास्टिक की गोभी की कहानी.  

पानी में हरे रंग का तरल पदार्थ डालकर पत्तागोभी बनाए जाने वाले वीडियो असल में वैक्स फूड रैप्लिका (मोम के बने खाद्य नमूने) बनाए जाने के हैं, जो जापान में रेस्त्रां के बाहर सजाए जाते हैं. यूट्यूब पर ये वीडियो करीब दो सालों से हैं और उसमें SBS(Seoul Broadcasting System) लोगों के साथ कोरियन सबटाइटल हैं. ये जापान में बनाए जाते हैं और बदनाम हो रहा है चीन.

वेबसाइट kotaku.com के मुताबिक इन असली दिखने वाले नकली खाद्य पदार्थों को 'शोकुहिन सैंपल'(shokuhin sample) कहा जाता है. ये सैंपल केवल शो पीस के तौर पर इस्तेमाल किए जाते हैं, खाने के लिए नहीं.

japan artificial foodदेखने में ये एकदम असली लगते हैं

जापानी रेस्त्रां के बाहर मेन्यू कार्ड की जगह इन सैंपल्स को रखा जाता है जिससे लोग देख सकें कि वो क्या ऑर्डर कर रहे हैं. इन्हें देखखर कोई नहीं कह सकता कि ये असली नहीं नकली हैं.

japan artificial foodयहां तक कि मछली भी नकली है

देखिए ये वीडियो और सारी कहानी खुद ही समझ लीजिए-

बहुत से रेस्त्रां तो इन मोम के रेप्लिका बनाने वाले कलाकारों के साथ ही काम करते हैं जिससे वो असल में हूबहू वैसा ही रेप्लिका बना सके जो असल में वहां के शेफ बना रहे हैं. ये सैंपल असल खाने से काफी सस्ते होते हैं.

japan artificial foodसिर्फ पके हुए खाने के रेप्लिका नहीं बल्कि कच्ची समग्री के भी रेप्लिक बनाए जाते हैं

चाइना द्वारा बनाई गई प्लास्टिक की गोभी वाली जो अफवाह भारत में इस वक्त आग की तरह फैल रही है वो अमेरिका में कुछ महीनों पहले फैल चुकी थी. तब तथ्यों की जांच करने वाली संस्था snopes ने जापानी वैक्स फूड सैंपल्स पर एक स्टोरी की और इस अफवाह का असली चेहरा सामने लाया.

अब अंबाला या हरियाणा के इन वीडियो की सच्चाई की बात करें तो वीडियो सच्चे हो सकते हैं लेकिन वीडियो में दिखने वाली गोभियां तो ये रेप्लिका ही हैं. और भारत में इन रेप्लिका का आना कोई बड़ी बात तो है नहीं. 

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लेखक

पारुल चंद्रा पारुल चंद्रा @parulchandraa

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं

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