टुंडे कबाब की हसरत पूरी करेंगे यहां के कबाब!
आप लखनऊ आएं और मशहूर टुंडे के कबाब का जायका लेना चाहे तो शायद आप को मायूसी हो सकती है. लखनऊ के फेसम टुंडे कबाब के अलावा कई ऐसे ऑप्शंस हैं. जो वो ट्राय कर सकते हैं लेकिन यूपी में नहीं, बल्कि देश की अलग-अलग राज्य में...
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यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के सख्त आदेश (बूचड़खाने बंद) के बाद 110 साल में पहली बार लखनऊ की शान कहे जाने वाली टुंडे कबाब की दुकान बंद रही, क्योंकि उनके पास भैंसे के मांस की कमी थी. योगी के एक्शन को देखते हुए लग रहा है कि टुंडे कबाब की दुकान आगे भी बंद रही तो चौंकने वाली बात नहीं होगी. ऐसे में अगर यूपी वासी या अगली बार आप लखनऊ आएं और मशहूर टुंडे के कबाब का जायका लेना चाहे तो शायद आप को मायूसी हो सकती है. देश में लखनऊ के टुंडे कबाब ही फेमस नहीं है कई ऐसी दुकाने हैं जो कबाब के लिए ही जानी जाती हैं और खाने वालों की लाइन लगती है.
दिल्ली में करीम के कबाब
लखनऊ से 555 किलोमीटर दूर दिल्ली में करीम नाम की दुकान भी कबाब के लिए फेमस है. करीम के नाम से ही लजीज कबाब और शोरबे की महक आने लगती है. बेशक करीम की अच्छी खासी फ़ूड चेन देश-विदेश में हो, पर पुरानी दिल्ली के करीम में जो मज़ा है वो और कहां मिलने वाला है. यहां कबाब की कीमत 55 रुपए है.
मुंबई का फेमस नूर मोहम्मदी होटल का कबाब
दिल्ली के करीम की ही तरह मशहूर, मुंबई के नूर मोहम्मदी कई ज़मानों से अपने स्वाद के लिए जाना जा रहा है. फिल्मी सितारों से लेकर बड़े-बड़े व्यापारिक घरानों और मशहूर हस्तियों में इसके खाने के चर्चे हैं. इसकी रेसिपी सदियों पुरानी है, लेकिन समय के साथ इसका ज़ायका बेहतर होता गया. यहां वैसे तो सभी डिश फेमस हैं. लेकिन, यहां के शामी कबाब और संजू बाबा चिकन (संजय दत्त की पसंदीदा डिश होने के कारण रखे जाने वाला नाम) सबसे फेमस है.
हैदराबाद का फेमस छोटी और बोटी कबाब
नॉन वेजिटेरियन हैदराबाद नहीं गए और सिद्दिकी के फेमस कबाब नहीं खाए तो क्या किया... हैदराबाद में इसकी कई दुकाने हैं. इसको खाने के लिए जगह-जगह से लोग आते हैं. यहां का छोटी और बोटी कबाब सबसे फेमस है. रमजान ही नहीं हर दिन यहां कबाब खाने के लिए लाइन लगती है.
कैसे बनते हैं टुंडे कबाब
टुंडे कबाब में बड़े यानी भैंस और छोटे यानी बकरे, दोनों के गोश्त का इस्तेमाल होता है. इसमें कई तरह की जड़ी-बूटियों के साथ 135 तरह के मसालों का इस्तेमाल होता है. सारे मसाले अलग दुकानों से लेते है ताकि पता नहीं चले कि कौन-कौन से मसाले लिए जाते हैं. सभी मसाले घर में ही पीसे और भूने जाते हैं. अबु बकर के मुताबिक, यही उनका ट्रेड सीक्रेट है. इसे आज तक किसी को नहीं बताया गया. इसके अलावा इसमें कच्चा पपीता, भुना बेसन, खुशबू( केवड़ा, लौंग का धुंआ) भी मिलाया जाता है.
लेकिन इस रेसिपी में भैंस के मांस को हटा दिया गया तो स्वाद बेरंग हो जाएगा. क्योंकि योगी के इस एक्शन को देखकर लग रहा है लोगों को आगे भी मायूस रहना पड़ सकता है.
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