गणेश-कृष्ण को अपमानित करने वाली दो घटनाओं और उस पर हुई कार्रवाई का सच
बहरीन में एक मुस्लिम महिला (Bahrain Muslim Woman) को एक सुपर मार्केट में भगवान गणेश की मूर्तियों को तोड़कर एक समुदाय की धार्मिक भावनाओं को आहत पहुंचाने के लिए गिरफ्तार किया गया है. जब मुस्लिम पेंटर द्वारा बनाई गई भगवान कृष्ण की पांच साल पुरानी पेंटिंग फिर से सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी है.
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एक ऐसे वक्त में जब नफ़रत लगातार हावी होती जा रही है, ऐसी नफरत के सौदागर इस आग में घी डालने के लिए दिन रात एक कर रहे हैं. पैगंबर मोहम्मद से जुड़ी विवादित पोस्ट को लेकर हम बेंगलुरु में दंगे देख चुके हैं. अब अचानक सोशल मीडिया पर एक बुर्का पहने मुस्लिम महिला का वीडियो वायरल होनेे लगता है. लोगों में नफ़रत किस हद तक हावी है इसे हम बहरीन (Bahrain) के इस मामले से समझ सकते हैं. बहरीन के सुपर मार्केट में बुर्का पहनी हुई एक महिला ने न केवल गणेश प्रतिमा (Lord Ganesha Idols) को तोड़ा बल्कि ये कहकर दुनिया को हैरत में डाल दिया कि एक 'मुस्लिम' (Muslim) देश होने के कारण बहरीन में लोगों को मूर्ति पूजा का कोई हक नहीं है. इस वीडियो के सामने आने पर लोगों ने जमकर आक्रोश व्यक्त किया. शुक्र है कि येे सारा आक्रोश सोशल मीडिया पर ही निकला. इधर, मामले में अच्छी बात ये रही कि बहरीन की पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया है और महिला को एक समुदाय की धार्मिक भावना आहत करने के जुर्म में गिरफ्तार कर लिया.
बहरीन में भगवान गणेश की मूर्ति को लेकर हंगामा करती मुस्लिम महिला
जिस घटना का हमने जिक्र किया वो बहरीन की राजधानी मनामा के एक सुपर मार्केट की है. वीडियो इंटरनेट पर बड़ी ही तेजी के साथ वायरल हुआ है. जिसमें बुर्का पहने हुए एक महिला बहुत गुस्से में है और वो भगवान गणेश की प्रतिमाओं को तोड़ती हुई नजर आ रही है.
This video is from #Bahrain "Lady destroying the idols of Lord Ganesha "No religion teaches to disrespect someone's faith and belief's. #Bahrain pic.twitter.com/IGrtS1k12E
— Amit (@amy_official7) August 16, 2020
ध्यान रहे कि हिंदू धर्म के प्रमुख उत्सवों में शामिल गणेश चतुर्थी का त्योहार जल्द ही दस्तक देने वाला है. कोरोना के इस दौर में भारत समेत दुनिया भर में जहां जहां भी हिंदू धर्म को मानने वाले लोग रहते हैं, वो त्योहार को लेकर बहुत उत्साहित है. बात बहरीन की चल रही है तो ये बताना बहुत ज़रूरी है कि बहरीन का शुमार गल्फ़ के उन चुनिंदा मुल्कों में है जहां एक मुस्लिम देश होने के बावजूद बड़ी संख्या में हिंदू धर्म के अनुयायी रहते हैं. ऐसे में एक मुस्लिम महिला का ये कहकर भगवान गणेश की मूर्तियां तोड़ना निंदनीय है कि बहरीन एक मुस्लिम मुल्क है.
मामले में एक अच्छी बात ये थी कि नफ़रत फैलाने के मद्देनजर, पब्लिक प्लेस पर की गयी इस हरकत को पुलिस ने धर्म के एंगल से नहीं देखा और गणेश प्रतिमा को नुकसान पहुंचाने वाली महिला के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की है. पुलिस ने महिला पर दूसरे समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया है. मामले पर बहरीन के आंतरिक मंत्रालय ने अपना स्पष्टीकरण दिया है और कहा है कि पुलिस ने एक दुकान को नुकसान पहुंचाने और एक समुदाय को अपमानित करने के लिए महिला पर कार्रवाई की है.
बहरहाल बात हिंदू देवी देवताओं के अपमान और उसपर हुई पुलिसिया कार्रवाई की हुई है तो हमारे लिए इंटरनेट पर चर्चा का विषय बनी एक घटना का जिक्र और कर लेना चाहिए. असम के एक आर्टिस्ट की शिकायत हुई है. आर्टिस्ट पर आरोप लगाया गया है कि उसने भगवान कृष्ण को बेहद भद्दे तरीके से चित्रित किया है.
ध्यान रहे कि ये शिकायत इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि अभी बीते दिनों ही कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में पैगम्बर मोहम्मद को लेकर एक पोस्ट ने कुछ यूं बवाल मचाया कि दो समुदाय सड़कों पर आ गए और धार्मिक भावना के नाम पर जमकर कानून का मखौल उड़ाया गया.
अरुन् पुदुर् नाम के वेरिफाइड अकाउंट ने शिकायत की है और असम के एक मुस्लिम आर्टिस्ट पर गंभीर आरोप लगाए हैं और मांग की है कि पुलिस तत्काल प्रभाव में इस आर्टिस्ट पर एक्शन ले.
Akram Hussain, an Assam based Muslim ’Artist’ depicts Lord Krishna with Bikini Girls & this piece has been displayed in Gawhati Art Gallery.#BangaloreRiots for a FB comment. Praveen who expressed his FOE was arrested for hurting sentimentsWill Akram be arrested for this? pic.twitter.com/3GYl8S9thE
— Arun Pudur (अरुन् पुदुर्) (@arunpudur) August 17, 2020
चूंकि ये मामला सोशल मीडिया पर लोगों द्वारा हाथों हाथ लिया जा रहा है इसलिए फेक न्यूज़ के इस दौर में गुवाहाटी पुलिस ने इस घटना के सम्बन्ध में ट्वीट किया है और जो जानकारी दी है वो हैरान करने वाली है.
For more information in this regard. https://t.co/L99CnJVL8H
— Assam Police (@assampolice) August 17, 2020
पुलिस के अनुसार ये मामला 2015 का है और तभी पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आर्टिस्ट के खिलाफ केस दर्ज किया था और 30 मई 2015 को उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा था.
दोनों ही घटनाओं के बाद इतना तो साफ़ है कि भले ही लोग मामलों को धार्मिक रंग दे रहे हों और नफरत फैलाकर सौहार्द प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हों. मगर हमें इस बात को समझना होगा कि चाहे बहरीन हो या फिर भारत जहां कहीं भी धर्म को आधार बनाकर नफरत फैलाई जाएगी पुलिस अपना काम करेगी और दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिलेगी.
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