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ह्यूमर
| 4-मिनट में पढ़ें
पीयूष पांडे
@pandeypiyush07
'पुतला फूंककों' के नाम खुला ख़त
पुतला फूंकक धर्म निरपेक्ष, जाति निरपेक्ष, पार्टी निरपेक्ष और शर्म निरपेक्ष प्राणी होता है. वह गीता के 'कर्म कर फल की चिंता न कर' के सिद्धांत पर अमल करते हुए यह काम करता हैं....
सियासत
| 3-मिनट में पढ़ें
शुभम गुप्ता
@shubham.gupta.5667
क्या जेएनयू वाले नए नेता सिर्फ मीडिया में चमकना चाहते थे?
इन्होंने हंसी-मज़ाक में इस घटना को अंजाम दिया है सिर्फ और सिर्फ मीडिया में चमकने के लिये. जब ये जेल जाएंगे तब समझेंगे कि प्रधानमंत्री का रावण रूपी पुतला फूंकने से क्या होता है?
सियासत
| 2-मिनट में पढ़ें
योगेन्द्र यादव
@YogendraYY
अरविंद जी, आपने दिल्ली में शराब की रोज एक नई दुकान खुलवाई !
दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सहयोगी रहे योगेन्द्र यादव ने उनपर बेहद गंभीर आरोप लगाते हुए यह खुला खत लिखा है. यादव को इस खत का जवाब महज 72 घंटों में चाहिए...
सियासत
| 3-मिनट में पढ़ें
कुमार कुणाल
ओलंपिक सिल्वर जीतने वाले इस मैराथन रनर का कत्ल न कर दिया जाए!
फेयसा लिलेएस ने दूसरे नंबर पर दौड़ ख़त्म करते ही अपने देश इथियोपिया में लोकतंत्र की मांग करने के लिए दोनों हाथों को क्रॉस कर हथकड़ी बना ली. अब डर है कि कहीं मेडल लेकर देश पहुंचते ही उसका कत्ल न कर दिया जाए.
ह्यूमर
| 4-मिनट में पढ़ें
पीयूष पांडे
@pandeypiyush07
'खुला खत' लेखकों के नाम खुला खत
मुझे लगता है कि खुला खत लेखन की सबसे बड़ी वजह खुले में रायता फैलाने की प्रबल इच्छा है. खुला खत लेखक के मन में अचानक इच्छा जागती है कि वो किसी बात पर रायता फैलाए.
सियासत
| 3-मिनट में पढ़ें
कुमारी स्नेहा
@100006424236549
जेएनयू में अमलतास के पीले रंग में दबा क्रांति का लाल
दक्षिणपंथी स्टूडेंट्स यह स्वीकारने में नहीं हिचकते हैं कि केन्द्र सरकार बेकार में यूनिवर्सिटीज के पीछे पड़ी हुई है. वहीं, वामपंथी स्टूडेंट्स इस बात को स्वीकारते हैं कि कन्हैया अकेले ही सारी की सारी लोकप्रियता को अपने नाम समेट लेना चाहता है.