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ह्यूमर
| 4-मिनट में पढ़ें
निधिकान्त पाण्डेय
@1nidhikant
ट्विटर-फेसबुक के ब्लू टिक जैसे ही गाड़ी पर लाल-बत्ती चाहिए, सब्सक्रिप्शन पर ही सही!
जब सोशल मीडिया की दुनिया में ब्लू टिक वाला रसूख पैसे देकर (सब्सक्रिप्शन से) हांसिल कर लिया जा रहा है तो ऐसा ही कुछ रियल वर्ल्ड में क्यों नहीं हो सकता? सरकार को पूरा हक है कि वो सब्सक्रिप्शन के आधार पर लाल-बत्ती बांट दे.
समाज
| 0.95 minutes watch-मिनट में पढ़ें
आईचौक
@iChowk
मंदिरों से कब खत्म होगा VIP कल्चर?
लाल बत्ती का कल्चर तो खत्म कर दिया हो, लेकिन मंदिरों से कब ये कल्चर खत्म होगा. क्या होता है असल जिंदगी में वीआईपी होना? चलिए हम बताते हैं...
सियासत
| 6-मिनट में पढ़ें
मौसमी सिंह
@mausami.singh.7
VVIP के दिमाग पर लगी लाल बत्ती कैसे हटाएंगे?
सफेदी की चमकार वाली एसयूवी गाड़ियां, झक सफेद कलफ लगे कुर्ते, काले चमकते जूतों और शर्ट के कड़क कॉलर को कभी गौर से देखिए तो आपको अपना चेहरा नजर आएगा. इस आईने में आपको अपना मामूलीपन, गरीबी और मुफलिसी की झलक दिखेगी.
सियासत
| 3-मिनट में पढ़ें
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
फिर तो गुल हो सकती है बहुतों की लाल बत्ती
'अच्छे दिन...' जुमला पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के एक भाषण का हिस्सा था. ये बात नरेंद्र मोदी को इस कदर भा गई कि इसे उनके चुनावी अभियान का हिस्सा बना दिया गया. ऐसी ही दूसरी मिसाल है - केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का एक प्रस्ताव.