New

होम -> टेक्नोलॉजी

 |  4-मिनट में पढ़ें  |  
Updated: 09 अप्रिल, 2023 03:14 PM
बिलाल एम जाफ़री
बिलाल एम जाफ़री
  @bilal.jafri.7
  • Total Shares

इंसान जिज्ञासु प्रवृत्ति का है. उसे जानना सब है. वो भी जिसका उससे या फिर उसके जीवन से कोई लेना देना नहीं है. आजकल हम AI की बातें खूब सुन रहे हैं और Chat gpt का मामला भी बिल्कुल ऐसा ही है. इस बात में कोई शक नहीं कि Chatgpt नाम का नया बवाल तमाम सेक्टर्स में एंट्री ले चुका है. लेकिन एक उत्सुकता है जो इसे लेकर लोगों के बीच बन गई है. लोग इसे ज्यादा से ज्यादा जानना सीखना और समझना चाह रहे हैं. जैसा हव्वा बना है भले ही चैट जीपीटी दुनिया के तमाम लोगों के गले मे फंसी हड्डी हो लेकिन इसी दुनिया में ऐसे भी हैं जिन्होंने अभी से इस पर महारत हासिल कर ली है और लाखों के वारे न्यारे कर रहे हैं.

जी हां ऊपर लिखी बातों को जान समझकर हैरत में आने की कोई ज़रूरत नहीं है. दुनिया के तमाम लोग ChatGPT का उपयोग करना सीखना चाहते हैं. ऐसे ही लोगों का फायदा उठाया अमेरिका में रहने वाला एक 23 वर्षीय व्यक्ति लांस जंक ने जो नए लोगों को चैट जीपीटी सिखाकर 3 महीने में लगभग 35,000 डॉलर या 28 लाख रुपये कमाए.

Artificial Intelligence, America, Chat GPT, Online, Education, DOllar, Teachers, Studentचैट जीपीटी का अगर सबसे ज्यादा सार्थक इस्तेमाल किसी ने किया तो वो और कोई नहीं अमेरिका का लांस जंक है

सवाल हो सकता है कि सिर्फ चैट जीपीटी पढ़ाकर कोई लाखों रुपये कैसे कमा सकता है? सवाल का जवाब खुद लांस ने दिया है. लांस जंक ने बिजनेस इनसाइडर को बताया कि उसने दिसंबर 2022 में उडेमी पर एक ऑनलाइन पाठ्यक्रम शुरू किया. यह कोर्स चैट जीपीटी का उपयोग करने के तरीके के बारे में था. मामले में दिलचस्प ये रहा कि सिर्फ तीन महीने के समय में, जंक ने अपने "चैट जीपीटी मास्टरक्लास: ए कंप्लीट चैटजीपीटी गाइड फॉर बिगिनर्स" के लिए दुनिया भर से 15,000 से अधिक छात्रों को इकट्ठा किया.

जंक ने अपने सेल्स डैशबोर्ड के स्क्रीनशॉट भी साझा किए, जिससे पता चलता है कि उसने अब तक $34,913 का मुनाफा कमाया है. ज्ञात हो कि लांस ने खुद नवंबर 2022 में पहली बार चैट जीपीटी का इस्तेमाल शुरू किया था, यही वह समय था जब टूल पहली बार पब्लिक हुआ था. प्रारंभ में, वह चैटबॉट की 'प्रभावशाली क्षमताओं' को देखकर हैरत में पड़ गया था.

उसी पल उसने यूज़र्स को इस कूल एआई टूल से रू-ब-रू कराने का फैसला किया था और बाद में फिर उसने एक ऑनलाइन सिलेबस डिज़ाइन किया और सोच यही रखी कि इससे लोगों को चैट जीपीटी को समझने में मदद मिलेगी.

जंक ने ये भी कहा कि, 'मुझे लगता है कि लोग चैट जीपीटी से एक तरह से डरते हैं, इसलिए मैंने इसे जोशपूर्ण और रोमांचक और सुलभ बनाने की कोशिश की.'

क्या है जंक के प्रोग्राम की खासियतें

यह ऑनलाइन कोर्स आपको चैट जीपीटी से जुड़ी मूल बातें सिखाता है जैसे कि चैटजीपीटी से कैसे बात करें या इसके लिए अपना पहला संकेत कैसे लिखें. चूंकि आज चैट जीपीटी हर जगह आ चुका है इसलिए जंक द्वारा डिज़ाइन किये गए प्रोग्राम में सभी के लिए कुछ न कुछ है.

जंक के मामले में रोचक ये रहा कि वो ऑनलाइन कोर्स जो उसने डिज़ाइन किया उसमें शामिल होने वाले छात्रों की उम्र 20 से 50 साल के बीच है. उसके कोर्स में जहां कॉलेज के स्टूडेंट्स हैं तो वहीं तमाम प्रोफेशनल्स ने भी अपने आपको जंक के प्रोग्राम से जोड़ा हुआ है.

बहरहाल देश दुनिया के वो लोग जिन्हें कोर्स करना है या फिर वो जो चैट जीपीटी को सीखना समझना चाहते हैं उन्होंने अपने को जंक के प्रोग्राम में एनरोल करा लिया है. सवाल भारत से है और भारत में प्रोफेशनल, नॉन प्रोफेशनल, स्टूडेंट्स से है.

क्या आने वाले वक्त में ये लोग चैट जीपीटी का सामना करने को तैयार हैं? क्या हिंदुस्तान से भी कोई जंक निकलेगा जो न केवल चैट जीपीटी को समझेगा बल्कि इसका सही और सार्थक इस्तेमाल करते हुए लाखों में पैसे बनाएगा? कुल मिलाकर ये कहना अतिश्योक्ति नहीं है कि चैट जीपीटी के लिहाज से भारत में भी आने वाला वक़्त खासा क्रूशियल है.

अंत में जाते जाते एक बात और. जैसा कि हम सभी को मालूम है. मौजूदा वक़्त तकनीक का वक़्त है जहां अब हर सेक्टर में चैट जीपीटी ने अपनी पकड़ बना ली है. ऐसे में अगर आने वाले वक़्त में हमें इसके साथ तालमेल बैठाना है तो इसे सीखना वक़्त की जरूरत है. बतौर मनुष्य हम इस बात को अपने दिमाग में बैठा लें कि जितना जल्दी हम चैट जीपीटी को जान जाएंगे उतना हमारी प्रोफेशनल और कहीं न कहीं पर्सनल लाइफ के लिए फ़ायदेमंद रहेगा.

ये भी पढ़ें -

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की रिसर्च रोकने के लिए जमा हो गए टेक और दुनिया के दिग्‍गज!

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस युग में आपका स्वागत है, आइये इसका भविष्य जानते हैं

AI संचालित चैटबॉट: वर्चस्व माइक्रोसॉफ्ट का हो या गूगल का, क्या डरना जरूरी है?

लेखक

बिलाल एम जाफ़री बिलाल एम जाफ़री @bilal.jafri.7

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं.

iChowk का खास कंटेंट पाने के लिए फेसबुक पर लाइक करें.

आपकी राय