अब क्रांति मुस्लिम महिलाओं के मस्जिद में प्रवेश की
शनि शिंगणापुर मंदिर में महिलाओं के प्रवेश को लेकर शुरू हुआ आंदोलन अपने चरम पर है, तो दूसरी ओर बहस शुरू हो गई है मुस्लिम महिलाओं को मस्जिद में प्रवेश दिलाने और उनसे नमाज का नेतृत्व कराने की
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क्या आपने किसी मस्जिद से महिला की आवाज में अजान सुनी है? जवाब 'नहीं' में ही मिलेगा. क्योंकि मुस्लिम महिलाओं को इसकी इजाजत ही नहीं है. भारत के संविधान में भले ही हर इंसान बराबर है, लेकिन आस्था की जगह पर महिलाओं को बराबरी का दर्जा अब भी नहीं मिला है. मंदिर हो या फिर मस्जिद, कई मामलों में महिलाओं के लिए दरवाजे बंद ही हैं.
परंपराओं या शरीयत के नाम पर बंद किए इन दरवाजों को खोलने के लिए अब आवाजें उठने लगी हैं. एक तरफ शनि शिंगणापुर मंदिर में प्रवेश को लेकर महिलाओं का आंदोलन अपने चरम पर है, वहीं अब मुस्लिम महिलाओं के लिए भी आवाजें बुलंद हो रही हैं. बराबरी का दर्जा दिए जाने को लेकर उठ रहीं इन आवाजों को अब शायद ही कोई रोक पाये.
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शनि शिंगणापुर मंदिर में प्रवेश को लेकर आंदोलन जारी है, महिलाओं के इस 'हल्ला बोल'वाले रुख को देखते हुए मंदिर प्रशासन अब उनसे बातचीत करने पर राजी हो गया है. |
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मुस्लिम महिलाओं को दरगाह और मस्जिदों में जाने की इजाजत नहीं है. शरीयत के कानून के मुताबिक कोई भी महिला दरगाह, कब्र या मस्जिद में प्रवेश नहीं कर सकती, जबकि कुरान में एक भी ऐसी आयत नहीं मिलती जो मुस्लिम औरतों को मस्जिद में प्रवेश के लिए मना करती हो. मुस्लिम महिलाओं पर सुनाए इस फरमान को गैर इस्लामिक करार करते हुए भारतीय मुस्लिम महिला आयोग ने इसका विरोध भी किया पर नतीजा सिफर ही रहा. मस्जिद में प्रवेश तो एक बात है, न जाने कितने मामले हैं जहां मुस्लिम महिलाओं पर पाबंदियां हैं. हिजाब को लेकर फरमान हों, तीन बार तलाक कहकर रिश्ता तोड़ना हो या फिर एक पति को तीन औरतों के साथ बांटना, नुकसान केवल महिला का होता है. महिलाओं की जो दशा मुस्लिम समाज में है शायद ही किसी और धर्म में हो. समाज के सामने अपनी बात रखने की इजाजत इनका कानून इन्हें नहीं देता और जो आवाजें उठती हैं उन्हें हमेशा के लिए दबा दिया जाता है.
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शनि मंदिर में प्रवेश करने को लेकर किया गया आंदोलन भले ही कामयाब हो या न हो लेकिन उन महिलाओं के हौसलों ने हर तबके और धर्म की महिलाओं को अपने हक के लिए लड़ने की प्रेरणा जरूर दी है. नतीजा ये कि अब मुस्लिम महिलाओं के लिए भी आवाजें उठने लगी हैं. शुरुआत सोशल मीडिया पर #Liberty4MuslimWomen और #MuslimWomenRights से हो रही है. आवाजें किसी भी धर्म से आएं लेकिन आने लगी हैं. उम्मीद है कि ये आवाजें पंचम सुर में निकलें और कामयाब हों. हमें भी इंतजार है उस दिन का जब किसी मस्जिद से मधुर आवाज में अजान सुनने मिल जाये.
Time for Indian Muslim women to enter mosques and lead prayers. Why are Islamic clerics preventing women from mosques? #Liberty4MuslimWomen
— Tufail Ahmad (@tufailelif) January 27, 2016
Muslim Women's treated as a thing instead of a human in their community. #Liberty4MuslimWomen #MuslimWomenRights
— Bhavesh K Pandey (@bhaveshkpandey) January 27, 2016
Imagine 40 women in Burkhas posing for a batch photograph in school ???? Clear their confusion, give #MuslimWomenRights
— Danish Sait (@DanishSait) January 27, 2016
Have seen Hindu women chanting Mantras in temples, women priests in temples.. Never heard "Azaan" from women.. #MuslimWomenRights..
— Praveen Upadhyaya (@PraveenraoU) January 27, 2016
Allow muslim women’s entry into sanctorum of Mumbai’s Haji Ali shrine, they must have equal right #MuslimWomenRights pic.twitter.com/9X9M4rnAUi
— हिंदुत्व की आवाज (@BhagvaVoice) January 27, 2016
I am muslim and i know the real situation. They just dont care about d girls. Girls have no rights. I really appreciate #MuslimWomenRights
— Reek (@cmraquib) January 27, 2016
I firmly believe that the Personal laws need amendment - it is wrong and un- Islamic to deny #MuslimWomenRights to them.
— Tehseen Poonawalla (@tehseenp) January 27, 2016
"Muslim Women's are Human too" Please don't treat them as animals #MuslimWomenRights
— Mahesh Vikram Hegde (@mvmeet) January 27, 2016
“Talaq, Talaq, Talaq.” No More? ↓↓↓↓ ↓↓↓ ↓↓ ↓ Majority Of Indian Muslim Women Want It Banned》》》 #MuslimWomenRights https://t.co/lGz05R6Hax
— Neetu Garg (@NeetuGarg6) January 27, 2016
If touching #ShaniShingnapur can empower women y not debate, Burqas, Hijabs, Polygamy, #UniformCivilCode for #Indian #MuslimWomenRights
— ツRashmi∽∂hεknε Ψ (@buzzRashmi) January 27, 2016
#MuslimWomenRights pic.twitter.com/7Uhkz0A6Bm
— Puja Kumari (@IPujaKumari) January 27, 2016
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