हां तो भइया, सुन लो! पद्मावत देखना अब ब्लू व्हेल गेम का आखिरी चैलेंज है
फिल्म पद्मावत को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा. सोशल मीडिया पर तो लोगों ने ये तक कहना शुरू कर दिया है कि जल्द ही ब्लू व्हेल गेम का आखिरी चैलेंज नजदीकी थियेटर में फिल्म पद्मावत के दो शो देखना होगा.
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एक तरफ व्यक्ति के जीवन में एडवेंचर जरूरी है. दूसरी तरफ इस भागा दौड़ी भरी ज़िन्दगी में इंसान के पास सब कुछ तो है मगर उस "सब कुछ" का लुत्फ़ लेने के लिए टाइम नहीं है. अब आप ही बताइए जो आदमी हरी धनिया और कच्ची घानी सरसों का तेल भी ऑनलाइन लेना पसंद करता है वो एडवेंचर के लिए टाइम क्या खाक निकाल पाएगा? आज का बिजी आदमी तमाम तरह की बीमारियों से ग्रसित है. जिसे जब डॉक्टर देखते हैं तो कहते हैं अगर फिट रहना है तो खेल खेलो. अब ऐसे में, खेल खेलने के लिए भी इंसान को ग्राउंड पर जाना पड़ेगा और वो वहां नहीं जा पाता क्योंकि बात फिर वही आ जाती है उसके पास "सब कुछ" तो है मगर टाइम नहीं है.
इंसान भले ही मां बाप की बात को सिरे से खारिज कर दे मगर डॉक्टर की बात वो नजरअंदाज नहीं कर पाता. वो व्यस्त रहते हुए भी खेल खेलना चाहता है. अब खेल, ग्राउंड पर खेला जाए या मोबाइल पर मुद्दा खेल खेलना है. खेल के चक्कर में कब इंसान के साथ खेल हो जाता है और वो "ब्लू व्हेल" जैसे खेल के चक्कर में पड़ जाता है उसे पता ही नहीं चलता.
सोशल मीडिया पर चर्चा है कि पद्मावत देखना अब ब्लू व्हेल गेम का आखिरी चैलेंज है
खैर ब्लू व्हेल गेम इन दिनों फिर एक बार चर्चा में है. इस गेम के मद्देनजर व्यक्ति को अलग- अलग टास्क करने होते हैं. और गेम की लास्ट स्टेज में उसे जान देकर मुकाबला जीतना और बेवकूफी के अध्याय में बिल्कुल नीट एंड क्लीन सुनहरे अक्षरों में अपना नाम दर्ज कराना होता है. बीते कई दिनों से, सन्नाटे की सनसनी को चीरते हुए ये गेम फिर बाहर आया है और इस बार दुनिया भर के प्रतिभागियों को खेल का आखिरी पड़ाव भारत में रहकर पार करना है. गेम के लास्ट चैलेन्ज के रूप में उन्हें अपनी नजदीकी थियेटर में डायरेक्टर संजय लीला भंसाली निर्देशित पद्मावत का मॉर्निंग और मैटिनै शो देखना होगा.
फिल्म पद्मावत को लेकर बवाल किसी भी सूरत में रुकने का नाम नहीं ले रहा
जी हां बिल्कुल सही सुन रहे हैं आप. सोशल मीडिया जगत में इन दिनों चर्चा है कि गेम के निर्माता फ़िलिप बूडेकी ने फिल्म पर चल रहे विरोध को बड़ी ही गंभीरता से अपने संज्ञान में लिया है. उन्होंने जेल में ही प्रेस कांफ्रेंस की है और आने वाले पत्रकारों को स्नैक्स टाइम" में डिप वाली चाय, ड्राई फ्रूट का समोसा, प्लेन सॉल्टेड चिप्स, डार्क चॉकलेट पेस्ट्री और वनिला आइस क्रीम खिलाने पिलाने के बाद बताया है कि उनका अगला प्लान ये है कि गेम की लास्ट स्टेज के रूप में खिलाड़ी हिंदुस्तान में फिल्म देखें और शहीदों में अपना नाम दर्ज करें.
ये वाकई बड़ा दिलचस्प है कि जिस देश में लोगों को अपनी नौकरी के लिए, अपने अधिकारों के लिए, अपनी शिक्षा के लिए विरोध करना था वो एक मामूली सी फिल्म के कारण सड़कों पर है. नहीं ये बात हम नहीं कह रहे बल्कि ट्विटर यूजर संजय झा कह रहे हैं. हम तो बस उनकी कही बातों को आप तक पहुंचाने का माध्यम हैं.
Inequality rising, jobs vanishing, rural distress alarming, manufacturing slumping, society polarizing, investments slumping, but #BJP obsessed with : #Padmavati.
— Sanjay Jha (@JhaSanjay) January 22, 2018
वहीं ट्विटर यूजर @HumourChirps घूमर गाने में पहनी दीपिका की ड्रेस के पैटर्न को चेंज करने से खासे परेशान दिखे और कहा कि आखिर सेंसर बोर्ड और निर्देशक ऐसा कैसे कर सकते हैं.
I just can't believe they actually did it!!! What the hell is this?!! #Padmaavat #Padmavati pic.twitter.com/nWLyw4fzvJ
— Titir???? (@HumourChirps7) January 19, 2018
वहीं पत्रकार राजदीप सरदेसाई का मानना है कि क्या सरकार फिल्म के मद्देनजर लॉ एंड आर्डर को दुरुस्त नहीं कर सकती ?
After the SC judgement on Padmavati, will four state Govts who banned the film accept they failed the constitution? Can't protect law and order, shouldn't be in office. #Padmavati
— Rajdeep Sardesai (@sardesairajdeep) January 18, 2018
कार्टूनिस्ट मंजुल ने भी इस मुद्दे पर अपना कार्टून बना दिया है. कार्टून थोड़ा सा मुश्किल है, अगर आपको कार्टून देखना आता हो तो आप खुद देखें और हमको भी समझाने की कोशिश करें.
#KarniSena #Padmaavat #Padmavati My syndicated #cartoon pic.twitter.com/GqcZ8wHVCY
— MANJUL (@MANJULtoons) January 21, 2018
ये मामला कितना "सीरियस" और ये फिल्म "समाज के लिए कितना बड़ा खतरा है यदि इस बात को आप समझना चाहते हैं तो आपको श्री राजपूत करणी सेना का ये ट्वीट अवश्य पढ़ना चाहिए ताकि आपको एहसास हो कि अगर अब तक हम इस मुद्दे को हल्के में ले रहे थे तो ये हमारी भारी भूल थी.
अगर #Padmavati मूवी बैंन नहीं हुई केन्द्र सरकार द्वारा तो देश की 500 विधानसभा सीट का अपना असर रखने वाला राजपूत समुदाय जो 7% हैं देश में ज़िसमे से 6% बीजेपी को जाता है , वो पुर्ण बहिष्कार करेगा! बीजेपी को मिलने 31% वोट में 6% राजपूत वोट है#Boycott_Bjp_in_2019
— श्री राजपूत करणी सेना (@ShreeKarniSena) January 19, 2018
हम फिर कह रहे हैं इस फिल्म को देखना किसी खतरे और ब्लू व्हेल गेम की आखिरी स्टेज को पार करने से कम नहीं है. यदि आपको हमारी बात पर यकीन न हो तो आप दीपक सिंह आजाद का ये ट्वीट देख लीजिये. दीपक दर्शकों को खुली चुनौती देते नजर आ रहे हैं.
रानी पद्मावती के सम्मान में।
हर हिंदू मैदान में।
पदमावती मूवी का टिकट लेने से पहले ध्यान रखे #ब्रामण का फरसा #राजपूत की तलवार #जाट का लठ #भील का तीर और #गुर्जर की गोली किसी की इजाजत लेकर नहीं चलती हैजय हिन्दू एकता???????????? #पद्मावत_पर_अब_चलेंगी_तलवारें #Padmavati
— ????????DEEPAK???????? SINGH ???????? AZAAD???????????? (@DPKS511) January 21, 2018
वहीं यूजर नेम पंकज के फिल्म को लेकर अलग तर्क है वो इसे हिन्दू मुसलमान से जोड़ने हुए नजर आ रहे हैं.
जब 25 करोड़ मुसलमानों ने Vishwaroopam movie 2013 में बैन करवाई थी 25 जनवरी 2013 को बैन हो गई थी ? कमाल है एक movie इनपर आती है बैन हो जाती है ???? और हमपर कोई movie आई तो बैन क्यो नही??अगर #Padmavati बैन नही हुई ये ऐसा बैन करेंगे हिंदुस्तान नही पूरी दुनिया देखेगा! जय भवानी!!
— ????राम मंदिर निर्माण???? 2018 (@PankajS03852041) January 22, 2018
अपनी गलत इंग्लिश में यूजरनेम राजपूत वर्ल्ड न्यूज़ ने फिल्म को लेकर आहत राजपूतों को घायल शेर बताया है जो फिल्म देखने आने वाले दर्शकों को चीर फाड़ डालेंगे.
Need Z + Protection for those Theatres which want to show Film 'Padmaavat' as HURT & ANGRY RAJPUTS Are Even More DANGEROUS than hurt & angry Lions! #पद्मावती #जय_सती_माता_पद्मावती #पद्मावत_पर_अब_चलेंगी_तलवारें #Padmavati #JaiSatiMataPadmavati#Padmaavat #TotalBanOnFilmPadmaavat pic.twitter.com/eVPespxRSx
— Rajput World News (@RajputWorldNews) January 22, 2018
इतने ट्वीट, इतने फेसबुक पोस्ट ये बताने के लिए काफी हैं कि अगर आप फिल्म देखने जा रहे है न तो अपने रिस्क और इसे ब्लू व्हेल गेम की आखिरी स्टेज मानते हुए जाइए. अच्छा अब जब आप फिल्म देखने का मन बना ही चुके हैं तो जाने से पहले इंश्योरेंस वाले से अपना इंश्योरेंस कराना मत भूलियेगा. और हां इंश्योरेंस वाले को ये बिल्कुल भी मत बताइयेगा कि आपका मूवी देखने का प्लान है. क्या पता वो इंश्योरेंस करने से ही मना कर दें और लेने के देने पड़ जाएं.
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