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Updated: 11 नवम्बर, 2021 01:24 PM
बिलाल एम जाफ़री
बिलाल एम जाफ़री
  @bilal.jafri.7
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अभी दिन ही कितने हुए हैं टीम इंडिया को यूएई रवाना हुए. तमाम भारतीय खेल प्रेमी ऐसे थे जिन्होंने एक सुर में इस बात पर अपनी ऊर्जा को खर्च किया था कि टीम इंडिया उन चुनिंदा टीमों में है जो T20 World Cup पर कब्जा कर लेगी. टीवी पर क्रिकेट एक्सपर्ट्स जिस तरह हाथ में मार्कर / कलम लेकर टीम पर गुणा गणित कर रहे थे और पिछले रिकार्ड्स का हवाला देते हुए भारतीय टीम को सर्वश्रेष्ठ टीम बता रहे थे एक बार को लगा कि यूएई की ज़मीन पर हमारी भारतीय टीम इतिहास रच देगी लेकिन चाहे वो पाकिस्तान से हुआ पहला मैच हो या फिर न्यूजीलैंड से मिली शर्मनाक हार टीम को लेकर तमाम कयास ढाक के तीन पात ही निकलें हैं. चाहे टीम के कप्तान विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे खिलाड़ी हों या फिर टीम के बॉलर्स हर कोई आलोचकों के निशाने पर है. वो तमाम क्रिकेट एक्सपर्ट्स जो कल तक टीम इंडिया को पूरे टी 20 वर्ल्ड कप की बेस्ट टीम बता रहे थे आज डंके की चोट पर इस बात की घोषणा कर रहे हैं कि सिलेक्टर्स द्वारा बड़ी चूक हुई है. ऐसे लोगों का ये भी कहना है कि यदि टीम का चयन 'ईमानदारी' से हुआ होता तो आज स्थिति कुछ दूसरी होती. हो सकता है टीम इंडिया टी-20 वर्ल्ड कप जीतने में कामयाब होती.

टी20 विश्वकप से टीम इंडिया के बाहर होने पर अब सिर्फ लकीर पीटी जा रही है!यूएई में आयोजित टी20 वर्ल्ड कप में अगर टीम इंडिया हारी तो इसका एक बड़ा कारण टीम का ओवर कॉन्फिडेंस है

इसमें कोई शक नहीं है कि टीम इंडिया की जो हालत यूएई में हुई है उसने क्रिकेट के देश भारत को शर्मसार किया है. जिस तरह बीसीसीआई से लेकर कोच, कप्तान, एक्सपर्ट्स द्वारा भारतीय टीम की कमी को छुपाया जा रहा हो वो गहरी चिंता का विषय इसलिए भी है क्योंकि प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से हम अपने खिलाड़ियों के साथ धोखा कर रहे हैं.

हमें इस बात को समझना होगा कि अगर हमने इस समय टीम इंडिया को उसकी कमियों से अवगत नहीं कराया तो फिर आने वाले वक़्त में हमारे पास संभालने को कुछ नहीं रहेगा. बात बहुत सीधी है टी20 विश्वकप से टीम इंडिया के बाहर होने पर अब सिर्फ लकीर पीटी जा रही है.

ध्यान रहे जिस न्यूजीलैंड से टीम इंडिया ने अपने दूसरे टी 20 मैच में करारी शिकस्त का मुंह देखा उसी न्यूजीलैंड की बदौलत टीम इंडिया टी 20 वर्ल्ड कप से बाहर हुई है. या ये भी कह सकते हैं कि ये न्यूजीलैंड ही था जिसने टीम को बाहर का रास्ता दिखाया और हर उस शख्स को जो भारतीय टीम को कप का प्रबल दावेदार मान रहा था, बताया कि विदेशी पिचों पर टी20 फॉर्मेट पर मैच खेलना और उसे जीतना अब भी भारत के लिए टेढ़ी खीर है.

गौरतलब है कि यूएई से वापस आने के बाद कप्तान विराट कोहली ने टीम की परफॉरमेंस पर बात की है और उन कारणों पर विस्तृत चर्चा की है जिनके चलते आसान से मैचों में भारत को हार का सामना करना पड़ा. कप्तान कोहली का मानना है कि यूं इस तरह भारतीय टीम के टूर्नामेंट से बाहर होने के चलते खिलाड़ियों में निराशा है. भले ही इस टूर्नामेंट के अपने आखिरी मैच में भारत ने नामीबिया को 9 विकेटों से हरा दिया हो लेकिन ये कहना कहीं से भी गलत नहीं है कि भारतीय टीम शुरुआत से ही कप जीतने के मूड में नहीं थी.

भारत ग्रुप 2 में टूर्नामेंट के तीसरे स्थान पर शीर्ष पर काबिज पाकिस्तान से पीछे है, जो एकमात्र टीम है जिसने अपने सभी पांच सुपर 12 मैच जीते हैं. मजेदार बात ये है कि टूर्नामेंट में भारत का नेट रन रेट +1.747 है, जो इस ग्रुप में सबसे ज्यादा है.

जैसा कि हम पहले ही इस बात को बता चुके हैं टीम इंडिया ने अपने शुरुआती दो मैच भारतीय क्रिकेट प्रेमियों की आशा के विपरीत खेले और यही चीज टीम इंडिया के लिए टर्निंग पॉइंट साबित हुई और उसके बाद जो हुआ वो हमारे सामने हैं. अब जबकि टीम वापस आ चुकी है तो हम टॉस, पिच, ओस, सिलेक्शन, कप्तानी, परफॉरमेंस जैसे मुद्दों को लेकर लंबी लंबी बातें कर अपनी टीम को दिलासा दे सकते हैं लेकिन सच यही है कि यदि टीम हारी है तो इसकी एक बड़ी वजह वो ओवर कॉन्फिडेंस हैं जो यूएई पहुंचने से पहले था.

बहरहाल टीम इंडिया के सेलेक्टर्स ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 17 नवंबर से शुरू हो रही 3 मैचों की टी20 सीरीज के लिए भारतीय टीम का ऐलान कर दिया है. इसके बाद टीम इंडिया को दिसंबर में दक्षिण अफ्रीका का दौरा भी करना है. दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर भारत को 3 टेस्ट, 3 वनडे और 4 टी20 इंटरनेशनल मैच खेलने हैं.

बताते चलें कि दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए सेलेक्टर्स ने इंडिया-ए टीम का ऐलान किया है. ऐसे में देखना दिलचस्प रहेगा कि भारतीय टीम यूएई में मिली रुस्वाई से कुछ सबक लेती है या इन दो दौरों में भी उसका वही हाल होगा जो यूएई में देखने को मिला.

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लेखक

बिलाल एम जाफ़री बिलाल एम जाफ़री @bilal.jafri.7

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं.

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