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समाज
| 4-मिनट में पढ़ें
सोनाक्षी कोहली
मर्दों को खुश करने के लिए औरतों ने जुल्म को रिवाज बना लिया!
सबसे पहले छोटी बच्ची को एक पीतल का छल्ला पहनाया जाता है. जैसे-जैसे लड़की बड़ी होती जाती है उसके गले में पड़े छल्लों की संख्या बढ़ती जाती है ताकि वो जिराफ जैसी गर्दन पा सके. इन्हें कुल 25 छल्ले पहनाए जाते हैं.
समाज
| बड़ा आर्टिकल
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
वजह : क्यों मुझे भारत में रहकर रोहिंग्या मुसलमानों की चिंता नहीं करनी चाहिए
न सिर्फ सम्पूर्ण दुनिया में बल्कि भारत भर में रोहिंग्या मुसलमानों पर प्रदर्शन हो रहे हैं. हालांकि किसी भी जुल्म का साथ देना गलत है मगर फिर भी क्या हमारे देश में विरोध के मुद्दे कम हैं जो हमें रोहिंग्या या फिर किसी अन्य बाहरी चीज का सहारा लेना पड़े.
सियासत
| 4-मिनट में पढ़ें
अमित अरोड़ा
@amit.arora.986
यूरोप से भारत ले सीख, रोहिंग्या मुसलमानों को मिले किसी मुस्लिम देश में शरण !
यूरोपीय देशों ने मानवता और उदारवाद के आधार पर कई लोगों को अपने यहां रहने का स्थान दिया परंतु यह नहीं सोचा कि विपरीत विचारधारा के लोगों को अपने देश में जगह देकर वह मुसीबत को दावत दे रहे है.
सियासत
| 2-मिनट में पढ़ें
संजय शर्मा
@sanjaysharmaa.aajtak
हुकूमत के हलक़ में अटका रोहिंग्या मुसलमानों पर हलफ़नामा
पसोपेश में पड़ी सरकार बंग्लादेशी घुसपैठियों की तरह रोहिंग्या मुसलमानों पर भी सीधा हलफनामा न दे सकी. इसमें भी दो कदम आगे और तीन कदम पीछे...
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
आईचौक
@iChowk
संकट में घिरे रोहिंग्या के पास एक ही चारा : 'बुद्ध की शरण से भागो !'
अब तक करीब 1.70 लाख रोहिंग्या देश छोड़ चुके हैं. अंतराष्ट्रीय दबाव के बावजूद नोबल शांति पुरस्कार जीत चुकी 'स्टेट काउंसलर' आंग सान सू ची इस मुद्दे पर चुप्पी साधे रखती हैं.