पत्नी को बदसूरती का ताना मारने वाले इस पति पर क्या तरस आना चाहिए?
पति अपनी 32 साल की पत्नी को रोज बदसूरत बोलकर ताना मारता था. उसे यह एससास दिलाता था वह कितनी बदसूरत है. वह कहता था कि तुम सुदंर नहीं हो...एक दिन पति ने पत्नी को उसके लुक को लेकर इतना कुछ सुनाया, इतना कुछ बोला कि वह सहन नहीं कर पाई और अपनी जान दे दी.
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पति अपनी 32 साल की पत्नी को रोज बदसूरत बोलकर ताना मारता था. उसे यह एससास दिलाता था वह कितनी बदसूरत है. वह कहता था कि तुम सुदंर नहीं हो...शायद वह दूसरी महिलाओं से उसकी तुलना भी करता था. एक दिन पति ने पत्नी को उसके लुक को लेकर इतना कुछ सुनाया, इतना कुछ बोला कि वह सहन नहीं कर पाई और अपनी जान दे दी.
इस महिला का नाम अनीशा है जो अपने पति के साथ खुशी-खुशी जिंदगी बिताने की आस में रही लेकिन इस कारण उसे अपने जिंदगी ही खोनी पड़ी. न्यू इंडियन एक्सप्रेस काी रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना बेंगलुरु (bangalore news) के डीजे हल्ली इलाके में हुई. जहां अनीशा अपने पति निजामुद्दीन के साथ रहती थी.
वह पति जिसे वह इतना प्रेम करती थी. जिसे वह अपना सबकुछ मानती थी. वह पति उसकी दुनिया था. वह जानती थी कि वह देखने में कोई हीरोइन नहीं है. साधारण सी अपनी शक्ल-सूरत को भी वह बड़े प्यार से पति के लिए संवारतीं. उसने बहुत कोशिश की वह पति को रिझा सकें. वह जानती थी कि वह कोई हूर की परी नहीं है लेकिन फिर भी वह सजने-सवरने की कोशिश करती. हालांकि उसे बाकी लड़कियों की तरह संजना-संवरना अच्छा नहीं लगता फिर वह पति के लिए तैयार होती.
वह तो जैसी थी वैसी ही रहना चाहती थी. उसके मन की खूबसूरती को उसका पति ही नहीं देख पाया. वह अपने पति के मुंह से बार-बार अपना अपमान सुनकर परेशान होती थी लेकिन फिर हंसकर भुला देती थी. उसे लगता कि आने वाले समय के साथ यह बात ठीक हो जाएगी लेकिन यह हर दिन के साथ बढ़ता ही चला गया.
पत्नी को बार-बार बदसूरत बोलकर ताना मारता था निजामुद्दीन
वह दुनिया को दूसरे नजरिए से देखती थी वह चाहती थी कि उसका पति उसकी विचारों उसकी बातों को महत्व दे ना कि बाहरी सुंदरता को लेकिन पति के ताने दिन-प्रति दिन बढ़ते ही चले गए. आखिरकार उसने अपने बदसूरती को खत्म करने के लिए अपने पूरे शरीर पर मिट्टी का तेल उड़ेला और खुद को आग लगा दी. वह आग में बुरी तरह जल गई और इसके साथ उसके बाहर शरीर की चमड़ी के साथ उसका मन भी जल गया.
उसे पड़ोसियों ने बचाने की कोशिश की लेकिन उसने तो जाना तय ही कर लिया था. अंत में उसने दम तोड़ दिया और इस तरह पति का उसके बदसूरती से पीछा छूट गया. एक महिला शादी के बाद खुद को पति की दुनिया में एडजेस्ट करते-करते दम तोड़ देती है.
यह बात जब उसके घरवालों को चली तो उन्हें एक झटका सा लगा, क्योंकि उनकी बेटी उनके लिए दुनिया में सबसे खूबसूरत थी. हर माता-पिता के लिए उसकी संतान सबसे प्यारी होती है. वह अपनी बेटी को अपनी जान से ज्यादा चाहते थे. पिता ने अपनी बेटी के पति के खिलाफ केस दर्ज करवा दिया लेकिन इससे क्या होगा? उनकी कोई हुई बेटी अब वापस तो नहीं आ सकती...
असल में लोग आज भी सबसे पहले किसी की सूरत देखते हैं सीरत तो इसके बाद ही आती है. शादी में तो सबसे पहले लड़की की सुंदरता ही देखी जाती है. इस कारण भी कई लड़कियों की शादी टूट जाती है.
पत्नी सभी को सर्वगुण संपन्न चाहिए. सुंदर चाहिए, सुशील चाहिए, संस्कारी चाहिए, गोरी चाहिए, लंबी चाहिए, घर संभालने वाली चाहिए और अब तो कमाने वाली भी चाहिए. वहीं सुंदर महिला भी शादी के बाद कुछ सालों बाद मां बन जाती है, उसके ऊपर घर की जिम्मेदारी बढ़ जाती है तो वह सबसे पहले अपना ख्याल रखना ही छोड़ देती है. पति को इस बाते से दिक्कत होने लगती है. उसे उसकी पत्नी में अब पुरानी वाली बात नजर नहीं आती. वह यह नहीं देखता कि वह किन हालातों से गुजर रही है बल्कि अब उसकी पत्नी उसे बोरिंग लगने लगती हैं.
महिलाओं के ऊपर हमेशा सुंदर दिखने का दबाव रहता है. वह घर में हो या बाहर अपने लुक को लेकर वह हमेशा परेशान रहती है. ऐसा नहीं है कि वह जैसी है वैसी ही रहे...शादी और बच्चा होने के बाद किसी भी महिला का वजन बढ़ जाना सामान्य है लेकिन लोग उसे टोकना शुरु कर देते हैं. अरे लोगों ने तो मां बनने के बाद ऐश्वरिया राय तो भी उनके बढ़े वजन के लिए ट्रोल किया. सोनाक्षी सिन्हा हों, सारा अली खान हों या फिर विद्या बालन हों...इनके वजह को लेकर इन्हें की बार टोका जा चुका है. पता नहीं, लोगों के लिए सुंदरता के मायने क्या हैं?
हमारे लिए तो दुनिया की हर महिला अपने रूप में सुंदर है. वह अपने आप में यूनीक है क्योंकि जो बात उसमें है वह किसी और में नहीं है. इसलिए सुंदरता को लेकर महिलाओं को लोड नहीं लेना चाहिए, बस उन्हें यह याद रखना चाहिए कि वे किसी से कम नहीं है और जैसी भी हैं बेहद खूबसरूत हैं. बाकी दुनिया किसी को भी छोड़ती नहीं है, वह चाहे कोई साधारण महिला हो या फिर विश्व सुंदरी...वैसे भी सुंगरता की ना कोई सीमा है ना कोई पैमाना...
अनीशा के माता-पिता द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद, उसके पति को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था. अब उसपर आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है, लेकिन यह मामला कहीं ज्यादा पीड़ादायी है...जो भी हो किसी के बातों को हमें इतना दिल पर नहीं लेना चाहिए, जिंदगी से हार मानकर खुदकुशी का फैसला करना बहुत ही गलत है.
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