अमेरिका के सामने युद्ध में कितने दिन टिक सकता है नॉर्थ कोरिया
नॉर्थ कोरिया के तानाशाह ने कह तो दिया है कि वो अमेरिका से जंग के लिए कभी भी तैयार है. लेकिन शायद उसे पता नहीं है कि अमेरिका की ताकत नॉर्थ कोरिया से कई ज्यादा है..
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हमने पिछली ईराक, अफगानिस्तान, लीबिया की लड़ाईयों में देखा है कि अमेरिका ने पहले हवाई हमले कर के इन देशों की सैन्य शक्ति को नष्ट कर दिया और फिर बड़े आराम से उसकी थल सेना ने उन देशों पर कब्जा कर लिया. अब उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच तनाव लगातार बढ़ता ही जा रहा है. नॉर्थ कोरिया ने अमेरिका के चार नागरिक हिरासत में ले लिए हैं. कोरिया ने इस बात की घोषणा की है कि उसने शत्रुतापूर्ण कार्य के लिए अमेरिकी नागरिक को हिरासत में लिया है. ऐसे में अमेरिका भी चप बैठने वाला नहीं है और नॉर्थ कोरिया भी न्यूक्लियर हथियारों के दम पर जंग लड़ने को तैयार है.
हवाई हमले में अमेरिका सबसे आगे
अमेरिका हमेशा ही हवाई हमलों के लिए जाना जाता है. अगर हवाई हमला हुआ तो नॉर्थ कोरिया के लिए परेशानी खड़ी हो जाएगी. अमेरिका इसमें इतना पावरफुल है कि अगर नॉर्थ कोरिया में एक चिड़िया भी उड़ती दिख जाए तो अमेरिकी सैटलाइट उस पर भी ड्रोन हमला कर सकती है. नॉर्थ कोरिया के पास कुल 944 एयरक्राफ्ट हैं. वहीं अमेरिका के पास उससे 15 गुना ज्यादा (13,762) एयरक्राफ्ट हैं.
जमीनी युद्ध हुआ तो...
जमीनी जंग में नॉर्थ कोरिया के पास कोई खास ताकत नहीं है. अगर अमेरिका हवाई हमले करने के बाद अगर जमीनी जंग पर उतर आया तो नॉर्थ कोरिया की हालत खस्ता हो जाएगी. लेकिन दोनों के पास युद्धक टैंक्स बराबर हैं. नॉर्थ कोरिया के पास कुल 1 करोड़ 30 लाख सैनिक हैं. वहीं अमेरिका के पास 14 करोड़ 52 लाख सैनिक हैं. अमेरिकी सैनिकों के आगे नॉर्थ कोरिया के सैनिक काफी बौने नजर आते हैं. लेकिन टैंक्स के मामले में दोनों बराबर खड़े होते हैं नॉर्थ कोरिया के पास जहां 5025 टैंकर तो वहीं अमेरिका के पास 5884 टैंक्स हैं.
पानी में जंग हुई तो
नॉर्थ कोरिया के साथ अगर अमेरिका की जंग पानी में होती है तो वहां भी तनाशाह को मुंह की खानी पड़ सकती है. अमेरिका के जहाजों की संख्या को सुन हो सकता है नॉर्थ कोरिया पानी-पानी हो जाए. नॉर्थ कोरिया के पास जहां 130 जंगी जहाज हैं तो वहीं अमेरिका के पास 441 जंगी जहाज हैं जो काफी आधुनिक हैं. सबमरीन की बात करें तो नॉर्थ कोरिया के पास जहां 76 सबमरीन है तो वहीं अमेरिका के पास 81 हैं यानी यहां भी अमेरिका काफी आगे है.
अमेरिका के पास सबसे खतरनाक मिसाइल
नॉर्थ कोरिया के पास परमाणु बम और बलिस्टिक मिसाइल हैं जिससे वह अमेरिका के सहयोगी अपने पड़ोसी देशों पर हमला कर सकता है. नॉर्थ कोरिया के पास लंबी रेंज के इंटरमीडिएट मिसाइल होंगे जो अमेरिका की जमीन पर परमाणु हमला करने में सक्षम होंगे. हाल में उत्तर कोरिया ने काफी ज्यादा मिसाइल परीक्षण किए. न्यूक्लीयर मिसाइल हो या टनो वन वजनी बम.
कुछ हथियार तो ऐसे हैं जिसकी रेंज दस हजार किलोमीटर तक है. इसका जवाब भी अमेरिका के पास एलजीएम-30 माइन्यूट मैन मिसाइल है जो दुनिया की टॉप-10 मिसाइल में से एक है. इसकी मारक क्षमता 13 हजार किलोमीटर है और ये एक साथ 3 परमाणु हथियारों को ले जाने में सक्षम है.
जो 3 अलग-अलग लक्ष्यों को भेद सकते हैं. फिलहाल ये अमेरिकी सेना में शामिल इकलौती अंतरमहाद्वीपीय मिसाइल है. यही नहीं अमेरिका न्यूक्लियर बमों में भी काफी आगे है. नॉर्थ कोरिया के पास जहां 10 या उससे कुछ ज्यादा न्यूक्लियर बम हैं वहीं अमेरिका के पास 7 हजार से ज्यादा हैं.
कुल मिलाकर मिलिट्री पावर की बात की जाए तो अमेरिका कई आगे है, जंग की बात करें तो नॉर्थ कोरिया अमेरिका के सामने शायद एक दिन भी नहीं टिक पाएगा. एक्सपर्ट्स मानते हैं कि नॉर्थ कोरिया के सैनिक मनसूबे उसके पड़ोसी देशों ( जो अमेरिका के कारोबारी मित्र देश हैं ) साउथ कोरिया और जापान के लिए कभी घातक हो सकते हैं, इसलिए उसकी इस ताकत पूरी तरह खत्म करने में ही अमेरिका का हित है. अपनी हवाई ताकत और उन्नत सैटेलाइटों के बल पर अमेरिका सबसे पहले नॉर्थ कोरिया के आसमान पर कब्जा करेगा, और फिर उसके सभी सैन्य ठिकानों को ध्वस्त कर देगा. इस जंग में नॉर्थ कोरिया की एक भी मिसाइल किसी लक्ष्य को नहीं भेद पाएगी. यानी यह युद्ध शुरुआत से ही अमेरिका के पक्ष में होगा, और अंत नॉर्थ कोरिया के विनाश के रूप में सामने आएगा.
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