बाल यौन शोषण: शैतान और उसकी सोच
यौन दुर्व्यवहार का शिकार होने वाले डरावने सपनों, मतिभ्रम, फ्लैशबैक और लगातार डर की संभावना से ग्रस्त हो जाते हैं.
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हाल ही में मेरी माँ के एक WhatsApp संदेश ने मुझे हैरानी में डाल दिया: "पद्मे, मेरी बात सुनो. अपने विश्वास पर लौटो. जब तक तुम शैतान की फुसफुसाती आवाज सुनती रहोगी तब तक तुम परेशान होती रहोगी. उठो मेरी प्यारी बेटी. ऐसा कोई भी इंसान नहीं है, जिसने निराशा का सामना न किया हो. लेकिन अगर उन्होंने उठकर लड़ना शुरू किया तो भगवान भी उन लोगों के साथ हो जाएगा."
शैतान? तब मुझे एहसास हुआ कि शायद मेरी माँ को सही मायने में यह नहीं पता कि एक बच्चे के रूप में यौन दुर्व्यवहार सहने का क्या मतलब होता है.
आघात के साथ जल्द नकारात्मक अनुभव. मस्तिष्क के विकास और संरचना को भी प्रभावित करता है. मेडिकल स्टडी में बच्चों के रूप में यौन दुर्व्यवहार का शिकार होने वाले लोगों का ब्रेन स्कैन करने पर पता चलता है कि उनका दिमाग काफी कम मात्रा में प्रदर्शन करता है. उदाहरण के लिए ट्रामा सह चुके लोगों में याददाश्त और दिशा बताने के लिए जिम्मेदार हिप्पोकैम्पस की संरचना सामान्य लोगों की तुलना में अलग होती है. मस्तिष्क में औसत दर्जे का प्रीफ्रंटल कॉर्टेक्स, एमिगडाला और अन्य तंत्रिकाएं भी बदल जाती हैं.
बच्चे के बढ़ने के साथ-साथ मस्तिष्क पर दीर्घकालिक प्रभाव दिखता है. निरंतर तनाव की प्रतिक्रिया से पता चलता है: सूजन और उपचार के प्रति मस्तिष्क की प्रतिक्रिया बदल रही है.
अगर बहुत छोटी उम्र में बच्चे के साथ यौन दुर्व्यवहार किया गया था, तो मस्तिष्क में जैविक परिवर्तन और भी गहरा हो जाता है.
यौन दुर्व्यवहार का शिकार होने वाले डरावने सपनों, मतिभ्रम, फ्लैशबैक और लगातार डर की संभावना से ग्रस्त हो जाते हैं. उन्हें बाथरूम और बैडरूम में भी यही डर सताता है. मुझे हमेशा एक घटना याद आती है जब मैं किशोरावस्था की तरफ बढ़ रही थी. तो मुझे अक्सर सपने में वो डरावना बाथरूम दिखाई देता था जहां मेरे साथ दुर्व्यवहार हुआ था.
पीड़ित चिंता से ग्रस्त होकर अवसाद और खुद के प्रति विनाशकारी विचारों से घिर जाता है. उनमें कम आत्मसम्मान होता है. वे यौन शोषण के भौतिक और दैहिक प्रभाव प्रस्तुत करते हैं. उन्हें पुराने दर्द के साथ सीने में तकलीफ, जांघों, कूल्हों और जननांग क्षेत्रों में भी परेशानी महसूस होती है. दूसरों के साथ उनके रिश्तों का तरीका भी तथाकथित सा हो जाता है. वे सतही रिश्तों के निम्न स्तर पर भी किसी तरह का विश्वास नहीं कर सकते. उनका व्यवहार उनके लिए बहुत मुश्किलें पैदा कर देता है जो हर किसी को पसंद नहीं आता. यहां तक लंबे चलने वाले रिश्ते भी सामाजिक रूप से नहीं चल पाते हैं.
क्या उपचार संभव है? बिना किसी संशय के.
लंबे समय से आदी हो चुके नकारात्मक व्यवहार को छोड़ने, फिर से अपना सम्मान करना सीखने और प्यार करने में कई साल लगेंगे.
इस पर काम किए जाने की जरूरत होगी. लेकिन चिकित्सा संभव है और एक मुक्ति प्रक्रिया भी है.
मैं वहां जा चुकी हूं. आप भी कर सकते हैं.
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