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समाज
| बड़ा आर्टिकल
सैयद तौहीद
@8187076694635826
इंटरनेट आज के विद्यार्थी की जरूरत, लेकिन वहां भी जलवा इंटरटेनमेंट मीडिया का है!
इंटरनेट दुनिया के हर कोने में उपयोगी जानकारियां उपलब्ध कराने की क्रांतिकारी तकनीक है. इसके जरिए लोग किसी भी जानकारी को आसानी से प्राप्त कर सकते हैं. उसका आदान-प्रदान कर सकते हैं. यह भी जानना होगा क्यों इंटरनेट का दुरुपयोग हो रहा.
सोशल मीडिया
| 4-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
अच्छा हुआ मां ने आकर क्लियर कर दिया, वरना बच्चे की पेंटिंग ने टीचर को तारे दिखा दिए थे!
एक बच्चे की ड्राइंग ने स्कूल में हड़कंप मचा दिया.आनन फानन में मां बाप को स्कूल बुलाया गया और उन्हें पेंटिंग दिखाई गयी. मां ने पेंटिंग देखि और उल्टा टीचर की ही क्लास लगा दी. आइये जानें कि पेंटिंग में ऐसा क्या था जिसे देखकर टीचर की रूह सिहर उठी.
समाज
| 4-मिनट में पढ़ें
Soha Moitra
गांवों में टीकाकरण की कमान संभाले एनएनएम क्षमता से दोगुना काम कर रहीं हैं!
राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ सर्वेक्षण-5 के आंकड़ों के अनुसार पिछले 5 सालों में देश में बच्चों के टीकाकरण में 14.4% बढ़ोतरी हुई है. लेकिन देश के ग्रामीण क्षेत्रों मे टीकाकरण पहुचाने के हमेशा तत्पर रहने वाली एएनएम की चुनौतियों को नजरंदाज किया जाता रहा है.
ह्यूमर
| 4-मिनट में पढ़ें
सिद्धार्थ अरोड़ा 'सहर'
@siddhartarora2812
और फिर Scroll करते-करते खेल खत्म हो ही गया
बच्चे वही फॉलो करते हैं जो वो आपको करता देखते हैं. अपने बुज़ुर्गों से कुछ सीखिए, बच्चे सीधे से न माने तो उनकी बाह मरोड़ दीजिए, शुरु में कुछ दिन उन्हें दिक्कत होगी लेकिन फिर वो लाइन पर आ जाएंगे. इन सब टॉर्चर से पहले, खुद पर स्ट्रिक्ट होइए, खुद को एडिक्शन से बचाइए.
समाज
|
एक अलग नज़रिया
| 4-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
मां को इन बातों के लिए कभी सॉरी नहीं बोलना चाहिए
मां अपने लिए कुछ करना तो दूर सोचना नहीं जानतीं. उनकी पहचान भी उनके बच्चों के नाम से हो जाती है. कई लोग तो उनका नाम तक नहीं जानते. वे सिर्फ फलाने की बहू, सलाने की पत्नी तो चिंटू की मम्मी कहलाने लगती हैं. ऐसा लगता है कि उनका कोई शौक ही नहीं है.
समाज
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एक अलग नज़रिया
| 2-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
अच्छी शुरुआत! सोशल मीडिया पर बच्चों के अकाउंट खोलने से पहले पेरेंट्स से पूछना होगा
अमेरिकी राज्य यूटा (Utah) में रिपब्लिकन सरकार ने नया नियम लागू किया है कि, जिसके अनुसार अगर बच्चे की उम्र 18 साल से कम है तो उसे सोशल मीडिया इस्तेमाल करने के लिए अपने माता-पिता से अप्रूवल लेना होगा.
समाज
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एक अलग नज़रिया
| 5-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
गृहिणी बनना भी अपनी च्वाइस होती है, जानिए ट्रैड वाइफ पर क्यों छिड़ी है बहस?
हमारे समाज में घर संभालना छोटी बात क्यों मानी जाती है? क्या आपने कभी हाउसवाइफ का इसलिए सम्मान होते देखा है, क्योंकि उसने घर को बड़े ही करीने से संभाला है. लोगों को यह क्यों समझ नहीं आता कि जरूरी नहीं है कि हर महिला को बाहर काम करना ही पसंद हो. घर को मैनेज करना किसी कंपनी को मैनेज करने से आसान काम थोड़ी है.
सिनेमा
| 7-मिनट में पढ़ें
मुकेश कुमार गजेंद्र
@mukesh.k.gajendra
Mrs Chatterjee vs Norway की सच्ची कहानी, जिस पर रानी मुखर्जी की ये फिल्म आधारित है!
रानी मुखर्जी की नई फिल्म 'मिसेज चटर्जी वर्सेस नॉर्वे' रिलीज से पहले सुर्खियों में हैं. इस फिल्म का प्री रिलीज शो देखने वाले लोग जमकर तारीफ कर रहे हैं. इसकी कहानी से लेकर कलाकारों के अभिनय तक को मजबूत पक्ष बताया जा रहा है. ऐसे में बात दें कि इस फिल्म की कहानी एक सच्ची घटना पर आधारित है. इसके केंद्र में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर सागरिका भट्टाचार्य हैं. आइए सागरिका की जिंदगी की कहानी जानते हैं, जो अपने बच्चों के लिए सरकार से लड़ गई थीं.
समाज
| 5-मिनट में पढ़ें
रमेश ठाकुर
@ramesh.thakur.7399
किसी को नहीं है बढ़ती बाल मजदूरी की चिंता...
बाल श्रम रोकने मेें सरकारी व सामाजिक दोनों के प्रयास नाकाफी न रहें, सभी को ईमानदारी से इस दायित्व में आहूति देनी चाहिए. कानूनों की कमी नहीं है, कई कानून सक्रिय हैं. बाल श्रम अधीनियम 1986 के तहत ढाबों, घरों, होटलों में बाल श्रम करवाना दंडनीय अपराध है. बावजूद इसके लोग बाल श्रम को बढ़ावा देते हैं.