पाक से अगर युद्ध हुआ तो जानिए कितने तैयार हैं हम
जिसके बाद भारत ने भी पाक सैनिकों को मार गिराया. जिस तरह के बॉर्डर पर हालात हैं ऐसे में कभी भी युद्ध हो सकता है. क्या हम युद्ध के लिए तैयार हैं ? आइए देखते हैं...
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भारत और पाकिस्तान को आजाद हुए 70 साल हो चुके हैं और आजादी के बाद से अब तक दोनों मुल्क 4 जंग लड़ चुके हैं. हर समय पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी. समय-समय पर पाकिस्तान पीठ के पीछे वार करने से नहीं चूकता. भारत भी इसका मुंहतोड़ जवाब देता है. हालही में पाकिस्तान ने भारतीय सैनिकों को मारकर उनके सिर काट दिए. अब खबर आई है कि भारतीय सेना ने एलओसी पर पाकिस्तान के बंकर उड़ा दिए हैं. ये संघर्ष तो सीमा पर बदस्तूर जारी ही रहता है, लेकिन क्या किसी ने कभी बड़े युद्ध की कल्पना की है. और अगर ऐसी कल्पना की गई है तो उसके परिणाम का आंकलन किस देश के पक्ष में हुआ है.
भारत और पाकिस्तान दोनों ही देश सेना को मजबूत बनाने के लिए अपनी क्षमता से ज्यादा खर्च करते हैं. करीब 45 बिलियन डॉलर के साथ भारत का सैन्य खर्च दुनिया में आठवें क्रम पर आता है, तो करीब 8 बिलियन डॉलर के साथ पाकिस्तान का यही खर्च 33वें क्रम पर. दोनों के सैन्य बल में भी ज्यादा फर्क नहीं है लेकिन फिर भी पाक सेना भारतीय सेना के मुकाबले कमजोर नजर आती है. बता दें कि भारत की सैन्य शक्ति पाकिस्तान से कई गुना ज्यादा है. आइए जानते हैं भारत और पाकिस्तान की ताकत...
भारतीय वायुसेना के आगे छोटी नजर आती है पाक वायुसेना
हवाई जंग होती है तो भारत की वायुसेना पाक वायुसेना के मुकाबले भारी नजर आती है. भारतीय वायुसेना के पास 2 हजार लड़ाकू विमान है. इसमें रूस से आयातित सुखोई सु-30एमकेई सबसे अव्वल है, जबकि फ्रांस से 36 राफेल विमान खरीदने का सौदा हाल ही में हुआ है. वहीं पाकिस्तान के पास सिर्फ 900 लड़ाकू विमान हैं. एफ-16 विमान पर वह दम भरता है. एफ-16 के मुकाबले सुखाई 30 फीसदी ज्यादा क्षमतावान है.
भारत के जवानों की संख्या भी ज्यादा
भारतीय सैन्य निकाय की संख्या 9 है तो पाकिस्तान के 8 सैन्य निकाय भारत की तरफ निशाना साधे हुए हैं. भारत के जवान पाकिस्तान के जवानों के मुकाबले कई गुना ज्यादा है. भारत में जवानों की संख्या 13 लाख 25 हजार है. रिजर्व और पैरामिलिट्री फोर्स के साथ हमारे जवान 47, 68,407 हैं. वहीं पाकिस्तान की बात करें तो पाक में जवानों की संख्या 6 लाख 17 हजार है. रिजर्व और पैरामिलिट्री फोर्स के साथ पाक के 14,46,000 जवान हैं.
युद्ध टैंक में भी भारत आगे
युद्ध टैंक की बात करें तो भारत यहां भी पाकिस्तान से कोसों दूर आगे है. भारत के पास 2414 टी-72 युद्धक टैंक, 807 टी-90 टैंक, 248 अर्जुन एमके-11 टैंक और 550 टी-55 टैंक हैं. वहीं पाकिस्तान के पास 500 अल खालिद युद्धक टैंक, 320 टी-80 टैंक, 1300 अल जरार 85-II और 69-II टैंक, 50 जमीन और पानी में चलने वाले टैंक हैं.
भारत के पास सबसे ज्यादा एयरबेस
भारत की वायु क्षमता पाकिस्तान के मुकाबले कहीं बेहतर दिखती है. भारत के पास 60 एयरबेस हैं. वहीं पाकिस्तान से सटे 12 एयर बेस हैं जहां मिग, जगुआर, सुखोई और मिराज जैसे लड़ाकू विमान तैनात हैं. इसके मुकाबले पाकिस्तानी वायुसेना के पास 9 एयरबेस हैं जहां मिराज, जेएफ और एफ 16 जैसे लड़ाकू विमानों की तैनाती है. भारतीय वायु सेना दुनिया की चौथी सबसे बड़ी वायु सेना है. 127,000 सैन्य अधिकारी और कर्मचारी हैं. 1,785 सक्रिय एयरक्राफ्ट हैं. वहीं पाकिस्तान के पास 65,000 सैन्य अधिकारी और कर्मचारी हैं. 847 एयरक्राफ्ट हैं.
आधुनिक एयरक्राफ्ट में पीछे भारत
आधुनिक अवॉक्स एयरक्राफ्ट के मामले में पाकिस्तान ने भारत को पीछे छोड़ दिया है. आधुनिक युद्ध में इन विमानों का इस्तेमाल बेहद अहम होता है. ये विमान रडार युक्त होते हैं जो दुश्मन देश के प्लेन, पानी के जहाज और मिसाइल की जानकारी दे सकते हैं. भारत के पास फिलहाल सिर्फ 3 अवॉक्स एयरक्राफ्ट हैं जबकि पाकिस्तान ने 9 विमानों का जखीरा तैयार कर लिया है. इसके साथ पाक के पास 120 चेंगदू एफ-7पी, 60 एफ-7 पीजी फाइटर, 150 मिराट फाइटर, 30 जीएफ-17 थंडर फाइटर, 54 एफ-16 अमेरिकी लड़ाकू फाल्कन. भारत के पास 200 सुखोई, 36 मिराज, 90 जगुआर, 29 मिग-48 और 56 मिग-27 हैं.
भारत के पास ज्यादा पनडुब्बी
पनडुब्बियों की बात की जाए तो भारत के पास 14 पनडुब्बियां हैं वहीं पाक के पास 5 हैं. यहां भी पाक हमसे काफी पीछे है. सैन्य शक्तियों में भारत पाकिस्तान से काफी पॉवरफुल है उसके बाद भी पाकिस्तान पीठ पीछे वार कर रहा है. पाकिस्तान शायद यह भूल चुका है कि भारत के पास विश्व की सबसे बड़ी तीसरी फौज है, जो चार बार पाकिस्तान को धूल चटा चुकी है.
पाकिस्तान में सैनिक नेतृत्व हमेशा ही वहां के लोकतंत्र पर हावी रहा है. 1971 में भारतीय सेना ने उसके 90 हजार सैनिकों से हथियार डलवाए थे, लेकिन उस शर्मनाक हार के बावजूद पाकिस्तान भारत को आंखें दिखाता रहता है. सामरिक विशेषज्ञ मानते हैं कि यदि परमाणु युद्ध न हो तो पाकिस्तान अपने परंपरागत हथियारों के बल पर एक सप्ताह भी युद्ध नहीं लड़ सकता है. ऐसे में उसके लिए महफूज रणनीति यही होती है कि भारत में कभी आतंकी भेजकर तो कभी माओवादियों को हथियार बेचकर हिंसा कराता रहे.
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