आ गया यूपी बोर्ड का रिजल्ट, लड़कियों ने मारी बाजी
एक बार फिर से लड़कों को पछाड़कर लड़कियों ने बाजी मारी. लगातार इस साल भी लड़कियों ने औसतन लड़कों के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन किया.
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उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद और मदरसा शिक्षा परिषद ने दसवीं और बारहवीं के नतीजों की घोषणा कर दी है. पिछले साल बोर्ड ने दसवीं की परीक्षा के नतीजे 30 मई को घोषित किए थे. लेकिन इस बार थोड़ा पहले यानी 17 मई को ही नतीजों का ऐलान कर दिया गया है.
एक बार फिर से लड़कों को पछाड़कर लड़कियों ने बाजी मारी. लगातार इस साल भी लड़कियों ने औसतन लड़कों के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन किया. हाईस्कूल की परीक्षा में इस बार 83.74 फीसदी परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए हैं. जिसमें से 88.34 फीसदी लड़कियों और 79.73 फीसदी लड़कों ने परिक्षा पास की है. इस तरह से लड़कियों ने 8.61 प्रतिशत बढ़त बनाकर लड़कों से बाजी मार ली. 12वीं में इस बार 88.83 फीसदी परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए हैं. जिसमें 92.16 फीसदी लड़कियों और 85.91 लड़कों ने परिक्षा पास की है. लड़कियों का प्रतिशत इस बार लड़कों से 6.25 ज्यादा रहा.
बारहवीं में लखनऊ पब्लिक कॉलेज, राजाजीपुरम की ज्योति राठौर ने 88.83 प्रतिशत मार्क्स के साथ टॉप किया. तो दूसरी तरफ दसवीं की परीक्षा में बस्ती के जीएसएएस पब्लिक एकेडमी के सर्वेश वर्मा ने 96.83 प्रतिशत अंक लाकर प्रथम स्थान हासिल किया.
इस बार यूपी बोर्ड ने हाईस्कूल और इंटर की परीक्षा के परिणाम एक ही दिन जारी किए हैं. इस साल हुई बारहवीं की परीक्षा में कुल 28 लाख 95 हजार परीक्षार्थियों ने रजिस्ट्रेशन करवाया था. वैसे कई लाख परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ भी दी है.
इस साल उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के अनुसार कुल 34,98,430 छात्रों ने दसवीं और 29,24,768 छात्रों ने बारहवीं की परीक्षा दी थी. सभी छात्र upresults.nic.in या upmsp.nic.in वेबसाइट पर जाकर अपने रोल नंबर के माध्यम से अपना रिजल्ट देख सकते हैं. छात्रों को रिजल्ट के लिए रोल नंबर और जन्मतिथि की आवश्यकता होगी. भारी ट्रैफिक की वजह से वेबसाइट खुलने में असुविधा हो सकती है.
जानिए यूपी बोर्ड को
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की स्थापना इलाहाबाद में 1921 में हुयी थी. उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद देश के बड़े बोर्डों में से है जो दस साल की पढाई की हाई स्कूल की पढाई के बाद परीक्षाएं करवाता है. इस बोर्ड की सबसे पहली परीक्षा 1923 में हुई थी. यू पी बोर्ड इलाहाबाद दसवीं और बारहवीं की परीक्षाएं करवाता है. इस बोर्ड की चार आंचलिक शाखाएं मेरठ , बरेली , वाराणसी और इलाहबाद में है. इन शाखाओं की स्थापना क्रमशः मेरठ 1973 में, वाराणसी 1978, बरेली 1981 में और इलाहबाद में 1987 में हुई थी. बोर्ड का मुख्य कार्य नए विद्यालयों को मान्यता देना, माध्यमिक शिक्षा परिषद के दसवीं और बारहवीं के छात्रों के लिए पाठ्यक्रम निर्धारित करना और इनकी परीक्षाएं करवाना है. वर्तमान में कुल 9,121 विद्यालयों की मान्यता इस बोर्ड से है.
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