गुम 'दिल्ली के लड़के' को वापस लें आएं विराट कोहली, ख़राब फॉर्म ठीक हो जाएगा!
आईपीएल 2022 में जैसा फॉर्म रहा कोहली और उनकी परफॉरमेंस दोनों ही सवालों के घेरे में है. भले ही RCB Insider में एंकर दानिश को उन्होंने अपनी सफाई दे दी हो लेकिन बतौर खिलाड़ी विराट को समझना चाहिए कि उनका फॉर्म तभी ठीक होगा जब उनके अंदर गुम हुआ दिल्ली का लड़का वापस बाहर निकल पाएगा.
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'पहली गेंद पर डक. दूसरी बार डक मिलने पर मुझे सच में यह अहसास हुआ कि आपके जैसा होना (मिस्टर नाग कैरेक्टर) कैसा लगता है, बिल्कुल असहाय.' 'मुझे लगता है कि ऐसा मेरे करियर में मेरे साथ कभी नहीं हुआ. मैंने अब सबकुछ देख लिया है. काफी समय (क्रिकेट में) हो गया है. मैंने इस खेल में सब कुछ देख लिया है.'
'वे (आलोचक) मेरी जगह नहीं ले सकते. मैं जो महसूस करता हूं, वे लोग महसूस नहीं कर सकते. वे लोग मेरी जिंदगी नहीं जी सकते. वे लोग मेरी जिंदगी नहीं जी सकते. इस पल को भी नहीं जी सकते. आप इस तरह के शोर को बंद करने के लिए क्या करते हैं? आप टीवी को म्यूट कर देते हैं या फिर लोग क्या कहते हैं, उस पर ध्यान ही नहीं देते हैं. मैं यह दोनों ही चीजें करता हूं.' - (RCB Insider में एंकर दानिश के सवालों का जवाब देते टीम इंडिया के पूर्व कप्तान विराट कोहली)
बहुत क्रिकेट खेल चुके अब वो वक़्त आ गया है जब विराट को क्रिकेट से अलविदा कह देना चाहिए
आईपीएल 2022 में विराट कोहली ने 12 मैच खेले और 216 रन बनाए हैं जिसमें सिर्फ एक हाफ सेंचुरी शामिल है. आईपीएल 2022 में जैसा फॉर्म रहा कोहली 20 का एवरेज भी नहीं क्रॉस कर पाए हैं. चूंकि इस सीजन में तीन गोल्डन डक शामिल हैं कोहली पुनः आलोचकों और सवालों के घेरे में आ गए हैं. कोहली ने भले ही एंकर दानिश के सवालों के जवाब देते हुए अपने चेहरे पर हंसी रखी हो और हंसते मुस्कुराते हुए अपने गोल्डन डक पर चर्चा करते हुए टीवी म्यूट करने की बात की हो लेकिन क्या वाक़ई बतौर खिलाड़ी कोहली के लिए समस्याओं (मुख्यतः आलोचनों) से बचने का समाधान यही है?
इस सवाल का जवाब क्रिकेट फैंस अपनी सुविधा के हिसाब से दे सकते हैं. लेकिन जो इसका सबसे माकूल जवाब होगा वो ये कि अगर कोहली को कुछ म्यूट करना है. तो वो टीवी न होकर उनका खुद का एटीट्यूड है. ये बात थोड़ी अटपटी लग सकती है. इसपर गहन विमर्श और घंटों घंटों चर्चा हो सकती है. लेकिन इस कथन को समझने के लिए हमें उस दौर में जाना होगा जब दिल्ली का लड़का यानी विराट कोहली टीम इंडिया में आया था.
Y’ALL pic.twitter.com/GhTepe7S0T
— Sonali (@samtanisonali1) May 11, 2022
याद तो आपको भी होगा वो वक़्त चाहे वो हाव भाव हों या फिर गेम कोहली के मदद्देनज़र दोनों ही रफ थे. तब उस वक़्त कोहली किसी को कुछ समझते नहीं थे. चाहे वो मैदान हो या फिर ड्रेसिंग रूम कोहली वैसा ही बर्ताव करते जैसा दिल्ली के किसी आम लड़के का होता है. तमाम क्रिकेट एक्सपर्ट्स ऐसे हैं जो इस बात को लेकर एकमत हैं कि तब के कोहली में एक स्पार्क था. उनका बल्ला भी आग उगलता था.. बाद में विराट कोहली टीम इंडिया के कप्तान बने लेकिन फिर जैसे जैसे कोहली पर ग्लैमर का रंग चढ़ा. ढेरों विज्ञापन उनके पास आए और वो पैपराजी के फेवरेट बने उन्होंने अपना वो एक्स फैक्टर (दिल्ली का लड़का) निकाल दिया. नतीजा हमारे सामने है.
हो सकता है ये बात विचलित कर दे. हमसे तमाम तरह एक सवाल हों. मगर सच यही है कि मैदान पर अग्रेसिव विराट जब शालीन या ये कहें कि सभ्य हुए उस पूरी प्रक्रिया ने उनके गेम को बुरी तरह प्रभावित किया. आज जो विराट हमारे सामने हैं वो उस विराट से कहीं अलग हैं जिसे हमने अगस्त 2008 में टीम इंडिया में शामिल होते देखा.
आज विराट एक आइकॉन हैं. सोशल मीडिया पर जबरदस्त फॉलोइंग रखते हैं लेकिन जिस विराट का खेल हमें याद है वो एक ऐसा व्यक्ति था जो जब दिल्ली में होता तो अपने फ्री समय में सड़क पर क्रिकेट खेलता और मुहल्ले के घरों के शीशे तोड़ता.
हो सकता है कि तर्क आए कि जैसे जैसे समय बीता वक़्त ने विराट को मैच्योर किया. लेकिन ये कहना भी अतिश्योक्ति नहीं है कि ये ग़ालिब का वो ख्याल है जिसका उद्देश्य महज दिल को बहलाना है. अब चूंकि विराट पहले जैसे नहीं हैं. साथ ही उनका फॉर्म भी गायब हो गया है तो बतौर खिलाड़ी उन्हें अब बस क्रिकेट से संन्यास लेकर कुछ अन्य विकल्प पर संभावनाएं तलाश करनी चाहिए. बतौर क्रिकेट प्रेमी हम विराट की आलोचना नहीं कर रहे. हम बस इतना कहना चाह रहे हैं कि एक खिलाड़ी के रूप में जितना क्रिकेट विराट को खेलना था वो खेल चुके.
वर्तमान में शालीनता की होड़ में स्ट्रगल करते विराट उस लेवल पर आ गए हैं जहां शायद ही वो एक खेल के रूप में क्रिकेट और अपने बल्ले से इंसाफ कर पाएं. बतौर खिलाड़ी विराट को याद रखना होगा कि एक ऐसे समय में जब टीम इंडिया के पास नए लड़कों या ये कहें कि टैलेंट की भरमार हो वो तभी सर्वाइव कर सकते हैं जब उनके बल्ले में धार और वो दिल्ली के लड़के वाला एटीट्यूड हो.
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