ट्रेन में पति को हार्ट अटैक आने पर CPR देकर उसकी जान बचाने वाली पत्नी 'सावित्री' है
चलती ट्रेन में पति को हार्ट अटैक आया और उसकी तबियत खराब होने लगी. मगर इस पत्नी ने हिम्मत दिखाते हुए सूझ-बूझ से काम लिया और अपने पति के प्राण को यमराज से छीन लाई.
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पति को CPR (मुंह से सांस) देने वाली इस महिला को लोग "सावित्री" कह रहे हैं, क्योंकि यह अपने पति को मौत के मुंह से खींच लाई. चलती ट्रेन में पति को हार्ट अटैक (Heart Attack) आया और उसकी तबियत खराब होने लगी. मगर इस पत्नी ने हिम्मत दिखाते हुए सूझ-बूझ से काम लिया और अपने पति के प्राण को यमराज से छीन लाई.
मथुरा: ट्रेन में पति को आया हार्ट अटैक तो सावित्री बन गई पत्नी। CPR देकर बचाई जान#Mathura pic.twitter.com/QW02nuIq7R
— News24 (@news24tvchannel) October 2, 2022
तबियत बिगड़ने पर सबसे पहले पति को यात्रियों की सहायता से यूपी के मथुरा स्टेशन पर उतारा और RPF को सूचना दे दी. इस बीच यात्री की हालत बिगड़ने लगी. इधर RPF सिपाही अशोक कुमार प्लेटफॉर्म पर पहुंचे. उन्होंने महिला से पति को CPR देने को कहा. पत्नी ने तुरंत पति को सांस देना शुरु किया.
वह कभी कभी को सांस देती तो कभी उसके चेहरे को अपने हाथों से पोछती. मानो उसे पूरा भरोसा था कि उसके पति को कुछ नहीं होगा. वह मन ही मन पति से कर रही हो कि मैं आपको कुछ होने नहीं दूंगी. इसके बाद मानो चमत्कार हो गया क्योंकि पत्नी के 33 सेकंड तक सीपीआर देने के बाद पति की जान में जान आ गई. अगर मौके पर पत्नी ने ऐसा नहीं किया होता तो पति की जान जा सकती थी.
इस वक्त वहां मौजूद सिपाहियों ने भी मानवता दिखाई. वे यात्री के हांथ-पैर मलते रहे और उसके हार्ट को पंप करते दिखे. जिंदगी और मौत के बीच का यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. लोग इस महिला के दिमाग की तारीफ कर रहे हैं.
इस पत्नी ने हिम्मत दिखाते हुए सूझ-बूझ से काम ली और अपने पति के प्राण को यमराज से छीन लाई
सोचिए जिस पत्नी की आंखों के सामने उसके पति को हार्ट अटैक आ जाए, उसकी हालत क्या हो सकती है? ऐसे समय में दिमाग काम करना बंद कर देता है. हाथ-पैर कांपने लगते हैं मगर इस महिला में गजब का साहस है जो पति के सुन्न शरीर को देखकर घऱबाई नहीं औऱ इसे होश में ले आई. हम अक्सर सुनते हैं कि फलाने को अगर मौके पर सीपीआर यानी मुंह से सांस दिया गया होता तो वह आज जिंदा होता. बस यही काम इस महिला ने किया और पति के प्राण बचा लिए.
असल में चेन्नई के रहने वाले 67 साल के केशवन अपनी पत्नी दया के साथ निज़ामुद्दीन तिरुअनंतपुरम सुपरफास्ट एक्सप्रेस में सवार थे. वे दो हफ्ते पहले 80 लोगों के ग्रुप में चार धाम यात्रा पर उत्तराखंड गए थे. अब वे दिल्ली से कोझिकोड जा रहे थे.
फिलहाल उनका इलाज एक प्राइवेट अस्पताल में किया जा रहा है जहां उनकी हालात स्थिर है. सच में पत्नी हो तो ऐसी, जिसने विपत्ति के समय में भी समझदारी से काम लिया और पति के प्राण बचा लिए...
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