फर्जी वोटों के लिए फर्जी उंगलियों का सच जान लीजिए
चुनाव से ठीक पहले नकली अंगुलियों की तस्वीरें वायरल हो रही हैं. क्या सच में चुनाव में फर्जी वोट डालने के लिए फर्जी उंगलियों का इस्तेमाल किया जाता है, सच हैरान करने वाला है.
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ईवीएम हैकिंग से जुड़ी बहस अभी नतीजे पर पहुंची भी नहीं थी कि नकली उंगलियों ने सोशल मीडिया पर कब्जा कर लिया. एक तस्वीर में मेज पर पड़ी कुछ नकली उंगलिया दिखाई दे रही हैं जिसमें दावा किया जा रहा है कि ये उंगलियां चुनावों के लिए बनाई जा रही हैं जिससे लोग नकली फर्जी वोट डाल सकेंगे.
जिन्हें याद नहीं उन्हें ये बता दें कि ये तस्वीर पिछले साल भी चुनावों के दौरान खूब वायरल हुई थी. और अब जब लोकसभा चुनावों में समय बचा ही नहीं है तो ये तस्वीर लोगों में कौतुहल फैलाने के लिए एक बार फिर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है.
ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है
तस्वीर सच्ची है लेकिन इस तस्वीर के साथ लिखी गई बात बिल्कुल गलत है. ये नकली उंगलियां चुनाव में फर्जी वोट डालने के लिए नहीं बनाई गई हैं.
जानिए क्या सच है इन फर्जी उंगलियों की तस्वीर का
सच ये है कि इस तरह बनाई गई नकली उंगलियां भारत से संबंधिंत नहीं हैं. ये तस्वीरें जापान की हैं. 2013 में जापान से एक रिपोर्ट पब्लिश हुई थी जिसमें बताया गया थी कि जापानी प्रोस्थेटिक्स निर्माता यानी कृत्रिम अंग बनाने वाले शिंतारो हयाशी किस तरह जापान के पूर्व गैंगस्टर्स के लिए नकली उंगलियां बनाकर उन्हें बेहतर जीवन जीने में मदद कर रहे हैं. इन गैंगस्टर्स को यकूज़ा कहा जाता है.
ये उंगलियां उन लोगों के लिए बनाई जाती हैं जिनके उंगलियां नहीं होतीं
गंभीर अपराधों का प्रायश्चित करने के लिए यकूजा के सदस्यों को अपनी खुद की उंगलियां काटनी पड़ती थीं. सबसे पहले बाएं हाथ की सबसे छोटी उंगली को काटा जाता था, और अपराध दोहराए जाने पर ये प्रकिया दोहराई जाती थी. जो लोग इस माफिया से बाहर निकल गए उन्हें कटी उंगलियों की वजह से कहीं भी काम मिलने में बहुत मुश्किलें आती थीं. और उन्हीं लोगों की मदद के लिए कृत्रिम अंग बनाने वालों ने ऐसा उंगलियां बनाई थीं.
ये पूरी कहानी यहां देखी जा सकती है-
तो इस वीडियो ने ये साफ कर दिया है कि जो तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं वो यहीं से ली गई हैं. और उसका लोकसभा चुनावों से कोई लेना देना नहीं है. ये सिर्फ भ्रामक जानकारी है जिसे मौका देखकर फैलाया जा रहा है. चुनाव के समय इस तरह की तस्वीरों का सोशल मीडिया पर दिखाई देना स्वाभाविक है. असल में लोगों को अब पता चल गया है कि किस तरह का कंटेट वायरल होता है. यहां भी लोग हैरान हैं और गुस्से में भी हैं इसलिए ये तस्वीर वायरल हो रही है. लेकिन अब सच सामने है.
चुनाव के समय ऐसी तस्वीरों को शेयर करके लोगों को भ्रमित किया जा रहा है
लेकिन एक सच ये भी है जो हैरान करने वाला है
हालांकि आप ये मत सोचिएगा कि इस दिशा में किसी ने सोचा ही नहीं है. भारत में फेक वोट डालने के लिए इस तरह की fake fingers का इस्तेमाल किया जाता है. 2017 में इंडिया टुडे ने एक स्टिंग ऑपरेशन के तहत इस बात का खुलासा किया था कि इन नकली उंगलियों का इस्तेमाल वोटिंग के लिए किया जाता है. और चुनावी मौसम में कृत्रिम अंग बनाने वालों की चांदी हो जाती है. वीडियो में देखिए किस तरह पॉलिटिकल पार्टियां सैकड़ों नकली उंगलियां ऑर्डर पर बनवाती हैं. जो निहायाती खुफिया तरह से बनाई और सप्लाई की जाती हैं.
चुनावों में कैसे उपयोग होती हैं नकली उंगलियां, बता रहा है ये स्टिंग ऑपरेशन
तो देखा आपने माना कि ये तस्वीर जो वायरल की जा रही है वो फेक है लेकिन फेक उंगलियों का सच फेक नहीं है. चुनावों में ऐसा होता है हो सकता है इस बार भी हो. फर्जी वोट डालने के लिए अपनाया गया ये तरीका चुनाव आयोग की आंख में धूल झोंकने वाला तो है. साथ ही ये भी दिखाता है कि किस तरह राजनीतिक पार्टियां जीत हासिल करने के लिए इस तरह के हथकंडे अपनाती हैं. जहां एक एक वोट की कीमती है, जहां कुछ सौ वोटों से हार-जीत का फैसला हो जाता है वहां अगर कुछ सौ वोट इस तरीके से डाल दिए जाएं तो जनता को कितना भारी पड़ेगा.
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