मां चाहती थी बेटी 'श्रद्धा' न बने, इसलिए वो ख़ुद 'आफ़ताब' बन गयी!
तमिलनाडु के तिरुनेलवेली में एक महिला ने दूसरी जाति के व्यक्ति से प्यार करने के कारण अपनी 19 साल की बेटी की हत्या कर दी. मामले में दिलचस्प ये रहा कि बाद में हेयर डाई पाउडर खाकर उसने खुद आत्महत्या करने की कोशिश की, लेकिन उसके पड़ोसियों ने बचा लिया.
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राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आशिक आफताब अमीन पूनावाला द्वारा माशूका श्रद्धा वॉकर की निर्मम हत्या और बॉडी के 36 टुकड़े किये जाने के बाद प्यार करने वालों पर पहरे बैठने की तैयारी हो चुकी है. शुरुआत तमिलनाडु से हुई है जहां लड़की 'श्रद्धा' बनती इससे पहले ही खुद मां ने आफताब बन बेटी का किस्सा तमाम कर दिया. जी हां भले ही ये बातें विचलित कर दें. मगर ऑनर के नाम पर जिस तरह से एक महिला ने अपनी ही बेटी की हत्या की वो कई मायनों में चौंकाने वाला है.
क्या है मामला
तमिलनाडु के तिरुनेलवेली में एक महिला ने अपनी 19 साल की बेटी को दूसरी जाति के व्यक्ति से प्यार करने के कारण मार डाला. बेटी को मारने के बाद महिला ने खुद को भी मारने की कोशिश की, लेकिन पड़ोसी बीच में आ गए और आरोपी महिला को बचा लिया गया और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया. बेटी की हत्या करने वाली इस मां की पहचान अरुमुगा कानी के रूप में हुई है. मृतका का नाम अरुणा बताया जा रहा है.
तमिलनाडु में जिस कारण मां ने बेटी की हत्या की वो विचलित करने वाला है
मृतका अरुणा के विषय में जो जानकारी आई है उसके अनुसार वह नर्सिंग की पढ़ाई कर रही थी. उसने अपनी मां के सामने स्वीकार किया था कि वह दूसरी जाति के एक व्यक्ति से प्यार करती है. बताते चलें कि जाति के लिहाज से अरुणा थेवर समुदाय से है जबकि उसका आशिक नादर समुदाय से है.
अरुणा की मां अरुमुगा कानी को ये बात पता थी और उसे इस रिश्ते पर सख्त आपत्ति थी. लड़की अपनी जिद पर अड़ी थी मां ने बेटी को सबक सिखाने की सोची और एक प्लान के तहत उसे 'बातचीत' के उद्देश्य से अपने गृहनगर बुलाया. जब अरुणा घर गई, तो वह यह जानकर चौंक गई कि उसकी मां ने उनकी जाति के भीतर ही उसके लिए एक रिश्ते का बदोबस्त किया है.
अरुणा को ये धोखा बर्दाश्त नहीं हुआ. चूंकि अरुमुगा कानी अपनी योजना पर काम करते हुए सब कुछ पहले से ही तय कर चुकी थी इसलिए अरुणा के आने के बाद दूल्हे को भी उसके घर आना था. अरुणा ने मां को अपने रिश्ते के विषय में बहुत समझाया लेकिन वो कुछ सुनने को तैयार नहीं थी. ये बात अरुणा को चुभ गयी और धमकी देते हुए उसने अपनी मां अरुमुगा कानी से ये तक कह दिया कि, यदि वो नहीं मानती है तो वो लड़के वालों को बता देगी कि वो किसी दूसरे युवक से प्यार करती है और उसी से शादी करेगी.
बेटी का इस बात को कहना भर था मां को ये चीज अच्छी नहीं लगी. अरुणा की बातों से खफा अरुमुगा कानी ने गुस्से में आकर अरुणा का गला घोंट दिया और उसकी हत्या कर दी. जब उसे पता चला कि उसने अपनी बेटी को मार डाला है, तो अरुमुगा कानी ने खुद को मारने की कोशिश में हेयर डाई पाउडर का सेवन कर लिया. हालांकि, उसे उसके पड़ोसियों ने बचा लिया और अस्पताल में भर्ती कराया जहां उसका इलाज चल रहा है.
मामला क्योंकि ऑनर किलिंग से जुड़ा था घटना के फ़ौरन बाद पुलिस भी हरकत में आ गयी और जांच शुरू कर दी है. खुद की सगी बेटी की हत्या करने वाली अरुमुगा कानी को कानून क्या सजा देता है इसका फैसला तो वक़्त करेगा लेकिन जो वर्तमान है उसे देखते हुए ये कहना कहीं से भी गलत नहीं है कि दिल्ली के हत्यारे आफ़ताब की तरह उसने अपनी और बेटी दोनों की ज़िन्दगी बर्बाद कर दी है.
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