विदेशी सामान से बेहतर हैं भारत के ये 10 सुपर फूड
आइए आपको बताते हैं ऐसे ही कुछ सुपर फूड के बारे में जो देश में ही मिलते हैं और उसके फायदे विदेशी सुपरफूड के जैसे या उससे भी अधिक होते हैं.
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पहले लोग सिर्फ खाना खाते थे, लेकिन अब जमाना है सुपर फूड का. सुपर फूड वो खाद्य पदार्थ होते हैं, जिनमें बहुत अधिक मात्रा में पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं. जब भी बात सुपर फूड की होती है तो लोग कई विदेशी सुपर फूड के फायदे गिनाना शुरू कर देते हैं. सुपर फूड की इस बहस में उससे होने वाले फायदों के साथ-साथ यह भी ध्यान रखना होगा कि आपकी जेब से पैसे भी खर्च होंगे. ये सुपर फूड मुफ्त में नहीं मिलेंगे. जब बात पैसों की है तो क्यों ना कि ऐसे सुपरफूड खाएं जाएं, जिनसे कम पैसे खर्च करके अधिक फायदा मिले. अगर आप चाहें तो आपको कई विदेशी सुपर फूड के फायदे देशी चीजों में ही मिल सकते हैं. आइए आपको बताते हैं ऐसे ही कुछ सुपर फूड के बारे में जो देश में ही मिलते हैं और उसके फायदे विदेशी सुपरफूड के जैसे या उससे भी अधिक होते हैं.
1- भारतीय तुलसी के बीज vs दक्षिण मैक्सिकन चिया के बीज
भारतीय तुलसी के बीज स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं, जो दक्षिण मैक्सिकन चिया के बीज जैसा सुपर फूड है. चिया और भारतीय तुलसी के बीज दोनों ही मिंट की श्रेणी के फूड हैं. तुलसी के बीज से विटामिन और आयरन मिलता है, जिससे ब्लड सुगर कंट्रोल करने में मदद मिलती है. पेट के हाजमे में भी तुलसी का बीज बहुत फायदेमंद होता है. इसे भिगाकर खाया जाता है.
2- भारतीय मोरिंगा (moringa) वी vs जापानी माचा (matcha) पाउडर
जापानी माचा पाउडर की तुलना में भारत का मोरिंगा काफी पौष्टिक सुपर फूड है. माचा पाउडर कार्बोहाइड्रेड का एक अच्छा स्रोत है, जबकि भारतीय मोरिंग के इसके मुकाबले काफी अधिक पौष्टिक है. माचा पाउडर की तुलना में मोरिंगा में 10 गुना अधिक फाइबर, 30 गुना अधिक प्रोटीन और करीब 100 गुना अधिक कैल्शियम पाया जाता है. सिर्फ इसका पाउडर ही सुपरफूड का काम नहीं करता है, बल्कि यह एक सुपर ट्री है, जिसकी पत्तियां, फल, फूल और बीज सभी फायदेमंद होते हैं.
3- भारतीय अमरंथ vs Aztec Quinoa
Aztec Quinoa सुपरफूड के मामले में पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है, लेकिन भारतीय अमरंथ इससे भी अधिक फायदेमंद है, जिसकी बात बहुत कम होती है. भारतीय अमरंथ को राजगिरा या रामदाना भी कहा जाता है. रामदाना को देश में व्रत के मौकों पर भी खाया जाता है. आयुर्वेद के अनुसार भी इसे बहुत ही महत्वपूर्ण फूड बताया गया है. रामदाना में कैल्शियम, जिंक, आयरन और फाइबर के गुण होते हैं, जिसके चलते वह Aztec Quinoa से भी अधिक फायदेमंद है.
4- भारतीय आंवला vs Amazon Acai Berry
अगर आप आंवले के फायदे जानेंगे तो अमेजन की Acai Berry भी इसके सामने फेल हो जाएगी. Acai Berry में बढ़ती उम्र के लक्षण घटाने और वजन घटाने जैसी खूबियां होती हैं और आंवला भी ये फायदा देता है. इसके अलावा आंवला हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है, इसमें 20 गुना अधिक विटामिन सी होता है और Acai Berry से दोगुने एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं.
5- स्थानीय क्षेत्रीय तेल vs जैतून का तेल
आजकल अधिकतर किचन में आपको जैतून का तेल मिल जाएगा, क्योंकि इसके फायदे बहुत अधिक हैं. आप चाहें तो स्थानीय क्षेत्रीय तेलों को भी इसकी जगह इस्तेमाल कर सकते हैं, जिनसे लगभग जैतून तेल जैसे ही फायदे होते हैं. अगर आप नारियल का तेल इस्तेमाल करते हैं, जो इंफेक्शन को दूर रखता है. वहीं वर्जिन कोकोनट ऑयल बुरे कोलेस्ट्रोल को अच्छे कोलेस्ट्रोल में बदल देता है. इसके अलावा सरसों के तेल में मिनरल्स पाए जाते हैं. मूंगफली के तेल में विटामिन ई मिलता है और इसमें कोलेस्ट्रॉल नहीं होता है.
6- अश्वगंधा vs चीनी जिनसेंग
चीनी जिनसेंग यौन दिक्कतों से निजात दिलाने में मदद करता है और अपनी इस खूबी की वजह से पूरी दुनिया में लोकप्रिय है. भारत में इसके जैसे फायदों वाला अश्वगंधा मिलता है. अच्छी बात यह है कि अश्वगंधा चीनी जिनसेंग के मुकाबले करीब 3 गुना सस्ता है और इसे लंबे समय तक भी लिया जा सकता है, जिससे कोई नुकसान नहीं होता है.
7- कुट्टू vs ओट्स
उपवास के मौकों पर खाया जाने वाले कुट्टू (buckwheat) में ओट्स के मुकाबले काफी अधिक मैग्नीशियम और पोटैशियम पाया जाता है. कुट्टू प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत है और इसमें सभी 8 एमीनो एसिड पाए जाते हैं. साथ ही यह खून के प्रवाह को भी सही करता है.
8- चुकंदर के पत्ते vs केल (kale)
चुकंदर के जिन पत्तों को आप बेकार समझकर फेंक देते हैं, उनके भी कई फायदे हैं. ये हरे पत्ते विदेशी केल (kale) को भी फेल करता है. भारत के शहरी इलाकों में विदेश से आए kale को विटामिन-ए और विटामिन-के का मुख्य स्रोत माना जाता है. ठीक उसी प्रकार चुकंदर के पत्ते भी बहुत पौष्टिक होते हैं. इनमें कैलोरी बहुत कम होती है और विटामिन-ई की मात्रा बहुत अधिक होती है. इसमें पोटैशियम भी काफी मात्रा में मिलता है.
9- शतावरी (Shatavari) vs Maca Root
2015 में दुनिया ने Maca Root पर ध्यान दिया. आयुर्वेद ने शतावरी को भी काफी फायदेमंद माना है. यह दोनों ही सुपरफूड एक जैसे ही फायदे देते हैं. रिसर्च से भी यह बात साफ है कि शतावरी पीएमएस, अपच, ईर्ष्या, यूटीआई, चिड़चिड़ा आंत्र सिंड्रोम और मूड स्विंग आदि में फायदा देता है.
10- भारतीय जामुन vs चीनी गोजी बेरी
चीन में पाई जाने वाली गोजी बेरी और भारतीय जामुन दोनों ही डायबिटीज के लोगों के लिए फायदेमंद होते हैं. भारतीय जामुन चीन की गोजी बेरी से सत्ता भी होता है. इससे थकान दूर होती है, गले का दर्द सही होता है, ब्लड सुगर कंट्रोल होता है और साथ ही प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है. इसमें पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम, पोटैशियम, आयरन और विटामिन सी पाया जाता है.
अगर आपने अभी तक सुपर फूड खाना शुरू नहीं किया है, तो अभी कर दीजिए. इससे आपके स्वास्थ्य को काफी अधिक फायदा होगा. कम खाने में आपको अधिक पौष्टिकता मिल जाएगी. सुपर फूड आपके शरीर में प्रोटीन और विटामिन की कमी को दूर करेंगे और आपको रोग मुक्त बनाएंगे.
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