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Updated: 08 फरवरी, 2018 03:19 PM
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हिंदुस्तान में यौन रोग को हमेशा शक की निगाह से देखा जाता है. अगर किसी को STI यानि सेक्शुअली ट्रांसमिटेड इन्फेक्शन हुआ है तो यकीनन उसने किसी के साथ अनैतिक संबंध बनाए हैं. किसी को AIDS हो गया तो वो रेडलाइट एरिया में किसी महिला के पास गया होगा. अगर किसी महिला के साथ ये हुआ है तो उसके कैरेक्टर पर शक किया जाता है, लेकिन सोचने वाली बात ये है कि क्या इतनी गहरी चिंता को सिर्फ किसी के कैरेक्टर पर शक करके छोड़ देना चाहिए?

अगर किसी का पति उससे आकर कहे कि उसे STI हो गया है तो क्या उसपर शक करना वाजिब है? इस बात को बताएंगे तो शायद पारिवारिक कलह हो, लेकिन अगर नहीं बताएंगे तो मामला गंभीर हो सकता है. चाहें महिला हो या पुरुष ये सिर्फ कैरेक्टर से जोड़कर देखना सरासर गलत है.

STI, एड्स, बीमारी, स्वास्थ्य

STI का कारण सिर्फ सेक्स ही नहीं होता है. ये बैक्टीरिया के कारण फैलती हैं, कुछ तरह की बीमारियां सिर्फ वायरस से फैलती हैं. अगर किसी घाव पर इसका वायरस लग जाए तो शरीर में ये फैल जाता है. इसलिए ये सोचना कि जिसे हुआ है वो कैरेक्टर लेस है, ये बिलकुल गलत है.

अगर छुपाया जाए तो...

अगर इसे छुपाया जाए तो सीधे तौर पर अपने पार्टनर के स्वास्थ्य को भी खतरे में डाल रहे हैं. STI बहुत ही आसानी से दूसरे इंसान को हो सकती है. महिलाओं के लिए तो ये बहुत ही ज्यादा खतरनाक हो सकती है.

अगर पुरुष खामोश रहे तो?

अगर पुरुष STI को लेकर खामोश रहे तो ये महिलाओं के लिए जानलेवा भी साबित हो सकता है. ये कोई बढ़ा-चढ़ा कर कहने वाली बात नहीं है. दरअसल, दो तरह की बीमारियां chlamydia और gonorrhea महिलाओं में कुछ ऐसी होती हैं कि एक भी लक्षण दिखाई नहीं देता. लेकिन अगर इसका इलाज सही समय पर नहीं हुआ तो इससे पेल्विक इन्फ्लेमेटरी डिसीज (PID) हो सकती है जो आगे चलकर बांझपन, भयंकर बीमारी या मौत का कारण बन सकती है.

सिर्फ तीन बीमारियां सेक्शुअल ट्रांसफर होती है....

सिर्फ तीन ऐसी STI हैं जो सेक्शुअल गतिविधियों से ट्रांसफर होती हैं. इसमें gonorrhea, syphilis, और genital warts शामिल हैं. हर्पीज और chlamydia सेक्शुअल और नॉन सेक्शुअल दोनों तरह से ट्रांसफर हो सकती हैं. बाकी सभी STI नॉन सेक्शुअल ही ट्रांसफर होती हैं. ये घाव लगने या स्किन में कट लगने से भी एक शरीर से दूसरे शरीर में जा सकती हैं.

लंबे समय तक नहीं दिखता कोई लक्षण...

STI अगर हो गई है तो जरूरी नहीं कि किसी को एकदम से इसके लक्षण समझ आने लगे. कई STI जैसे HIV, herpes, chlamydia, gonorrhea, और genital warts लंबे समय तक कोई लक्षण नहीं दिखाती है. HIV, herpes तो कई सालों तक नहीं समझ आती. ऐसा भी हो सकता है कि कोई लंबे समय से इससे संक्रमित हो और उसे पता भी न चले. इसलिए बेहतर है कि समय-समय पर जांच करवाते रहें. अगर गुप्तांगों में कोई भी परेशानी समझ आ रही है, द्रव्य निकल रहा है, दाने हो गए हैं या कुछ और तो तुरंत किसी फिजीशियन से संपर्क करें.

उम्र और STI...

अमेरिका की संस्था सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) ने STI संक्रमण होने की उम्र के कुछ आंकड़े प्रस्तुत किए हैं.

0-14 ..

इस उम्र के लोगों को STI का सिर्फ 1% ही खतरा होता है.

15-19 ...

इस उम्र के लोगों को STI का खतरा 26 प्रतिशत रहता है.

20-24...

इस उम्र के लोगों को STI का खतरा सबसे ज्यादा यानि 39 प्रतिशत रहता है.

25-29...

इस उम्र के लोगों को STI का खतरा 18 प्रतिशत रहता है.

30-39...

इस उम्र के लोगों को STI का खतरा 12% ही रहता है.

40 से ऊपर..

40 साल से ज्यादा के लोगों को STI का खतरा 4% रहता है.

STI का खतरा सबसे ज्यादा वयस्क या जवानों को होता है और इस दौर में हमारे आस-पास के लोगों में से किसे ये बीमारी है उसका कुछ कहा नहीं जा सकता. अगर किसी पार्टनर को होती है तो उसे शक की निगाह से देखने से पहले ये जान लें कि इसका कारण क्या है. बहरहाल, अगर किसी को अपनी ऐसी किसी बीमारी के बारे में पता चल गया है तो यकीनन डॉक्टरी परामर्श अहम है. साथ ही साथ, अपने पार्टनर को बताना भी जरूरी है.

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