कांवड़ियों का इतिहास जितना शानदार है, उतना ही डरावना उनका ये रूप है...
आईचौक | August 10,2018
दिल्ली में आस्था के नाम पर जिस तरह कांवड़ियों ने कार के शीशे तोड़े हैं. वो ये साफ बताता है कि न तो उन्हें कानून की कोई परवाह है और न ही उन्हें धर्म का सम्मान करना आता है.
सावन आ गया, सावन आता है तो कांवड़िये भी आते हैं. कांवड़ियों के आने से खबर बनती है. इतिहास गवाह है. ऐसा प्रायः कम ही देखने को मिला है कि, कांवड़ियों से जुड़ी कोई खबर अच्छी हो. एक बार फिर कांवड़ियों से जुड़ी एक खबर और उस खबर का जनक एक वीडियो लोगों के बीच चर्चा का विषय बना है.