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Updated: 27 अक्टूबर, 2020 04:09 PM
अनु रॉय
अनु रॉय
  @anu.roy.31
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और वो लोग ख़ास कर ख़ुद को सेक्युलर कह कर लाइक्स बटोरने वाले दीदी-भैया लोग, जो तनिष्क के विज्ञापन (Tanishq Controversial Ad) को बैन किए जाने पर कलेजा कूट रहे थे, आज कौन से चूल्हे में मुंह डाल कर बैठे हैं? क्या अब उनको निकिता तोमर की मौत पर कुछ नहीं बोलना है? क्या आज भी उनको लग रहा है कि, जो हुआ है वो सही है? क्या आज ये तख़्ती नहीं निकालेंगे? जिनको नहीं पता होगा उनको बता दूं कि पिछले दिनों तनिष्क ने हिंदू-मुस्लिम यूनिटी (Hindu-Muslim Unity) पर एक विज्ञापन बनाया. जिसमें एक हिंदू लड़की की शादी मुस्लिम परिवार में हुई थी और लड़की की गोद भराई की रस्म को निभाने वाले थे. लड़की इस बात से कत्तई ख़ुश हो रही थी.

ये ऐड काफ़ी लोगों को नागवार गुजरा उनको लगा कि लव-जिहाद (Love Jihad) को एक बढ़िया कवर में परोसा जा रहा है. विवाद हुआ तो बाद में तनिष्क को उस विज्ञापन को बैन करना पड़ा. इस बात से बुद्धि पर ताला जड़े कुछ लोगों को हिंदू कट्टर होते हुए दिखें. उनको उस विज्ञापन में गंगा-जामुनी तहजीब दिखी थी. वो कलेजा पीट-पीट कर रोए इस बात के लिए. अब आज तौफ़ीक़ नाम के एक लड़के ने निकिता तोमर (Nikita Tomar Murder) की दिन-दहाड़े हत्या कर दी क्योंकि वो लड़की न तो अपना धर्म बदलना चाह रही थी और न ही उसे उस लड़के से प्यार था.

Tanishq Ad, Hindu, Muslim, Advertisement, Love Jihad, Murderसीसीटीवी फुटेज में साफ़ दिख रहा है कि कैसे निकिता तोमर को सरेराह गोली मारी जा रही है

ट्वीटर पर अभी तौफ़ीक़ और निकिता ट्रेंडिंग हैं. जहां इस बात का ज़िक्र साफ़-साफ़ किया जा रहा है कि ये मसला लव-जिहाद का है. मुझे नहीं पता कि इस ख़बर में कितनी सच्चाई है या हक़ीक़त क्या है? लेकिन CCTV फ़ुटेज में देखा जा सकता है कि तौफ़ीक़ नाम का शख़्स निकिता को गोली मार रहा है. लोग इसे लव-जिहाद कह रहें हैं.

बात जो भी हो, लेकिन एक लड़की की जान तो गयी है और ख़ून तौफ़ीक़ ने किया है. जो उसे एक महीने से मोलेस्ट कर रहा था. लड़की इस बात की शिकायत दर्ज करवाना चाह रही थी लेकिन उसकी शिकायत नहीं सुनी गयी और आज वो इस दुनिया में रही नहीं. और ये पहला मसला भी नहीं है. इसी महीने की शुरुआत में एक हिंदू लड़की के मुस्लिम शौहर ने लड़की की सिर्फ़ इसलिए जान ले ली कि वो अपना धर्म बदलने को तैयार नहीं थी?

क्या किसी हिंदू लड़की का सिर्फ़ मुहब्बत करना काफ़ी नहीं है किसी मुस्लिम लड़के से ? क्यों उस लड़की को अपना धर्म छोड़ना पड़ेगा किसी मुस्लिम परिवार में बहू बनने के लिए? क्यों आज तक किसी ने ये नहीं सुना है कि इस्लाम को मानने वाला कोई लड़का, किसी हिंदू लड़की के इश्क़ में  हिंदू  हो गया हो? हमेशा लड़कियां ही क्यों अपना धर्म बदले? वो प्रोग्रेसिव सोच वाले और फ़ेक-फ़ेमिनिस्ट ये क्यों नहीं सवाल करते कि हिंदू लड़की को धर्म बदलने के लिए क्यों बाध्य किया जाता है, एक बात मुस्लिम लड़का दरिया दिली दिखाए और हिंदू बन जाए.

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लेखक

अनु रॉय अनु रॉय @anu.roy.31

लेखक स्वतंत्र टिप्‍पणीकार हैं, और महिला-बाल अधिकारों के लिए काम करती हैं.

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