X
Login
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
Login With Facebook
iChowk
Aaj Tak
বাংলা
Aaj Tak Campus
GNTTV
Lallantop
India Today
Business Today
Cosmopolitan
Harper's Bazaar
Reader's Digest
Northeast
Malayalam
Sports Tak
Crime Tak
Astro Tak
Gaming
Brides Today
Ishq FM
सियासत
समाज
संस्कृति
स्पोर्ट्स
सिनेमा
सोशल मीडिया
इकोनॉमी
ह्यूमर
टेक्नोलॉजी
वीडियो
लॉगिन करें
मोबाइल नंबर
(+91)
Submit
or
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
*
OTP डालें
OTP फिर भेजें
OTP फिर भेजें
Submit
New
अपनी स्टोरी, कविता या कहानी साझा करें...
चर्चा में
महाराष्ट्र
औरंगजेब
ज्ञानवापी मस्जिद
कांग्रेस
राहुल गांधी
योगी आदित्यनाथ
यूपी विधानसभा चुनाव 2022
रूस यूक्रेन विवाद
नरेंद्र मोदी
पंजाब चुनाव
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022
अखिलेश यादव
ओमिक्रॉन वेरिएंट
ममता बनर्जी
कोरोना वायरस
अफगानिस्तान
ऑक्सीजन
पश्चिम बंगाल चुनाव 2021
कोरोना वैक्सीन
किसान आंदोलन
भारत-चीन
अमित शाह
प्रियंका गांधी
टीम इंडिया
विराट कोहली
अरविंद केजरीवाल
अरुण जेटली
समाज
|
एक अलग नज़रिया
| 6-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
एक फॉर्मूला जिसे अपनाकर कोई वैशाली आत्महत्या नहीं करेगी
टीवी एक्ट्रेस वैशाली ठक्कर (Vaishali takkar) ने अपनी जान दे दी. काश उसने अपने पूर्व प्रेमी राहुल नवलानी (Rahul navlani) से कहा होता है कि जो करना है कर लो, जो उखाड़ना है उखाड़ लो. मैं तुम्हारी धमकियों से डरने वाली नहीं हूं.
समाज
|
एक अलग नज़रिया
| 2-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
नफीसा अली अपने बालों को पिंक कलर में रंग कर जिंदगी जीना सिखा रही हैं
नाम नफीसा अली (Nafisa Ali), उम्र 65 साल. शौक जिंदगी को जीना...इस अभिनेत्री के सफेद बालों पर गुलाबी रंग देखकर कितना अच्छा लग रहा है ना? ऐसा लग रहा है कि जिंदगी इतनी भी बोरिंग नहीं है जितना लोग बनाने पर तुले हुए हैं.
स्पोर्ट्स
| 6-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
नीरज चोपड़ा को चूरमा और पीवी सिंधू को आइसक्रीम खिलाकर पीएम मोदी ने क्या संदेश दिया?
नीरज चोपड़ा को चूरमा पीवी सिंधू को आइस क्रीम खिलाकर पीएम मोदी ने वो कर दिया है जो 70 साल में कभी नहीं हो पाया. बात सीधी और साफ़ है 70 साल लग गए देश और खिलाड़ियों दोनों को ये समझने में कि एक खिलाड़ी ही देश की असली धरोहर होता है.
स्पोर्ट्स
| 5-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
ओलंपिक जैसे इवेंट्स तक ही खिलाड़ियों पर इनामों की बौछार सीमित क्यों है?
दुनियाभर में हर खेल के तमाम इवेंट होते हैं. इन खेलों के ओलंपिक और वर्ल्ड चैंपियनशिप जैसे बड़े इवेंट्स को छोड़ दिया जाए, तो भारतीय खिलाड़ियों को प्रोत्साहन के नाम पर दिए जाने वाले कैश प्राइज में भी जमीन-आसमान का अंतर साफ नजर आता है. वहीं, जूनियर लेवल पर भी बड़े इवेंट्स के अलावा प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के लिए भारत में कोई खास कदम नहीं उठाए जाते हैं.
सियासत
| 4-मिनट में पढ़ें
राहुल मिश्र
@rmisra
एक साल में नौकरशाही पर बदला मोदी का रुख
मोदी छटपटा रहे हैं. वे गुजरात जैसी पारी केंद्र में दोहराना चाहते हैं. लेकिन यहां ब्यूरोक्रेसी में वैसी तेजी उन्हें नहीं दिख रही है. वे कड़े फैसले लेकर अफसरों में काम और परफॉर्मेंस को लेकर गंभीरता लाना चाहते हैं...