बालाकोट के पास कोहिस्तान में जहन्नुम की आग तो वैसे भी बरसनी थी
पुलवामा हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने जिस बालाकोट पर बम बरसाए थे, उसी के पास बसे कोहिस्तान में ऐसा जुर्म हुआ जिस पर जहन्नुम की आग यूं भी बरसनी चाहिए थी. सात से चली आ रही ऑनर किलिंग की कहानी यहां अपने सबसे दर्दनाक अंजाम तक पहुंच गई.
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शादी के माहौल में नाचना गाना, हंसी ठिठोली तो होती रहती है. शादी के वीडियो वायरल होना भी बहुत आम है, लेकिन पाकिस्तान में 1 मिनट का एक शादी का वीडियो उसमें दिखाई दे रहे लोगों की मौत का सबब बन गया. शादी की खुशी मना रहे लड़कों और महिलाओं को इस्लामी कट्टरपंथियों ने धर्म के लिए 'अपमानजनक' करार देकर मौत का फरमान सुना दिया. किसी की जिंदगी खत्म करने के लिए धर्म का ऐसे इस्तेमाल का उदाहरण पाकिस्तान में ही मिल सकती है. सिर्फ ताली बजाने और गाना गाने के 'जुर्म' में बालाकोट के नजदीक कोहिस्तान में जिस तरह 5 लड़कियों और 4 लड़कों को मौत के घाट उतारा गया है, वह दुनिया का दिल दहला देने के लिए काफी है.
कोहिस्तान जो कत्लेस्तान बन चुका है
पाकिस्तान के ख़ैबर पख्तू़ख्वा प्रांत के कोहिस्तान की बात है. ये इलाका बालाकोट एयरस्ट्राइक वाली जगह के करीब है. यहां के रहने वाले शख्स Afzal Kohistani को 7 मार्च 2019 को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया गया. अफजल की बीच रास्ते सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई. हत्या की वजह? अफजल 2012 से एक ऐसी लड़ाई लड़ रहा था, जिसमें उसका मुकाबला इस्लामी कट्टरपंथियों और उनका पोषण करने वाली पाकिस्तानी जस्टिस सिस्टम से था. अफजल के भाइयों को भी गैरत के नाम पर कत्ल कर दिया गया था. अफज़ल खैबर पख्तूख्वा के कोहिस्तान का रहने वाला था, लेकिन उसे अपना गांव, घर सब छोड़कर भागना पड़ा क्योंकि उसने जिरगा के खिलाफ आवाज़ उठाई थी. जिरगा पश्तून लोगों की पंचायत जैसा एक संगठन होता है जो धार्मिक तरीके से न्याय करता है.
इस किस्से की शुरुआत होती है 2012 में सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो से. ये वीडियो किसी शादी के समारोह का था जिसमें लड़कियां ताली बजाकर खुश हो रही थीं. वहीं दो लड़के नाच रहे थे. वीडियो को थोड़ा गौर से देखिए-
इस वीडियो की शुरुआत में जो हंसते हुए लोग दिखाए जा रहे हैं उनमें से अधिकतर अब जिंदा नहीं हैं. सभी लड़कियां मारी जा चुकी हैं और लड़के घर से दूर किसी सुरक्षित जगह जाकर छुपे हुए हैं. कई सालों से उन्हें छुपकर रहना पड़ रहा है. लड़के अफजल कोहिस्तान के भाई हैं. अफजल कोहिस्तानी के ये दोनों भाई तो छुप गए, लेकिन गुस्साए गांव वालों और लड़कियों के परिवार ने अफजल के अन्य दो भाइयों को मार डाला और उसके बाद ही अफजल सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गए जहां उन्होंने न्याय की गुहार लगाई.
पाकिस्तान के पाखंड की हालत देखिए. अफजल को सालों तक कोई प्रोटेक्शन नहीं मिला और आखिरकार उन्हें मार ही डाला गया. अफजल की हत्या के लिए उनके भतीजे को हत्या के लिए गिरफ्तार कर लिया. अफजल के परिवार वाले भतीजे को छुड़वाने आ गए. उनका दावा है कि हत्या कोहिस्तान के तीन लोगों ने की थी और अफजल का भतीजा तो बंदूक लेकर उनके पीछे दौड़ा था. पर मामला जो भी हो अब अफजल ने अपनी जिंदगी खो दी है.
वीडियो वाली हर लड़की मारी गई और लड़कों को जिरगा नहीं ढूंढ पाया तो उसके भाइयों को मार डाला गया.
ये वीडियो 2012 में सामने आया था और तब से ही ये लड़ाई जारी थी. तब से ही पाकिस्तान अफजल को सुरक्षा नहीं दे पाया जब्कि अफजल सालों से कह रहे थे कि उनकी जान खतरे में है और लोग उन्हें मार ही डालेंगे. पर आखिर मार ही डाला.
सुबह उठते ही लड़कियों पर डाला जाता था खौलता हुआ पानी और फिर अंगारे
वो वीडियो जिसमें लड़कियां ताली बजा रही हैं उसमें आपको क्या गलत लग रहा है? क्या आपने किसी लड़की को नाचते देखा, क्या किसी लड़की को किसी लड़के के साथ कुछ गलत करते देखा? सभी लड़कियां सिर ढक कर शांति से अपनी खुशी मना रही थीं. सभी लड़कियां अब बेरहमी से कत्ल की जा चुकी हैं. लड़कियों को एक महीने तक कमरे में बंद रखा गया और सुबह उनपर खौलता हुआ पानी डाला जाता, रात होते होते जलते अंगारे उनपर फेंके जाते जिससे उनका शरीर जलाया गया. फिर एक रात दो बजे उन्हें मार डाला गया. उनकी लाश कहां गई, उन्हें इतनी बड़ी सज़ा क्यों मिली ये किसी को नहीं पता.
जिरगा का नियम है कि पहले गुनाह करने वाली लड़कियों को मारा जाता है फिर लड़कों को. जब वो लड़के नहीं मिले तो अफजल के परिवार के अन्य लोगों को मारा गया और उनकी जमीन छीन ली गई, उनका घर भी जला दिया गया. अफजल खुद अपने भाइयों की मौत पर बेहद दुखी थे और तब उन्होंने पाकिस्तान में न्याय का दरवाज़ा खटखटाने की कोशिश की.
एक लड़की बच गई, क्योंकि पति ने कहा दूसरी बीवी मिलेगी, फिर मारूंगा
जब अफजल ने पाकिस्तान की जड़ें तक हिला दीं तब एक जांच कमेटी बैठी, ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट आए और उसी इलाके की छान-बीन की. कई टीमें पाकिस्तान के उस छोटे से इलाके में गईं और उन लड़कियों की खोज बीन की. उनमें से दो लड़कियों को दिखाया गया. एक असली और एक नकली. उस जलसे में शरीक होने वाली सिर्फ एक लड़की जिंदा थी क्योंकि उस लड़की के पति ने कहा था कि मैं अपनी बीवी को तब तक नहीं मारूंगा जब तक मुझे दूसरी बीवी नहीं मिल जाती. ये बात सामने आई VICE Asia की एक डॉक्युमेंट्री में जिसमें इस मामले को लेकर काफी खोज बीन की गई थी.
21 मिनट की ये डॉक्युमेंट्री कुछ चौंकाने वाले मामले सामने लाती है. उस लड़की का भी आगे क्या हुआ ये किसी को नहीं पता है. जिस दूसरी लड़की को जांच टीम के सामने दिखाया गया था वो नकली थी और वीडियो वाली लड़की नहीं थी.
वीडियो में दिखने वाली लड़कियों के अलावा एक 12 साल की बच्ची को भी उसी तरह से मार डाला गया क्योंकि उसने अपनी बहन (वीडियो वाली एक लड़की) से बात कर ली थी.
अफजल का बेटा उनके हर बार घर छोड़ने पर रोता था, अब अपने पिता को कभी नहीं देख पाएगा-
इस डॉक्युमेंट्री में ये भी दिखाया है कि अफजल इस लंबी कानूनी लड़ाई के लिए कितनी मुश्किलें झेल रहा था. उसका बचा हुआ परिवार पहाड़ी के ऊपर बने एक घर में रहता था जिसकी जगह गुप्त रखी गई थी. अफजल का बेटा हर बार रोता था जब उसके पिता घर से जाते थे. अफजल के परिवार में उनकी पत्नी कैमरे के सामने तक नहीं आईं इस डर से कि कहीं उनकी भी मौत ऐसे ही न हो जाए जैसे वीडियो वाली लड़कियों की हुई थी.
अफजल ने लंबी लड़ाई लड़ी, लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला. पाकिस्तान में ऑनर किलिंग कोई नई बात नहीं है. पिछले साल कंदिल बलोच और उसके पिछले साल इटली में रहने वाली पाकिस्तानी महिला समा चीना की कहानी तो अंतरराष्ट्रीय मीडिया में सामने आई, लेकिन एक रिपोर्ट कहती है कि पाकिस्तान में हर साल 1000 से ज्यादा लोगों की ऑनर किलिंग के नाम पर हत्या हो जाती है.
द वॉशिंगटन पोस्ट की पामेला कॉन्सटेबल बताती हैं कि वो भी अफजल से मिली थीं और उन्हें पहले लगा था कि ये कहानी झूठी है, क्योंकि कैसे कोई कबीला अपने आप को बचाने के लिए पुलिस, देश, सबसे झूठ बोल सकता है और कैसे नकली लड़कियां पेश कर सकता है, लेकिन तहकीकात के बाद मामला बिगड़ता चला गया. जिस लड़की को वीडियो वाली लड़की बताया गया था उसके फिंगरप्रिंट भी नहीं लिए जा सकते थे क्योंकि उस लड़की की उंगलियां जला दी गई थीं. कहा गया था कि ये खाना बनाते समय हुआ.
अफजल के गांव और उसके आस-पास के गांव में दबी जुबान में लोग ऑनर किलिंग को स्वीकारते तो हैं, लेकिन वो कुछ नहीं कह सकते. किसी के सामने नहीं आ सकते. अफजल का पूरा गांव ही इस मामले में खामोश था. किसी ने कुछ नहीं कहा. पामेला एक और महिला से मिलीं जिसके पति ने उसकी नाक काट दी थी और आंख निकाल ली थी. वो महिला अपने बिगड़े हुए चेहरे के साथ चुप चाप बैठी रही और जेल में सज़ा काट रहा उसका पति किसी तरह के पछतावे में नहीं था और कह रहा था कि उसने अपनी गैरत (इज्जत) का बदला ले लिया.
जहां पाकिस्तान में कई पुरुष अपने परिवार की लड़कियों को मार डालते हैं ताकि उनकी इज्जत समाज में कम न हो वहां एक पुरुष अफजल न्याय के लिए लड़ रहा था और उसके साथ जो हुआ वो अब दुनिया देख रही है.
अफजल की लड़ाई अभी भी अधूरी रह गई और उसकी मौत अपने पीछे कई सवाल छोड़ गई.
अफजल ने jirga (जिरगा) से लड़ने की बहुत कोशिश की, अपने लिए मदद और न्याय मांगने की बहुत कोशिश की. अपने भाइयों के हत्यारों को सज़ा दिलाने की बहुत कोशिश की, लेकिन किसी ने उसकी नहीं सुनी.
सज़ा मुकर्रर होने के बाद भी ऑनर किलिंग के दोषी आज़ाद घूमते हैं पाकिस्तान में
पाकिस्तान के कुछ सबसे अजीबो-गरीब नियमों में से एक ये है कि जिस इंसान की हत्या हुई है उसके परिवार वालों से पूछा जा सकता है कि क्या वो हत्यारे को माफ करने के लिए तैयार हैं. ऑनर किलिंग के मामले में हत्यारे खुद परिवार वाले ही होते हैं और ऐसे में अगर अफजल के और उन लड़कियों के कातिल सामने भी आ जाते हैं और परिवार वाले एक दूसरे को माफ कर देते हैं और आपसी समझौता कर लेते हैं तो वो बिना किसी मुश्किल के कानूनी पंजे से छूट जाएंगे.
अफजल की हत्या से कुछ ही घंटों पहले अफजल ने बोला था कि पुलिस वाले उसे प्रोटेक्शन नहीं दे रहे हैं और उसे टॉर्चर भी कर रहे हैं. अफजल को पता था कि उसकी हत्या होने वाली है. उसे पता था कि उसे मदद चाहिए लेकिन पाकिस्तानी सरकार, पुलिस, सेना सभी शायद सिर्फ छलावे को लेकर ही सीरियस रहती हैं और अपने देश के नागरिकों की सुरक्षा को लेकर नहीं.
ये सच्चाई है उस नया पाकिस्तान की जिसका दावा इमरान खान करते हैं. पुलवामा आतंकी हमले के बाद जब सोशल मीडिया पर हिंदुस्तान और पाकिस्तान के लोग आपस में लड़ रहे थे तब कई पाकिस्तानी इस बात को कह रहे थे कि हिंदुस्तान में तो लड़कियां सुरक्षित नहीं हैं और सबसे खराब देश है वो क्योंकि अंतरराष्ट्रीय रिपोर्ट में सामने आया है. पर असलियत तो ये है कि पाकिस्तान में इस तरह की ऑनर किलिंग और महिलाओं के साथ अत्याचार होते रहते हैं पर कोई कभी नहीं सुनता. पाकिस्तानियों को खुद नहीं पता कि उनके देश में क्या हो रहा है और नया पाकिस्तान बस एक छलावा है जो सिर्फ बड़े शहरों को दिखता है.
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