दिल्ली में शराब पीने वाली महिलाओं को पोलैंड के नेता की बात चुभ सकती है
इधर दिल्ली की 37 प्रतिशत महिलाएं शराब ज्यादा पीने लगी हैं उधर पोलैंड सत्तारूढ़ दल के नेता जैरोस्लॉ कैजीनिस्की ने कहा है कि युवा महिलाएं अधिक शराब पीती हैं इस वजह से देश में जन्मदर कम हो गया है.
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दिल्ली की 37 प्रतिशत महिलाएं (Women) पिछले तीन सालों यानी कोरोना काल के समय से अधिक शराब (Alcohol) पीने लगी हैं. ऐसा हम नहीं कह रहे हैं बल्कि कम्युनिटी अगेंस्ट ड्रंकन ड्राइविंग (सीएडीपी) का सर्वे कह रहा है. इस सर्वे में दिल्ली एनसीआर की 18 से 60 साल की उम्र की 5000 महिलाएं शामिल थीं.
शराब पीने वाली महिलाओं में से 45 प्रतिशत का कहना है कि उनके अधिक शराब पीन के कारण तनाव है
सर्वे के अनुसार, औसतन भारतीय महिलाएं कमाई का 1% से अधिक शराब पर खर्च कर देती हैं. इतना ही नहीं सेंटर फॉर अल्कोहल स्टडीज के अनुसार अगले 5 सालों में शराब पीने वाली महिलाओं की संख्या में 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो सकती है.
देखिए इस सर्वे में क्या निष्कर्ष निकला-
18-30 साल की 43.7% महिलाओं ने आदत या इच्छा से शराब पी
31-45 साल की 41.7% महिलाओं ने व्यावसायिक जरूरत के रूप में या सामाजिक मानदंडों के कारण शराब पी
60 साल से ऊपर की 53.8% महिलाओं और 46-60 साल की 39.1% महिलाओं ने भावनात्मक कारणों से शराब पी
18-30 साल की 48% महिलाओं ने पिछले महीने में 2-4 बार चार से अधिक शराब पी
18-30 साल की 32.9% महिलाओं ने पिछले महीने में पांच से अधिक मौकों पर शराब पी
18-30 साल की 51.7% महिलाएं कॉकटेल पसंद करती हैं
46-60 साल की 31.2% महिलाओं ने शराब को प्राथमिकता दी
34.4 प्रतिशत महिलाओं ने कहा कि शराब की बढ़ी हुई उपलब्धता के कारण वे पीने लगीं
30.1 प्रतिशत महिलाओं ने कहा कि वे बोरियत के कारण पीने लगीं
महिलाएं क्यों पीने लगीं शराब?
शराब पीने वाली महिलाओं में से 45 प्रतिशत का कहना है कि उनके अधिक शराब पीन का कारण तनाव है. मानो जैसे शराब कोई दवाई है. सभी को पता है कि शराब पीना कितना सेहत के लिए कितना नुकसानदायक है फिर भी लोग पीते हैं. टीवी में शराब पीने को इस तरह पेश किया जाता है कि यह दारु नहीं कोई दवाई है, जिसे पीने वाले को अच्छा महसूस होगा.
कुछ महिलाओं को लगता है कि शराब के बिना कोई पार्टी नहीं की जा सकती है. वे जब भी हाउसपार्टी करती हैं शराब पीती हैं, उनके अनुसार इससे उन्हें शो कॉल्ड किक मिलती है. वैसे भी आजकल अधिकतर जगहों पर शराब की दुकान होती है जहां से बड़ी ही आसानी से शराब खरीदा जा सकता है.
जब शराब पीने की आदत को नॉर्मल मान लिया जाता है तो क्या होता है, आइए पोलैंड की हालत से समझते हैं-
पोलैंड सत्तारूढ़ दल के नेता जैरोस्लॉ कैजीनिस्की ने कहा है युवा महिलाएं अधिक शराब पीती हैं इस वजह से देश में जन्मदर कम हो गया है. इसके बाद से ही पोलैंड में बवाल मचा हुआ है. विपक्षी नेता और हस्तियों ने भले ही इसे बकवास करार दिया है, मगर क्या यह बात गलत है?
असल में कैजीनिस्की ने कहा था कि "25 साल की उम्र तक महिलाएं पुरुषों की तरह अधिक शराब पीती हैं, इस कारण बच्चे पैदा नहीं होते हैं. एक पुरुष को शराबी बनने के लिए 20 साल से अधिक उम्र तक शराब पीनी होती है, मगर महिलाओं के लिए यह समय सिर्फ दो साल का होता है." उन्होंने कहा कि उनका कोई बच्चा नहीं है और दावा किया कि यह जानकारी वे एक डॉक्टर की सलाह पर कह रहे हैं. हालांकि इतना कहने के बाद कैजीनिस्की हर तरफ से सियासी चक्रव्यूह में घिर चुके हैं.
प्रेग्नेंसी में शराब पीने के नुकसान-
पहले भी कई शोध में यह बात साबित हो चुकी है कि प्रेग्नेंसी में शराब पीना खतरनाक होता है. पत्रिका 'द लांसेट' में प्रकाशित एक अध्ययन में यह साबित हो चुकी है कि गर्भावस्था में किसी भी प्रकार की शराब पीना सुरक्षित नहीं है. यह विकसित होते भ्रूण के किसी भी अंग को नुकसान पहुंचा सकता है. इसलिए अगर आप बच्चे को जन्म देना चाहते हैं तो शराब से दूरी बना लें. इसकी थोड़ी सी भी मात्रा बच्चे के मतिष्क, देखने की क्षमता, सुनने की क्षमता, हृदय, रक्त, पाचन और श्वसन प्रणाली को प्रभावित कर सकती है.
127 अध्ययनों के बाद 428 रोगों की पहचान की गई और पाया गया कि ये केंद्रीय तंत्रिका तंत्र (मस्तिष्क), देखने की क्षमता, सुनने की क्षमता, हृदय, रक्त, पाचन और श्वसन प्रणाली समेत शरीर की लगभग हर प्रणाली को प्रभावित कर सकता है. इसलिए डॉक्टर भी प्रेग्नेंसी के समय शराब पीने से मना करते हैं. अब आप महिलाओं के शराब पीने की बात और पौलेंण्ड के नेता कैजीनिस्की से कितना सहमत हैं?
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