Sputnik-V vaccine की कीमत कम हो सकती है, लेकिन भारतीय टीकों के बराबर नहीं!
अभी भारतीय बाजार में Sputnik-V के टीके बड़ी संख्या में उपलब्ध नहीं हो सकेंगे. दरअसल, एक मई को भारत आई स्पूतनिक-V वैक्सीन की पहली खेप में डेढ़ लाख टीके ही भारत में आए थे. भारत में स्पूतनिक-V का निर्माण करने वाली कंपनी डॉ. रेड्डी लेबोरेटरी (Dr. reddy's laboratories) ने मई महीने के अंत तक इसकी 30 लाख टीकों की दूसरी खेप आने की बात कही है.
-
Total Shares
कोरोना महामारी के खिलाफ जारी जंग में भारत को अब एक और वैक्सीन स्पूतनिक-V (Sputnik V) का साथ मिल गया है. संभावना जताई जा रही है कि रूसी वैक्सीन स्पूतनिक-V भी अगले सप्ताह से मार्केट में उपलब्ध हो जाएगी. कोविशील्ड और कोवैक्सीन के साथ स्पूतनिक के बाजार में आने पर टीकाकरण में तेजी आएगी. हालांकि, अभी भारतीय बाजार में Sputnik-V के टीके बड़ी संख्या में उपलब्ध नहीं हो सकेंगे. दरअसल, एक मई को भारत आई स्पूतनिक-V वैक्सीन की पहली खेप में डेढ़ लाख वैक्सीन के टीके ही भारत में आए थे. भारत में स्पूतनिक-V का निर्माण करने वाली कंपनी डॉ. रेड्डी लेबोरेटरी (Dr. reddy's laboratories) ने मई महीने के अंत तक इसकी 30 लाख टीकों की दूसरी खेप आने की बात कही है. आइए जानते हैं इस वैक्सीन की कीमत से लेकर एफिकेसी तक सारी जानकारियां.
क्या होगी Sputnik V वैक्सीन की कीमत?
भारतीय बाजार में उपलब्ध होने वाली स्पूतनिक-V वैक्सीन की कीमत के बारे में कंपनी ने बताया है कि इस वैक्सीन की एक डोज की 948 रुपये में मिलेगी. जिस पर केंद्र सरकार की ओर से लगाया जाने वाला 5 फीसदी जीएसटी भी देना होगा. वैक्सीन की कीमत पर 5 फीसदी जीएसटी 47.40 रुपये होगा. वैक्सीन की कीमत औऱ जीएसटी को मिलाकर स्पूतनिक-V की एक डोज की कीमत 995.40 रुपये होगी. वैक्सीन बाजार में इसी कीमत पर उपलब्ध होगी, लेकिन इसे लगवाने के लिए आपको अस्पतालों या वैक्सीन लगाने वाले सेंटर्स को अलग से रुपये भी देने होंगे. अस्पतालों द्वारा टीका लगाने पर कितने रुपये लिए जाएंगे, यह वैक्सीन की डोज लेने आने वाले लोगों की संख्या के आधार पर तय किया जा सकता है. लेकिन, अस्पताल टीका लगाने के लिए कितने रुपये लेंगे, इसके बारे में जानकारी सामने नहीं आई है.
देश में Sputnik V का उत्पादन शुरू होने के साथ इसकी कीमत घट सकती है.
क्या कम हो सकती है स्पूतनिक-V की कीमत?
भारत में इसे बनाने वाली कंपनी डॉ. रेड्डी लैब का कहना है कि इस वैक्सीन को बनाने के लिए 6 अन्य कंपनियों के साथ बातचीत चल रही है. कंपनी ने संभावना जताई है कि जब स्पूतनिक-V का भारत में उत्पादन शुरू हो जाएगा, तो इस वैक्सीन के दाम कम हो सकते हैं. कंपनी के अनुसार, अभी यह वैक्सीन रूस से ही आएगी, जिसकी वजह से इसकी कीमत में कमी नहीं हो सकती है. हालांकि, देश में Sputnik V का उत्पादन शुरू होने के साथ इसकी कीमत घट सकती है. अभी कोविशील्ड वैक्सीन केंद्र सरकार को 250 रुपये और राज्य सरकारों को 300 रुपये में उपलब्ध हो रही है. वहीं, कोवैक्सीन की बात करें, तो केंद्र सरकार को यह 150 रुपये और राज्य सरकारों को यह टीका 400 रुपये में उपलब्ध हो रही है. कोविशील्ड और कौवैक्सीन के मुकाबले स्पूतनिक-V वैक्सीन की सरकारों के लिए कम हो सकती है. लेकिन, खुले बाजार में उपलब्ध होने पर इसकी कीमत कोविशील्ड और कोवैक्सीन की तुलना में कम होने की संभावना काफी कम नजर आती है. प्राइवेट अस्पतालों में इसके लिए लोगों को और ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ सकते हैं.
अन्य वैक्सीन से अलग है स्पूतनिक-वी?
स्पूतनिक-वी वैक्सीन को तैयार करने में अन्य वैक्सीन की तरह ही SARS-CoV-2 के स्पाइक प्रोटीन के वायरल वेक्टर का इस्तेमाल किया गया है. लेकिन, इसकी दोनों डोज एक-दूसरे से पूरी तरह अलग हैं. इसे बनाने वाले गेमालेया नेशनल रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी का दावा है कि वैक्सीन की दोनों खुराक में अलग-अलग वेक्टर इस्तेमाल किए गए हैं. जिसकी वजह से यह कोरोना वायरस के खिलाफ लंबे समय तक कारगर साबित होती है.
स्पूतनिक-V वैक्सीन भी पूरी तरह से सुरक्षित है और ट्रायल के नतीजों में वैक्सीन 91.6 फीसदी प्रभावी पाई गई है.
कितनी कारगर है Sputnik V?
भारत में कोरोना वायरस के खिलाफ चलाए जा रहे टीकाकरण अभियान में अबी कोवैक्सीन (Covaxin) और कोविशील्ड (Covishield) वैक्सीन इस्तेमाल की जा रही हैं. यह दोनों वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित और कोरोना वायरस पर असरदार हैं. स्पूतनिक-V वैक्सीन भी पूरी तरह से सुरक्षित है और ट्रायल के नतीजों में वैक्सीन 91.6 फीसदी प्रभावी पाई गई है. स्पूतनिक V को लेकर की गई स्टडी में सामने आया है कि वैक्सीन के साइड इफेक्ट ना के बराबर हैं. वैक्सीन लगवाने पर सामान्य बुखार, थकान जैसे आम साइड इफेक्ट ही सामने आए हैं.
भारत में कब से होगी उपलब्ध?
रूसी वैक्सीन स्पूतनिक-V को अप्रैल महीने में भारत में आपात इस्तेमाल को मंजूरी दी गई थी. कसौली स्थित केंद्रीय दवा प्रयोगशाला से इसे 13 मई 2021 को मंजूरी मिली. माना जा रहा है कि भारत में जुलाई के अंत तक देश में निर्मित स्पूतनिक-V वैक्सीन मिलनी शुरू हो जाएगी. इस वैक्सीन का भारत में उत्पादन शुरू होने से इसकी कीमत भी कम होने की संभावना है.
आपकी राय