Shocking: 1 लाख के iphone को बनाने में आया सिर्फ 32000 खर्च
हाल ही में आईफोन XS को लेकर एक नई रिपोर्ट आई है. रिपोर्ट बताती है कि 1 लाख 24 हजार की कीमत वाला आईफोन असल में 32000 रुपए में बनाया जाता है.
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एपल ने हाल ही में अपने नए आईफोन लॉन्च किए हैं और हमेशा की तरह अपने सितंबर वाले इवेंट में आईफोन को लेकर तारीफों के पुल बांध दिए. नए इफेक्ट्स दिखाए गए, खूबसूरती की बात की गई, आईफोन की पावर की बात की गई और तो और Bokeh इफेक्ट को लेकर कहा कि ये सबसे पहली बार आया है (ये फैक्ट गलत था). वैसे तो एपल मश्हूर है अपने प्रोडक्ट की मार्केटिंग बढ़ा-चढ़ा कर करने के लिए, लेकिन दुनिया की इस पहली एक ट्रिलियन डॉलर कंपनी को इसके प्रॉफिट मार्जिन के लिए भी जाना जाता है. ये बात बहुत पहले ही जगजाहिर हो चुकी है कि एपल कंपनी का सबसे चर्चित प्रोडक्ट यानी आईफोन असल में बहुत कम कीमत में बनाया जाता है. अब आईफोन प्रजाती के सबसे नए प्राणी यानी XS के बारे में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. ये खुलासा इसकी कीमत को लेकर हुआ है.
एपल कंपनी आईफोन पर सबसे ज्यादा प्रॉफिट कमाती है
अब Techinsights ने आईफोन का रिव्यू और टियरडाउन (एक-एक भाग अलग कर देखना) किया है और ये दावा किया है कि नए आईफोन की कीमत उसकी आधी भी नहीं है जितनी यूजर्स से ली जा रही है. जी हां, आईफोन के दीवानों को ये सुनकर भले ही अजीब लगे, लेकिन यकीनन Techinsights की रिपोर्ट के मुताबिक पूरा आईफोन मैक्स का 256 जीबी वाला मॉडल जिसकी कीमत 1 लाख 24 हज़ार है उसकी प्रोडक्शन कॉस्ट कुल 32,200 रुपए के आस-पास है.
बहुत ज्यादा है नए iPhones की कीमत-
आईफोन Xs और Xs max की कीमत बहुत ज्यादा है. Xs की शुरुआत होती है 99,900 रुपए से ये 64 जीबी वाले मॉडल की है. और 64 जीबी Xs मैक्स की कीमत है 1,09,900 रुपए. 256 जीबी वाले Xs की कीमत 1,14,900 रुपए और Xs मैक्स की कीमत 1,24,900 रुपए है. 512 जीबी वाला मॉडल Xs 1,34,900 रुपए का है और मैक्स 1,44,900 रुपए का.
जो टियरडाउन किया गया है वो आईफोन XS मैक्स के 256 जीबी मॉडल का है और रिपोर्ट बताती है कि ये मॉडल यूजर्स के बीच अच्छा खासा लोकप्रिय है. इस मॉडल का असल दाम 443$ है यानी पिछले साल के आईफोन X 64 जीबी से 50 डॉलर ज्यादा. रिपोर्ट बताती है कि आईफोन का सबसे महंगा पार्ट उसका डिस्प्ले पैनल है जिसके लिए कंपनी ने 80.50 डॉलर खर्च किए हैं.
आईफोन XS मैक्स का डिस्प्ले पैनल 6.5 इंच का है और इसे ही हमेशा से सबसे महंगा पार्ट कहा जाता है. इसके बाद बारी आती है एपल की A12 बायोनिक चिप की और मॉडम की जो 72 डॉलर के पार्ट हैं. इसके अलावा, इंटरनल मेमोरी की कीमत 64 डॉलर की है. अगर कैमरा की बात करें तो उसकी कीमत 44 डॉलर है.
अगर पिछले साल की कीमतों से तुलना करें तो हर पार्ट पिछले साल के मुकाबले थोड़ा महंगा है सिवाए रेडियो फ्रीक्वेंसी एंटीना (RF antenna) के.
इस चार्ट को Techinsights ने शेयर किया था
हालांकि, एक बात ध्यान देने वाली है कि जिस मॉडल की यहां बात हो रही है और कीमत बताई जा रही है ये सिर्फ उसकी प्रोडक्शन कॉस्ट है. इसमें रिसर्च की कीमत, सॉफ्टवेयर, मार्केटिंग, डिलिवरी आदि की कीमत को नहीं जोड़ा गया है.
फिर भी अगर देखा जाए तो ये इतना महंगा नहीं होगा जितना प्रॉफिट मार्जिन जोड़ा जा रहा है. हालांकि, इस कीमत को एकदम सही नहीं माना जा सकता फिर भी ये एक औसत आंकड़ा तो कहा जा सकता है कि लगभग कितना पैसा एपल कंपनी अपनी जेब में सिर्फ प्रॉफिट के तौर पर ले रही है.
आईफोन की जो कीमत अमेरिका में है उससे करीब 20 हज़ार ज्यादा ये भारत में मिलता है. जितना ऊंचा मॉडल उतना ज्यादा पैसा दिया जाएगा.
अगर एक आईफोन की कीमत को देखें तो 6-12 महीने के घर के किराए की रकम निकल कर आ जाएगी. एक एवरेज बाइक के साथ-साथ 80 रुपए के हिसाब से प्रति लीटर देखा जाए तो कम से कम 4 महीने का पेट्रोल (अगर प्रति दिन एक से दो लीटर पेट्रोल लगता हो तो) निकल जाएगा. इसके अलावा, एक ठीक-ठाक होटल में लड़की की शादी की बुकिंग भी इस रकम में हो सकती है.
कुल मिलाकर बात इतनी सी है कि अगर कोई बहुत बड़ा एपल फैन नहीं है तो वो आईफोन लेने की जगह पैसे को किसी और जगह लगा सकता है. नए आईफोन की जगह एक साल पुराना मॉडल लेंगे तो भी इतनी बुरी बात नहीं होगी और एक तरह से देखा जाए तो कम कीमत होने के कारण फायदा ही होगा. कारण ये है कि पिछले साल की तुलना में इस साल बहुत ज्यादा अपग्रेड देखने को नहीं मिला है और अभी भी आईफोन X को एक बेहतर ऑप्शन माना जा सकता है.
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