टीना डाबी-अतहर खान की शादी से नाखुश लोग तलाक की खबर जमकर प्रसारित कर रहे हैं
2018 में अपनी शादी के बाद इंटरनेट पर सुर्खियां बनाने वाले आईएएस दंपत्ति टीना डाबी (Tina Dabi) और अतहर आमिर (Athar Khan) फिर चर्चा में हैं. कारण बना है उनका जयपुर (Jaipur) की फैमिली कोर्ट में तलाक की अर्जी लगाना. दिलचस्प ये है कि जो लोग टीना डाबी-अतहर को शादी की मुबारकबाद में कंजूसी कर रहे थे, वो तलाक के कथित 'कारणों' में जमकर रस ले रहे हैं.
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शेर 18वीं सदी के मशहूर शायर नज़ीर अकबराबादी का है. नज़ीर को ये शेर किस कॉन्टेक्स्ट में कहना पड़ा इसपर बात फिर कभी. आइये शादियों पर बात करें. साल 2018. देश में करोड़ों शादियां हुई होंगी मगर 2018 में जिस शादी ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया वो थी दो आईएएस अफसरों टीना डाबी और कश्मीर के अतहर आमिर खान (IAS Tina Dabi Athar Amir Khan) की शादी. ध्यान रहे इस चर्चित शादी में दो अलग धर्मों के लोग एक हुए थे. अच्छा शादी क्योंकि देश के दो 'टॉप ब्रेंस' की थी तो वो लोग मन मसोसकर राह गए जो हर बात को हिंदू मुस्लिम के तराजू में तौलकर देखते हैं. पहले ये लोग उदास थे लेकिन इनके बागों में बहार फिर एक बार आई है इन्हें मजे लेने का मौका खुद टीना डाबी और अतहर आमिर ने दिया है. बता दें कि हाल ही में जयपुर की एक फैमिली कोर्ट में दोनों नें आपसी रजामंदी से तलाक की अर्जी डाली है. फिलहाल दोनों की पोस्टिंग जयपुर में ही है. टीना वित्त विभाग में संयुक्त सचिव हैं तो वहीं आमिर सीईओ ईजीएस के पद पर कार्यरत हैं.
लव जिहाद का मुद्दा उठाने वाले लोगों को टीना डाबी और अतहर आमिर ने आलोचना का बड़ा मौका दे दिया है
शादी से तलाक तक का ये सफर दो आईएएस अफसरों का है लेकिन जैसा सोशल मीडिया का रुख है लोग मामले पर बहुत खुलकर तो नहीं बोल पा रहे हैं हां लेकिन खुश जरूर हैं. सोशल मीडिया पर ऐसी प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आई हैं जिनमें यूजर्स का मत है कि आज नहीं यो कल ऐसा होना ही था. ध्यान रहे जब ये शादी हुई थी तो कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, पत्रकार बरखा दत्त समेत तमाम लोगों ने कपल को शादी की मुबारकबाद दी थी वहीं तब मामले के मद्देनजर हिंदू महासभा नाम का संगठन खुलकर इस विवाह के विरोध में सामने आया था और कहा था कि अतहर आमिर का टीना डाबी से ये विवाह 'लव जिहाद' के अंतर्गत हुआ है.
बात आगे बढ़ाने से पहले हमारे लिए ये बताना भी बहुत ज़रूरी है कि तब 2018 में जब हिंदू महासभा ने इस बात को बल दिया और हिंदू मुस्लिम की राजनीति की एक बड़ा वर्ग ऐसा था जो संगठन के विरोध में सामने आया था और जिसका कहना था कि एक अच्छी और बिल्कुल नई तरह की शुरुआत हुई है जिसपर हिंदू महासभा की बातें अड़ंगा डालने का काम करती नजर आ रही हैं.
So when @dabi_tina married Athar it was an event of national importance, to be tweeted about by self-appointed custodians of Ganga Jamnee tehzeeb, but their divorce is a ‘private affair’ that no one should talk about?
— Shefali Vaidya. (@ShefVaidya) November 20, 2020
जैसा कि हम बता चुके हैं आज वो लोग बहुत खुश हैं और चहक रहे हैं जिन्होंने टीना और अतहर की शादी के वक़्त गूंगा गुड़ खाया था. मगर अब भी कहीं न कहीं ये लोग सीधी बात करने में गुरेज ही करते नजर आ रहे हैं. अब जबकि टीना और अतहर ने 'आपसी मतभेदों' के चलते जयपुर की फैमिली कोर्ट में तलाक की तेजी लगा दी है तो बातें और प्रतिक्रियाएं दोनों आ रही हैं मगर एक वैक्यूम है जो अब भी बना हुआ है.
Two adults, Tina Dabi and Athar Khan decide to mutually divorce each other and guess what? Mainstream media covers it like the highlight of the day.How is it a news item? Two private citizens are moving on in their personal lives. Allow them their privacy and space.
— Sonam Mahajan (@AsYouNotWish) November 21, 2020
मामले के मद्देनजर ट्विटर पर आई कुछ प्रतिक्रियाओं पर हमने गौर किया जिसमें लोगों ने सीधे सीधे कुछ नहीं कहा बल्कि ये कहकर आगे के संवाद के लिए जगह छोड़ दी कि इस तलाक की वजह केवल 'आपसी मतभेद' नहीं हो सकते. जरूर यहां धर्म भी आड़े आया है. लोगों का कहना है कि निश्चित तौर पर अतहर द्वारा टीना की धार्मिक स्वतंत्रता का हनन किया गया जिस कारण नौबत कोर्ट कचहरी और तलाक की आई.
Luckily saved bcoz she's a bureaucrat else would have been found in pieces perhaps in a suitcase... Bhim-Mim alliance????Welcome home #TinaDabi https://t.co/3RWaNO7Wss
— Sidharth Mishra????️ ???????? (@dharma_prevail) November 20, 2020
उपरोक्त बातों को खुद देखिए यहां सब कुछ तो कह दिया गया लेकिन सीधे तौर पर 'लव जिहाद' जैसा कोई मुद्दा बीच में नहीं लाया गया. यानी लोग अब भी इस मामले के मद्देनजर बहुत कुछ कहना चाह रहे हैं लेकिन चुप बस इसलिए हैं क्यों कि यहां विवाह दो ऐसे लोगों का टूट रहा है जो आज उस मुकाम पर हैं जहां पहुंचना हर किसी के बस की बात तो हरगिज़ नहीं है.
Don't get it - why should the divorce of two young educated and independent professionals should be a trending topic in India. Surely "live happily ever after" was not a condition of their appointment in civil services. For God's sake - respect privacy. #tinadabi #atharkhan
— GhoseSpot (@SandipGhose) November 21, 2020
ये मामला आईएएस टीना डाबी और उनके मुस्लिम पति अतहर आमिर का है इसलिए लोग चुप हैं. खुद सोचिए ये मामला यदि मेवात, मेरठ, या मुजफ्फरनगर का होता तो क्या लोग इसी अंदाज में इतने गंभीर मसले पर इतनी सधी हुई बातें करते? जवाब से आप भी वाकिफ ही हैं. तब ऐसा हरगिज़ नहीं होता. तब जो बातों या ये कहें कि प्रतिक्रियाओं का सिलसिला चला होता तो सोशल मीडिया या ये कहें कि हमारे समाज द्वारा उसे बहुत दूर तक ले जाया गया होता. लव जिहाद और न जाने क्या क्या. हर वो बात होती जो सोचने मात्र से ही बदन में सिरहन पैदा करती.
हम बार बार इस बात को दोहरा रहे हैं कि यहां बात देश के टॉप ब्रेन की थी इसलिए आलोचकों ने खून का घूंट पिया और उस बात को कहने से गुरेज किया जिसपर बोलने के लिए आज भी उन्हें दो से तीन बार सोचना पड़ रहा है.
Tina Dabi (IAS topper) files Divorce case against her husband Athar Amir Khan (IAS rank-2).Lesson - Never compromise your dharma even for a well educated one.Ghar Wapsi for Tina Dabi???? pic.twitter.com/3R3zxzKh8V
— Vikas Thakur (@Raghuvanshi_VKS) November 20, 2020
देश के दो शीर्ष अफसरों के बीच की घरेलू कलह और उस कलह के चलते उपजा तलाक अभी और क्या मोड़ लेगा इसका फैसला वक़्त करेगा मगर जो वर्तमान है उसे देखकर बस इतना ही कहा जा सकता है कि एजुकेशन ने लोगों के मुंह पर ताला जड़ दिया है. जनता बहुत कुछ कहना चाहती है लेकिन वो पूरी तरह खामोश है. और इस खामोशी की एक बड़ी वजह मजबूरी है. वाक़ई मजबूरी जो न करा दे वो कम है.
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