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सियासत
| बड़ा आर्टिकल
अशोक भाटिया
क्या उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था का यह सही दौर चल रहा है?
हाल ही में उत्तरप्रदेश में जो घटना हुई है उससे पूरे देश में सियासी परा गरम है. राजूपाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल और उनके सरकारी गनर की प्रयागराज में हुई हत्या के मामले से उत्तर प्रदेश की सियासत गर्माने का मौका दे दिया हैं. यह हत्याकांड से पूरा प्रदेश ही नहीं पूरे देश में चर्चा है.
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
यूपी की 17 ओबीसी जातियों को SC का दर्जा देने के क्या मायने हैं?
हाईकोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार की 17 अति पिछड़ी जातियों (OBC) को अनुसूचित जाति (SC) में शामिल करने की दो अधिसूचनाओं को रद्द कर दिया है. सियासी गलियारों में चर्चा है कि योगी सरकार (Yogi Government) अब मानसून सत्र में विधानसभा के दोनों सदनों से प्रस्ताव पास कराकर इसे केंद्र सरकार को भेजने की तैयारी कर रही है.
सियासत
| 4-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
गांधी-नेहरू का नाम लेकर बुलडोजर नीति पर सवाल क्यों खड़े किए जा रहे हैं?
खुद को सोशल एक्टिविस्ट बताने वाले प्रयागराज हिंसा (Prophet remark row) के मास्टरमाइंड जावेद अहमद पंप के घर को प्रशासन ने बुलडोजर से ढहा दिया. जिसके बाद जावेद पंप के खिलाफ योगी सरकार की कार्रवाई को गलत साबित करने का माहौल बनाया जाने लगा है. और, इसके लिए उदाहरण गांधी-नेहरू (Gandhi Nehru) का दिया जा रहा है.
समाज
| 4-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
UP Police में असली 'गुड वर्क' तो महराजगंज में चल रहा, बस ट्वीट-तस्वीरें नहीं आतीं!
यूपी के महाराजगंज एसएचओ ने शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए स्थानीय प्राथमिक विद्यालय को गोद लिया है. स्कूल में बच्चों को पढ़ाने के लिए पूरी पुलिस टीम रोज सुबह एक घंटे का समय निकालती है. भले ही पुलिस के प्रयास सराहनीय हों लेकिन जिस तरह अभी तक किसी ने इसकी सुध नहीं ली है वो अपने में दुर्भाग्यपूर्ण है.
सियासत
| 4-मिनट में पढ़ें
प्रशांत तिवारी
@prashant.tiwari.5895
यूनिफार्म सिविल कोड यानी समान नागरिक संहिता क्यों जरूरी है?
यूनिफार्म सिविल कोड का बहुसंख्यकों द्वारा समर्थन किया जा रहा है वहीं देश के अल्पसंख्यक इसके विरोध में हैं. भले ही बिल विवादों के घेरे में हो लेकिन माना जा रहा है कि आज नहीं तो कल केंद्र सरकार यूनिफार्म सिविल कोड लाने की पहल कर सकती है.
सोशल मीडिया
| 5-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
मुफ्त राशन योजना सशर्त किए जाने पर आरोप लगाते हुए अखिलेश यादव बुनियादी सच छुपा गए!
अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिये उत्तर प्रदेश में जारी मुफ्त राशन योजना (Free Ration Scheme) के लाभार्थियों से वसूली किए जाने का दावा कर दिया. लेकिन, राशन कार्ड (Ration Card) की वैधता किन कारणों से खतरे में आएगी, ये बात छिपाकर लोगों को भ्रमित कर गए.
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
शिवपाल और आजम के बाद अब क्या राजभर भी देंगे अखिलेश को टेंशन?
सुभासपा (SBSP) नेता ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) ने लखनऊ में भाजपा (BJP) के दो दिग्गज नेताओं से मुलाकात की. इन दोनों ही नेताओं ने पिछली बार भाजपा में ओपी राजभर की एंट्री में अहम भूमिका निभाई थी. इस मुलाकात के बाद समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की टेंशन बढ़ना लाजिमी है.
सियासत
| 4-मिनट में पढ़ें
सरिता निर्झरा
@sarita.shukla.37
UP में सैंतीस वर्ष बाद रच गया इतिहास, क्या है योगी की जीत का राज़?
कांग्रेस इस मायने में खुशकिस्मत थी कि उसे विपक्ष के नेता के रूप में भी अटल बिहारी वाजपेयी जैसा नेता मिला था. आज के समय मे विपक्ष में केवल प्रदेशीय पार्टियां रह गयी है, एक भी राष्ट्रीय स्तर की पार्टी नहीं.
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
यूपी के चार जिले, जिन्हें भाजपा के लिए कांटा समझा गया, लेकिन वहां कमल जमकर खिला!
यूपी विधानसभा चुनाव 2022 (UP Election 2022) में भाजपा के सामने लखीमपुर खीरी में किसानों को कुचले जाने की घटना, हाथरस रेप कांड, उन्नाव रेप कांड और सोनभद्र में दलित नरसंहार के मामलों के चलते चर्चाओं में रहे जिलों में मजबूत प्रदर्शन करने का संकट था. लेकिन, सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा ने इन जिलों में एक नई ही कहानी गढ़ दी.