भारत में स्नीकर की बढ़ती संस्कृति के मायने
भारत में स्नीकर के प्रति लोगों की दीवानगी शुरु होने के सालों पहले से ही विश्व में ये फुटवियर बहुत लोकप्रिय था. 2008 में तो कार्नेगी मेलॉन के जेसी चोर्न्ग और एलियट कर्टिस ने स्नीकरोलॉजी 101 नाम का ऑफिशियल कोर्स भी शुरू कर दिया.
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वो बीते दिनों की बात थी जब हमारे यहां सिर्फ बाटा या लिबर्टी स्नीकर मिला करते थे. जूतों के बाजार में इनका ही राज हुआ करता था. तब ये स्नीकर बुजुर्गों या फिर ठंड में पहने जानी वाली चीज थी.
स्नीकर कल्चर- ये नाम सुनने में बहुत अच्छा लगता है. फिल्म अभिनेत्री सोनम कपूर की शादी आनंद अहुजा से होने वाली है. इस खबर के फैलते ही हर कोई आनंद आहूजा के बारे में जानने के लिए बेचैन हो गया. अब तक लगभग आनंद आहूजा उनके फैशन ब्रांड भाने (Bhane) के बारे जान चुके हैं. लेकिन क्या आप स्नीकर कल्चर के बारे में थोड़ा और जानना नहीं चाहेंगे? ऐसा कहा जाता है कि आनंद अहुजा ने अपने स्नीकर वेंचर veg non veg के जरिए भारतीयों में स्नीकर के प्रति एक नए ही कॉन्सेप्ट को स्थापित किया.
चलिए तो हम आपको बताते हैं कि दिल्ली स्थित व्यवसायी आनंद आहूजा स्नीकर के शौकीन हैं. आनंद आहूजा के पास 200 से अधिक स्नीकर्स हैं. नाइकि उनका फेवरेट ब्रांड है और उनके ज्यादातर स्नीकर इसी ब्रांड के हैं. स्नीकर के प्रति अपने प्यार और भारत की जूता इंडस्ट्री में नई खोज के लिए आनंद ने 2011 में वेज नॉन वेज नाम का अपना ब्रांड लॉन्च किया. 2011 में बड़े और महंगे ब्रांड देश में अपनी पैठ बना रहे थे.
भारत में स्नीकर कल्चर की बढ़ती लोकप्रियता
सबसे पहले, आप ये जानना चाहेंगे कि स्नीकरहेड कौन हैं? जो लोग स्नीकर्स से प्यार करते हैं- जॉर्डन, असिक्स, डंक, मैक्स, फोर्स इत्यादि को शहरी शब्दकोश में स्नीकरहेड के रूप में परिभाषित किए जाते हैं. जब हम किसी को स्नीकरहेड कहते हैं तो इसका तात्पर्य उन लोगों से होता है जिनके पास स्नीकर्स के 100 से अधिक जोड़े हों. वो भी लिमिटेड एडिशन वाले.
स्नीकर्स के शौकीन हैं आनंद आहूजा
भारत में स्नीकर के प्रति लोगों की दीवानगी शुरु होने के सालों पहले से ही विश्व में ये फुटवियर बहुत लोकप्रिय था. 2008 में तो कार्नेगी मेलॉन के जेसी चोर्न्ग और एलियट कर्टिस ने स्नीकरोलॉजी 101 नाम का ऑफिशियल कोर्स भी शुरू कर दिया. इस पाठ्यक्रम में 1970 न्यूयॉर्क से शुरु हुए स्नीकर के कल्चर के बारे में पढ़ाया जाता है. जूतों के डिजाइन, मार्केटिंग और मैन्यूफैक्चरिंग के बारे में भी बताया जाता है. साथ ही इसमें मौजूद बाल श्रम के बारे में जानकारी दी जाती है.
जैसे वेज नॉन वेज उत्तर भारत के युवाओं के लिए स्नीकर का स्वर्ग है, ठीक वैसे ही स्प्रिंट नाम का एक स्नीकर वेंचर बेंगलुरु के लोगों को आकर्षित कर रहा है. हाल ही में फैशन ट्रेंड के अनुसार कई ऑनलाइन शॉपिंग पोर्टल भी विकसित हो गए हैं. फिर चाहे डियर जिंदगी या तामाशा में दीपिका पादुकोण और आलिया भट्ट हों. सभी ने स्नीकर्स को खूब आधुनिक और ट्रेंडी बना दिया. और, ओह! ये बताना तो रह ही गया इन कलाकारों को सिर्फ स्क्रीन पर ही नहीं बल्कि वास्तविक जीवन में भी कई बार स्नीकर्स पहने हुए देखा गया.
इससे कॉलेज जाने वाली लड़कियों के बीच ये एक कूल ट्रेंडिंग ड्रेसिंग ऑप्शन बन गया. सभी स्मार्ट, कूल और ट्रेंडी दिखना चाहते हैं. इसके अलावा, स्नीकर कल्चर ने ऊँची हिल्स के बजाय आरामदायक जूते पहनने का एक बढ़िया और आरामदायक विकल्प दे दिया.
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