जलाई गई उन्नाव रेप पीड़िता की मौत: हत्यारों की फांसी चाहिए, एनकाउंटर नहीं !
हैदराबाद एनकाउंटर के बाद लोगों ने जिस तरह पुलिस को सर आंखों पर बैठाया, कहीं ऐसा न हो कि उत्तर प्रदेश की पुलिस हैदराबाद पुलिस से प्रेरित होकर इसी तरह का कदम उठा ले. हैदराबाद के एक एनकाउंटर पर पूरा देश मिठाइयां बांट रहा हो तो उत्तरप्रदेश तो एनकाउंटर स्पेशलिस्ट है.
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हैदराबाद पुलिस(Hyderabad Police) द्वारा दिशा गैंगरेप और मर्डर मामले(Disha gangrape and murder case) में कथित 4 आरोपियों के एनकाउंटर का जश्न अभी थमा भी नहीं था कि राजधानी दिल्ली से बुरी खबर आ गई. दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इलाज के दौरान यूपी के उन्नाव(Unnav rape victim) में आग के हवाले की गई रेप पीड़िता की कार्डियक अरेस्ट से मौत हो गई.
युवती को बीते दिन एयरलिफ्ट करके लखनऊ के श्यामा प्रसाद मुखर्जी अस्पताल से दिल्ली लाया गया था. 95% तक जल चुकी लड़की की हालत कितनी नाजुक थी इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि दिल्ली एयरपोर्ट से अस्पताल तक ऐंबुलेंस के लिए ग्रीन कॉरिडोर का निर्माण किया गया था.
Dr Shalabh Kumar, HOD (burns and plastic), Safdarjung Hospital: She suffered cardiac arrest at 11:10 pm and we tried to resuscitate her, but she could not survive and at 11:40 pm she died. https://t.co/xoQpYTAdQT
— ANI (@ANI) December 6, 2019
उन्नाव की इस लड़की के साथ दिसंबर 2018 में गैंगरेप (Gangrape) किया गया था. लेकिन उत्तर प्रदेश पुलिस (UP Police) ने मार्च 2019 में इस मामले की सुध ली और शिकायत दर्ज की. लेकिन जब लड़की को जिंदा जलाया गया तब उन्नाव पुलिस तत्काल हरकत में आई और उसने मुख्य आरोपी शुभम त्रिवेदी समेत अन्य 4 लोगों को गिरफ्तार किया.
जनपद उन्नाव की घटना में शामिल सभी 5 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया है lप्रकरण में सख्त कार्यवाही की जायेगी : @dgpup https://t.co/uuLP3vCaYX
— UP POLICE (@Uppolice) December 5, 2019
कैसे घटी घटना
मामला उन्नाव के बिहार थानाक्षेत्र का है. बताया जा रहा है कि लड़की पैदल अपने घर से स्टेशन जा रही थी जहां उसे रायबरेली के लिए ट्रेन पकड़नी थी. रायबरेली कोर्ट में लड़की की अपने उस रेप केस के लिए तारीख़ थी जिसकी शिकायत मार्च 2019 में दर्ज हुई थी. लड़की के स्टेशन पहुंचने से पहले ही रास्ते में पांच लोगों ने उसे पकड़ा और उसे गांव के बाहर एक खेत में ले गए. वहां पेट्रोल छिड़ककर उसके शरीर में आग लगा दी. बताया जा रहा है कि गंभीर रूप से जलने के बावजूद लड़की खुद 1 किलोमीटर तक पैदल चली और उसने खुद ही 100 नंबर पर फोन करके पुलिस को अपने साथ घटित हुई इस वारदात की खबर दी.
पांच लोगों ने लड़की को जिंदा जला दिया
लड़की बुरी तरह से जली थी इसलिए पुलिस ने उसे इलाज के लिए पास के जिला अस्पताल में भर्ती करवाया जहां से उसे लखनऊ और फिर वहां से दिल्ली रेफर कर दिया गया था. और दिल्ली में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी. बताया जा रहा है कि पीड़िता ने पांच लोगों को नामजद किया था जिसपर एक्शन लेते हुए पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया था.
क्या लिखा था लड़की ने अपनी FIR में
जो FIR दिवंगत लड़की ने पुलिस में दर्ज की है उसमें शिवम त्रिवेदी और शुभम त्रिवेदी नाम के दो युवकों को नामजद किया गया था. लड़के, लड़की के गांव के ही रहने वाले हैं. एफआईआर के अनुसार शिवम ने लड़की को बहलाया फुसलाया और उसे अपने साथ रायबरेली ले आया और उसका रेप किया. लड़के ने रेप का वीडियो भी बनाया और उसे पब्लिक करने की धमकी देकर बार-बार उसके साथ बलात्कार किया. लड़की के मुताबिक आरोपी उसे और उसके परिवार को जान से मारने की धमकी देता था और ऐसे तमाम मौके आए जब न सिर्फ उसने बल्कि उसके दोस्तों तक ने असलहे की नोक पर लड़की के साथ बलात्कार किया.
उन्नाव रेप पीड़िता 95% तक जल चुकी थी और दिल्ली में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई
हैदराबाद के बाद अब उत्तर प्रदेश क्या दिन दिखाएगा
Unnav rape victim की मौत के एक दिन पहले ही देश हैदराबाद मामले पर पुलिस की कार्रवाई पर मिठाइयां बांट रहा था. जहां महिला डॉक्टर को रेप के बाद जला देने वाले चारों आरोपियों को पुलिस ने एनकाउंटर (Hyderabad Police encounter) करके खत्म कर दिया. अब उन्नाव की इस रेप पीड़िता के लिए देश ऐसा ही कुछ उम्मीद कर रहा है. खासकर उत्तरप्रदेश जो राज्य में होने वाले एनकाउंटर की वजह से पहले से ही काफी प्रख्यात/कुख्यात है. हैदराबाद मामले में जिस तरह से पुलिस एनकाउंटर की तारीफें हुईं, लोगों ने पुलिस को सर आंखों पर बैठाया, कहीं ऐसा न हो कि उत्तर प्रदेश की पुलिस हैदराबाद पुलिस से प्रेरित होकर इसी तरह का कदम उठा ले. न्याय व्यवस्था को ताक पर रखकर पुलिस ने जिस तरह कानून को अपने हाथों में लिया अगर पूरा देश उसपर मिठाइयां बांट रहा हो तो उत्तरप्रदेश तो एनकाउंटर स्पेशलिस्ट है.
हैदराबाद पुलिस ने अपराधियों को खत्म करने का ये एक नया तरीका दिया है. हमें अपराध मुक्त समाज चाहिए लेकिन अपराध मुक्त समाज को बनाने का क्या यही इलाज रह गया है कि अपराधियों को जब चाहे ठोक दो. न्यायपालिका अपने कार्यप्रणाली में थोड़ी सी तेजी लाकर लोगों के टूटे विश्वास को फिर से मजबूत कर सकती है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले पर दुख जताते हुए आश्वासन दिया है कि इस मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में होगी और अपराधियों को कड़ी सजा दिलवाई जाएगी.
उन्नाव रेप पीड़िता के अपराधियों को फांसी ही हो यही कामना है. लेकिन हैदराबाद एनकाउंटर के बाद डर लगना स्वाभाविक है कि कहीं उन्नाव के इन आरोपियों का भी एनकाउंटर न कर दिया जाए.
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