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Updated: 25 मार्च, 2022 08:35 PM
बिलाल एम जाफ़री
बिलाल एम जाफ़री
  @bilal.jafri.7
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इस बारे में ठीक ठीक कोई जानकारी नहीं है कि धरती पर सबसे पहले फुटबॉल कब और कहा खेला गया. लेकिन जब-जब बात एक स्पोर्ट्स के रूप में फुटबॉल की होगी. इटली का जिक्र इसलिए भी होगा क्योंकि इटली, फुटबॉल का पर्याय है. लेकिन क्योंकि वक़्त हमेशा एक जैसा नहीं रहता इटली में फुटबॉल फैंस सामने दुखों का पहाड़ है. इटली में और हर वो शख्स जो इटालियन फुटबॉल स्किल्स का दीवाना है उसे गहरा आघात लगा है. वजह? यूरोप की मौजूदा चैंपियन इटली का 2023 में क़तर में होने वाले FIFA World Cup के लिए क्वालीफाई न कर पाना. 2018 के बाद यह लगातार दूसरी बार हुआ है जब इटली टीम वर्ल्ड कप के लिए क्वालिफाई करने में नाकाम रही है. बताते चलें कि इटली नॉर्थ मैसेडोनिया के खिलाफ अहम मैच में हार गई. पार्लेमो में खेले गए मैच में नॉर्थ मेसेडोनिया ने अंतिम मिनट में गोल दागकर इतिहास रच दिया और इटली के विश्‍व कप में क्‍वालीफाई करने के सपने को बस सपना बना दिया.

Italy, FIFA, FIFA World Cup 2023, Portugal, Spain, Brazil, Sports, Twitter, Tweetइटली को क़तर में होने वाले फीफा वर्ल्ड कप प्रबल दावेदार माना जा रहा था

भले ही इटली के अरमानों पर पानी फिर गया हो और वो फीफा वर्ल्ड कप 2023 से बाहर हो गया हो लेकिन क्योंकि लम्बे समय तक इटली ने इंटरनेशनल फुटबॉल में अपना जलवा बरक़रार रखा. इसलिए ये बता देना भी बहुत जरूरी हो जाता है कि मौजूदा वक़्त में इटली के सामने करो या मरो की स्थिति थी. इटली ग्रुप सी में दूसरे स्‍थान पर था और उसे प्‍लेऑफ में अपने पूरे दम खम के साथ नॉर्थ मेसेडोनिया के खिलाफ खेलना था.

पार्लेमो में जिस तरह के गेम की साक्षी दुनिया बनी है कहना गलत नहीं है कि भले ही मैच शुरू होने से पहले तक नार्थ मैसेडोनिया को इटली के मुकाबले एक कमजोर टीम का तमगा मिला हो लेकिन जब मैच शुरू हुआ तो वो रोमांच से भरपूर था. अंतिम मिनट तक फुटबॉल फैंस इस नतीजे पर नहीं पहुंच पा रहे थे कि नार्थ मैसेडोनिया और इटली का ये मैच किसकी तकदीर बदलेगा.

तभी अंतिम मिनट यानी स्टॉपेज टाइम में वो हुआ जिसकी कल्पना इटली ने शायद ही कभी की हो नॉर्थ मेसेडोनिया की तरफ से एलेंडर त्राकोव्‍स्‍की ने स्‍टोपेज गोल दागकर इटली को बेबस और लाचार छोड़ दिया. ध्यान रहे कि इटली से पहले ग्रीस (2004) और डेनमार्क (1992) ऐसे देश रहे हैं, जिन्‍होंने यूरोपियन चैंपियनशिप तो बड़ी ही आसानी के साथ जीती, लेकिन जब बात विश्‍व कप के लिए क्‍वालीफाई करने की आई तो इनका भी हाल इटली सरीखा ही हुआ.

नार्थ मैसेडोनिया से मिली हार ने इटली के कप्तान गिओरगियो चेलीनी को एकदम हक्का बक्का कर दिया है. इस शर्मनाक हार को चेलीनी ने निराशाजनक बताया है. उन्होंने कहा है कि , ‘हमने सितंबर में गलतियां की जिसका नुकसान हमें अब उठाना पड़ा. हम इससे काफी दुखी हैं.’

गौरतलब है कि भले ही यूरोपीय चैंपियन रहे हों. मगर फीफा वर्ल्ड कप के क्वालिफायर में वक़्त कभी इटली के साथ था ही नहीं. एक टीम के रूप में इटली का इतना ख़राब हाल क्यों हुआ?

इसकी वजह उनके एवरेज को माना जा सकता है. बात क्वालिफायर के पिछले पांच मैचों की हो तो इटली को ड्रॉ से संतुष्ठ होना पड़ा. एक्सपर्ट्स मानते हैं कि अगर इटली की परफॉरमेंस प्रभावित हुई तो इसकी एक अहम् वजह उनका मनोबल है जो ड्रा के चलते प्रभावित हुआ.

इटली भले ही फीफा के मुख्य मुकाबले से बाहर हो गया हो लेकिन क्योंकि पुर्तगाल, वेल्स और स्वीडन जैसे देश अपनी दावेदारी पेश करने में कामयाब रहे हैं इसलिए कहा जा सकता है कि 2023 में क़तर में होने वाला फीफा वर्ड कप मनोरंजक होगा और ऑडियंस को भरपूर मजा देगा.

बाकी बात क्योंकि इटली की हुई है तो जिस तरह शास्त्रीय संगीत में अलग अलग घराने होते हैं ठीक वाले ही फुटबॉल में इटली घराना था और विश्व कप क्वालिफाइंग मुकाबले में जैसा हाल हुआ, फुटबाल के इटली घराने का सूरज अस्त हो गया है. 

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बिलाल एम जाफ़री बिलाल एम जाफ़री @bilal.jafri.7

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं.

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