इन 8 आदतों को देखकर पता चलता है, कोई महिला मेंटली स्ट्रांग है या कमजोर
मानसिक तौर पर मजबूत महिला (Strong women) की पहचान क्या होती है? आप किसी महिला को देखकर यह कैसे तय करते हैं कि वह ‘मेंटली स्ट्रांग वुमेन’ की कैटेगरी में आती है या नहीं...
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मानसिक तौर पर मजबूत महिला (Strong women) की पहचान क्या होती है? अब मजबूती से हमारा मतलब सिर्फ बलवान शरीर से तो हो नहीं सकता. असल में एक महिला तभी मजबूत मानी जाती है जब वह मानसिक तौर पर मजबूत हो.
तो आप किसी महिला को देखकर यह कैसे तय करते हैं कि वह ‘मेंटली स्ट्रांग वुमेन’ की कैटेगरी में आती है या नहीं. वैसे आज हम महिलाओं की कुछ ऐसी ही आदतों के बारे में बता रहे हैं जिसे देखकर कोई यह समझ सकता है कि कौन सी महिला मन से मजबूत है और कौन सी कमजोर...
मानसिक तौर पर मजबूत महिलाएं बुरे समय में भी हिम्मत नहीं खोती हैं
1. जो महिलाएं किसी मुश्किल से घरबाती नहीं है. वे हर स्तिथी की वैसे ही स्वीकार करती हैं जैसी होती है. वे खुद को इस स्तर पर तैयार करती हैं कि वे मुश्किल का सामना कर सके. वे उस समस्या के बारे में जानकर रोती नहीं है बल्कि उसके समाधान पर फोकस करती हैं.
2. जो महिलाएं बदलाव को पूरे मन से स्वीकार करती हैं. अगर कोई महिला अपनी बढ़ती उम्र को स्वीकार कर खुश है तो वह एक मजबूत महिला का उदाहरण है. वह महिला जानती है कि हमेशा परिस्थिती एक सी नहीं रहती है.
3. जो महिलाएं धैर्य से काम लेती हैं. वे महिलाएं जो छोटी सी बात पर हाय तौबा नहीं मचातीं. जो जरा सी बात पर बात का बतंगड़ बनाने की बजाय उस मसले पर काम करती हैं. जो अपना आपा नहीं खोतीं और विपरीत स्थिती को संभाल लेती हैं.
4. जो महिलाएं दिखावा नहीं करती हैं. जो महिलाएं किसी को इंप्रेस करने के लिए खुद को बाहरी तौर पर बदलती नहीं है. जो अपने काबिलियत पर यकीन रखती हैं और अंदर की खूबसूरती पर यकीन कर खुद पर भरोसा करती हैं.
5. जो महिलाएं अतीत को भूल वर्तमान में जीती हैं. वे भविष्य के बारे में प्लान करती हैं. वो बताती हैं कि वे खुद के लिए जरूरी हैं और इस तरह वे दूसरों को मोटिवेट करती हैं.
6. जो महिलाएं दूसरों की सफलता से जलती नहीं है. वे किसी दूसरे सफल व्यक्ति को देखकर उसे बधाई देती हैं औऱ उससे सीखने की कोशिश करती हैं.
7. जो महिलाएं आत्मविश्वास से भरी होती हैं. वे खुद के लिए काफी होती हैं. वे महिलाएं अकेले रहने से डरती नहीं है. उन्हें कहीं आने-जाने के लिए किसी सहारे की जरूरत नहीं है. वे जिंदगी अपने हिसाब से जीती हैं.
8. जो महिलाएं ख्लायी दुनिया में नहीं जीती हैं. वे हमेशा हकीकत में यकीन रखती हैं और जमीन से जुड़ी हुई रहती हैं. वे प्रेक्टिकल रहती हैं और चीजों को भी उसी रूप में देखती हैं.
हर मजबूत महिला का अपना अलग नजरिया होता है. वह किसी के द्वारा कही गई बातों को अपने हिसाब से सोचती है. वह किसी के बहकावे में नहीं आती और उसका खुद पर नियंत्रण रहता है. वह सब्जबाग देखकर कोई फैसला नहीं करती. वह अपनी पहचान के साथ कोई समझौता नहीं करती. मजबूत महिलाएं शादी टूटने जाए या ब्रेकअप या परिवार में किसी के गुजर जाने पर भी घबराती नहीं हैं. वे हिम्मत दिखाते हुए परिवार को संभाल लेती हैं और कैसे भी हालात क्यों ना हो जाएं वे जिंदगी जीना नहीं भूलतीं.....
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