सरहद के झगड़े में एक हाथी की जान चली गयी, मामला हिंदुस्तान-पाकिस्तान का नहीं है!
केरल-तमिलनाडु बॉर्डर पर एक हाथी की मौत हुई है. वजह सीमा विवाद है. जैसा मामला है कह सकते हैं कि, आज के समय में राजनीति ने इंसानों और जानवरों के बीच के भेद को मिटा दिया है. ये अपने में दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरहद के हवाले से इंसान जानवर बनने पर मजबूर हो गया है.
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केरल-तमिलनाडु बॉर्डर पर एक हाथी की मौत हुई है. यहां तक जानकारी सामान्य है. मगर खून तब खौल उठता है जब पता चलता है कि, यह निरीह हाथी सीमा विवाद के चलते इलाज न मिलने के कारण मरा है. जी हां, सरहद के झगड़े में एक हाथी की जान चली गयी है. और ये सीमा विवाद कोई हिंदुस्तान-पाकिस्तान का मामला नहीं है, लेकिन इस हाथी की जान के लिए इससे कम भी नहीं है.
तमिलनाडु केरल बॉर्डर पर बीमारी के चलते हाथी की मौत एक साथ कई सवालों को जन्म देती है
आइये पहले मामला समझ लेते हैं. तमिलनाडु में एक बहुत खूबसूरत जगह है, नाम है अनैकट्टी. यहां काफी जलाशय है, जिसमें पानी पीने हाथी आया करते थे. यहीं बहने वाली कोदुंगरई नदी में लोगों ने एक नर हाथी को देखा. हालांकि ऐसे दृश्य इस इलाके के लोगों के लिए नए नहीं हैं, लेकिन यह नर हाथी काफी कमजोर नजर आ रहा था.
#TamilNadu Forest Department is getting prepared to treat a sick #elephant that was found near Kodunthurai Pallam, a stream that separates TN and #Kerala forest boundaries near #Anaikatti. Two veterinarians have been tasked to treat the tusker with the help of kumkis. @THChennai pic.twitter.com/fNCXevyMMM
— Wilson Thomas (@wilson__thomas) August 16, 2022
हाथी को बीमार पाकर वन विभाग को सूचना दी गयी. मगर उनके कान पर जूं तक न रेंगी. अधिकारियों की तरफ से कहा गया कि, जिस जगह पर हाथी है वो स्थान तमिलनाडु और केरल की सीमा पर है. अधिकारियों ने न केवल मामले से बचने की कोशिश की बल्कि बार-बार सीमा विवाद का हवाला दियाए और अंततः हाथी को इलाज नहीं मिल सका. आखिर उसकी मौत हो गयी.
हाथी भले ही अब इस दुनिया में नहीं हो. लेकिन अधिकारीयों के तर्क किस हद तक खोखले थे इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सीमा विवाद का बहाना बनाकर वो बार बार यही कह रहे थे कि ;हाथी ज़िंदा है और कई बार उसने बॉर्डर क्रॉस किया है.
An ailing wild elephant, who was suffering from a mouth injury for the last 4 days in Attapadi and Anaikatti areas at the Tamil Nadu-Kerala border, died today afternoon. The elephant was not eating for the past several days. pic.twitter.com/OCEHkKnP1C
— ANI (@ANI) August 16, 2022
भले ही जिला वन अधिकारी ये कहकर मामले से अपना पिंड छुड़ा दिया हो कि दोनों ही राज्यों के वन अधिकारियों ने हाथी की मॉनिटरिंग की थी लेकिनअगर सच में ऐसा कुछ हुआ होता तो आज हाथी ज़िंदा और सलामत होता. हाथी अब इस दुनिया से दूसरी दुनिया में जा चुका है इसलिए ये कहना भी गलत नहीं है कि ये सिर्फ और सिर्फ राजनीति ही है जिसने इंसान और जानवर के बीच के भेद को मिटा दिया है और सरहद के हवाले से इंसान को जानवर बनने पर मजबूर कर मानव और मानवता दोनों को शर्मसार किया है.
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