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सियासत
| 2-मिनट में पढ़ें
prakash kumar jain
@prakash.jain.5688
उच्च न्यायालय ऐसे कैसे प्रो रेपिस्ट आदेश दे सकती है ?
क्या न्यायाधीश की आस्था 'Marry your Rapist Law' में हैं ? सो जब पीड़िता के वकील ने कहा कि वह मांगलिक नहीं है तो उन्होंने दोनों पक्षों की सहमति से लड़की की कुंडली चेक कराने की ठान ली ताकि आरोपी को उससे शादी करने का आदेश देकर मामले का पटाक्षेप कर दें.
समाज
| 4-मिनट में पढ़ें
prakash kumar jain
@prakash.jain.5688
चट मंगनी पट ब्याह और अब झट तलाक भी...
'सुप्रीम' निर्णय से प्रेरणा पाकर 'चट मंगनी पट ब्याह और अब झट तलाक' शीर्षक तो दे दिया, लेकिन ये 'भानुमती का पिटारा' खोलने जा रहा है. तलाक की कार्यवाही को पूरा होने में जितना समय लगता है, बड़ी संख्या तलाक चाहने वालों की सुप्रीम कोर्ट का रुख जो करेगी...
सोशल मीडिया
| 6-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
तलाक का फोटोशूट अपनी जगह है लेकिन पति की तस्वीर को सैंडल की हील से रौंदना...!
फैशन डिजाइनर और टीवी अभिनेता शालिनी ने एक आश्चर्यजनक Divorce Photoshoot के साथ अपने तलाक की घोषणा की. फोटोशूट में जश्न अपनी जगह है. मगर इंटरनेट पर वायरल इन तस्वीरों में जो शालिनी का अंदाज है बात उसपर जरूर होनी चाहिए.
समाज
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एक अलग नज़रिया
| 4-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
कुछ बहुएं घरवालों के हिसाब से ये गलती करती हैं और उनकी नजरों में बुरी बन जाती हैं
बहू को पता है कि अगर वह घर नहीं संभाल पाई तो उसे ही दोष दिया जाएगा. उसी की गलती निकाली जाएगी. इसलिए वह घरवालों का ख्याल रखने में दिन रात एक कर देती है. वह सबके हां में हां मिलाती है. घर का पूरा का काम करती है. यहां तक की घरवालों के हिसाब से अपना पहनावा, खान-पान, रहन-सहन सब बदल देती है. कुछ घरवाले बहू के इतना करने के बाद भी खुश नहीं रहते हैं.
समाज
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एक अलग नज़रिया
| 4-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
मां की ममता सबको दिखती है पिता का दर्द किसी को महसूस क्यों नहीं होता?
वे लोग झूठे हैं जो यह कहते हैं कि पुरुष रो नहीं सकते, उन्हें दर्द नहीं होता. जबकि सच यह है कि एक पिता का दिल पत्थर का नहीं होता है, वह अपने बच्चों के लिए वह सब करता है जो कर सकता है. वह अपने परिवार को हर खुशी देना चाहता है. इसलिए दिन-रात मेहनत करता है.
समाज
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एक अलग नज़रिया
| 5-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
गृहिणी बनना भी अपनी च्वाइस होती है, जानिए ट्रैड वाइफ पर क्यों छिड़ी है बहस?
हमारे समाज में घर संभालना छोटी बात क्यों मानी जाती है? क्या आपने कभी हाउसवाइफ का इसलिए सम्मान होते देखा है, क्योंकि उसने घर को बड़े ही करीने से संभाला है. लोगों को यह क्यों समझ नहीं आता कि जरूरी नहीं है कि हर महिला को बाहर काम करना ही पसंद हो. घर को मैनेज करना किसी कंपनी को मैनेज करने से आसान काम थोड़ी है.
समाज
| 4-मिनट में पढ़ें
रीवा सिंह
@riwadivya
क्यों समाज महिलाओं को हर समय बेहद खास बनाने पर तुला है?
समाज आज यह बताने में व्यस्त है कि महिलाएं बहुत ख़ास हैं और हमारी लड़ाई ही इसी बात की है कि हमें ख़ास नहीं बनना, सामान्य बनना है. इतना सामान्य कि हम कुछ हासिल कर लें तो मोटिवेशन के नाम पर तालियां न पीटी जाएं. इतना सामान्य कि आप हमारे लिये कुछ करके यह न गाते फिरें कि हमने अपनी बेटी के लिये ऐसा किया. इतना सामान्य कि हम अपने निर्णयों को आख़िरी मानना सीख लें और समाज का मुंह न ताकें जो हमें ट्युटोरियल दे.
समाज
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एक अलग नज़रिया
| बड़ा आर्टिकल
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
सोनाली ने कहा लड़कियां आलसी हैं उन्हें अच्छी नौकरी वाला पति चाहिए, इस बात के कितने मायने हैं?
लड़कियों के दिमाग में भी यही होता है कि जब च्वाइस है तो फिर कंप्रोमाइज क्यों करें? वह भी अपने लिए कंफर्ट का ही चुनाव करती हैं. जब उनके पास ऑप्शन है तो वे शादी के बाद क्यों पूरे खानदान का खाना बनाएं?
समाज
| 5-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
कोरोना के डर के आगे जो गुरुग्राम में महिला ने किया वो आपको हैरान-परेशान कर देगा!
गुरुग्राम की एक महिला ने खुद को और अपने 7 साल के बेटे को 3 सालों तक एक कमरे में बंद रखा. महिला को डर था कि वो और उसका बेटा कोविड 19 की चपेट में आ सकते हैं. साफ़ है कि गुरुग्राम में जो हुआ उसकी वजह डर है. साबित हो गया कि जब व्यक्ति डर की चपेट में आता है तो अपने होशो हवास खो देता है.