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सिनेमा
| 6-मिनट में पढ़ें
आईचौक
@iChowk
Lata Mangeshkar Death Anniversary: लताजी के 10 सदाबहार गाने जिन्होंने स्वर कोकिला बनाया!
स्वर साम्राज्ञी, बुलबुले हिंद और स्वर कोकिला जैसे अनेकों विशेषणों से विभूषित लता मंगेशकर पिछले साल दुनिया को अलविदा कह गईं. 6 फरवरी को उनकी पुण्यतिथि है. 1000 फिल्मों में 50000 से अधिक गाना गाने वाली लता दीदी ने 80 वर्षों तक सुर साधना की थी. उन्होंने करीब 20 भारतीय भाषाओं में गाने गाए हैं. यह किसी भी गायक के लिए एक रिकॉर्ड है. आइए उनके 10 सदाबहार गानों के बारे में जानते हैं, जो महासागर में पानी की बूंद सरीखे हैं.
सिनेमा
| 5-मिनट में पढ़ें
सरिता निर्झरा
@sarita.shukla.37
Lata Mangeshkar: मानो सरस्वती ही उन्हें लेने आई थीं, और अनंत यात्रा पर चल पड़ी स्वर कोकिला
'हजारों साल नरगिस अपनी बेनूरी पे रोती है, बड़ी मुश्किल से होता है चमन में दीदावर पैदा!' लता मंगेशकर जी के जाने के बाद बने इस खालीपन में उन्हींं के गीतों के बोल गूंजेंगे, उन्हीं की आवाज़ सुनी जाएगी क्योंकि लता जी जैसा न कोई था, न है, न होगा. मां शारदे के वरदहस्त का सबूत है की लता ताई वसंत के आगमन पर मां सरस्वती के पूजन के बाद इस देह को त्याग कर मां शारदे में ही विलीन हो गई.
सिनेमा
| 5-मिनट में पढ़ें
सर्वेश त्रिपाठी
@advsarveshtripathi
हमारे हर अहसास में लता मंगेशकर हमारे साथ हैं!
लता मंगेशकर की गायकी और तकनीकी पर बहुत कुछ लिखा और पढ़ा जा चुका है. ऐसा कुछ नया नहीं जो मेरी कलम उनके विषय में लिख सके. सिवाय उन्हें प्रणाम करने के! अलविदा लता दीदी. दिल में तो आपको हम सब बसा ही चुके है.
सिनेमा
| 5-मिनट में पढ़ें
प्रीति 'अज्ञात'
@preetiagyaatj
Lata Mangeshkar फिर स्मरण करवा गईं, 'मेरी आवाज़ ही पहचान है'
लता मंगेशकर के निधन की खबर से मन उदास है. चारों तरफ एक मौन पसरा है. याद आती है वो मासूमियत, वो हंसी और वो शहद सी मीठी आवाज. उनके नाम के आगे लगा भारतरत्न ही उनके व्यक्तित्व की ऊंचाई को बता पाने के लिए पर्याप्त है.
सिनेमा
| 5-मिनट में पढ़ें
मुकेश कुमार गजेंद्र
@mukesh.k.gajendra
अलविदा दीदी: 80 साल की सुर साधना ने बनाया हर उम्र वालों को दीवाना, 1000 फिल्में, 50,000 गाने
Lata Mangeshkar Death: भारत रत्न, स्वर कोकिला, सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह गईं. मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में 92 साल की उम्र में उन्होंने आखिरी सांस ली है. बीते 8 जनवरी को उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी.
सिनेमा
| 5-मिनट में पढ़ें
अनुज शुक्ला
@anuj4media
आरडी बर्मन यदि विदेशी धुन ही चुराते तो पंचम दा न कहलाते
आरडी बर्मन की आलोचना करने वाले बड़े ही सतही तौर पर ये जुमला कह देते हैं कि, 'अरे, वो तो विदेशी गानों की धुन चुराते थे'. लेकिन, ऐसे लोग उनके गानों की बारीकी में नहीं जाते. पंचम दा उस बेहतरीन शेफ की तरह रहे हैं, जो लजीज पकवान के लिए जरूरत का सामान तो बाजार से ले आते हैं, लेकिन उनका असली हुनर मसालों का सही तड़का लगाना है.
सिनेमा
| बड़ा आर्टिकल
मुकेश कुमार गजेंद्र
@mukesh.k.gajendra
RD Burman Birth Anniversary: 'बचपन' से लेकर 'बेबसी' तक, संगीत के जादूगर पंचम दा के पांच रोचक किस्से!
राहुल देव बर्मन, जिन्हें लोग प्यार से पंचम दा कहकर पुकारते हैं, फिल्म संगीत जगत के अनोखे जादूगर कहे जाते हैं. 60 से 80 दशक तक बॉलीवुड पर राज करने वाले पंचम दा को आधुनिक संगीत का जनक कहा जाता है. वो ऐसे प्रयोगधर्मी संगीतकार थे, जिन्होंने पहली बार शास्त्रीय और पाश्चात्य संगीत का मिलन कराया था.
सिनेमा
| 5-मिनट में पढ़ें
मंजीत ठाकुर
@manjit.thakur
सर जो तेरा चकराए... आरडी के 'आरडीएक्स' गाने देंगे सुकून
पंचम दा का संगीत देखिए तो उसमें जैज़, हिंदुस्तानी और सुगम का सुखद मिश्रण दिखेगा. आखिर हम में से कितने लोग हैं जिनके दिलों के तार जावेद अख्तर की लिखी और पंचम दा के सुरों में पिरोई, 'एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा' से झनझना न जाते हों.