International Cat Day: दुनिया में एक से बढ़कर एक जानवर हैं. कुछ दुनियावालों के जरिये क्यूट और वफादार कहलाए. तो कुछ जानवर ऐसे भी हैं जिन्हें डरावने और एग्रेसिव जैसे विशेषणों से नवाजा गया. लेकिन उनका बिल्लियों से कोई मुकाबला नहीं है. बिल्लियां अलग हैं. बेहद अलग... ऐसा बिलकुल नहीं है कि बिल्लियों का जीवन सुगम रहा. कई चुनौतियां हैं, जिनका सामना दुनिया भर में बिल्लियां कर रही हैं. बिल्लियों से दूरी बनाने वालों ने उनके खिलाफ प्रोपोगेंडा भी खूब चलाया है. बिल्लियों को लेकर लोगों के मन में अजीब तरह की गफलत है. हमारे बीच ऐसे मिथकों की भरमार हैं जो बिल्लियों के मद्देनजर फैलाए गए हैं. बिल्लियां अशुभ हैं. मौका परस्त होती हैं. ये किसी की सगी नहीं हैं. जिस थाली में खाती हैं उसी में छेद करती हैं. इत्यादि. बिल्ली विरोधियों को बिल्लियों में जो बात तीर की तरह चुभती है. वो है उनका एटीट्यूड. बिल्लियों को लेकर पेट लवर्स भी दो वर्गों में बंटे हैं. जिन्होंने कुत्ते पाल रखे हैं वो उनकी प्ले फुल एक्टिविटीज से लेकर लॉयल्टी की दुहाई देते हैं. वहीं जो कैट लवर्स हैं, वो ये कहकर बिल्लियों से जुडी सभी बुराइयों को ख़ारिज करते हैं कि, अगर बिल्लियां घर हों तो कोई साथ है,हमेशा इस बात का एहसास होता है. सवाल ये है कि क्या कुत्ते जैसे न होना बिल्ली का दोष है?
बिल्लियों के मद्देनजर सवाल कई हैं लेकिन एक लंबे समय से अपने घर में कई बिल्लियां रखने के बाद मैंने पाया कि बिल्लियां एलिगेंट, क्यूरियस, आज़ाद, प्रेमपूर्ण हैं और इनके जैसा साथी इसलिए भी कोई नहीं है क्योंकि ये हर रोज आपको कुछ न कुछ सिखाती हैं. बात अपने कैट लव की नहीं है लेकिन सच्चाई यही है कि बिल्लियां अपने में एक इंस्टीट्यूशन या ये कहें कि...
International Cat Day: दुनिया में एक से बढ़कर एक जानवर हैं. कुछ दुनियावालों के जरिये क्यूट और वफादार कहलाए. तो कुछ जानवर ऐसे भी हैं जिन्हें डरावने और एग्रेसिव जैसे विशेषणों से नवाजा गया. लेकिन उनका बिल्लियों से कोई मुकाबला नहीं है. बिल्लियां अलग हैं. बेहद अलग... ऐसा बिलकुल नहीं है कि बिल्लियों का जीवन सुगम रहा. कई चुनौतियां हैं, जिनका सामना दुनिया भर में बिल्लियां कर रही हैं. बिल्लियों से दूरी बनाने वालों ने उनके खिलाफ प्रोपोगेंडा भी खूब चलाया है. बिल्लियों को लेकर लोगों के मन में अजीब तरह की गफलत है. हमारे बीच ऐसे मिथकों की भरमार हैं जो बिल्लियों के मद्देनजर फैलाए गए हैं. बिल्लियां अशुभ हैं. मौका परस्त होती हैं. ये किसी की सगी नहीं हैं. जिस थाली में खाती हैं उसी में छेद करती हैं. इत्यादि. बिल्ली विरोधियों को बिल्लियों में जो बात तीर की तरह चुभती है. वो है उनका एटीट्यूड. बिल्लियों को लेकर पेट लवर्स भी दो वर्गों में बंटे हैं. जिन्होंने कुत्ते पाल रखे हैं वो उनकी प्ले फुल एक्टिविटीज से लेकर लॉयल्टी की दुहाई देते हैं. वहीं जो कैट लवर्स हैं, वो ये कहकर बिल्लियों से जुडी सभी बुराइयों को ख़ारिज करते हैं कि, अगर बिल्लियां घर हों तो कोई साथ है,हमेशा इस बात का एहसास होता है. सवाल ये है कि क्या कुत्ते जैसे न होना बिल्ली का दोष है?
बिल्लियों के मद्देनजर सवाल कई हैं लेकिन एक लंबे समय से अपने घर में कई बिल्लियां रखने के बाद मैंने पाया कि बिल्लियां एलिगेंट, क्यूरियस, आज़ाद, प्रेमपूर्ण हैं और इनके जैसा साथी इसलिए भी कोई नहीं है क्योंकि ये हर रोज आपको कुछ न कुछ सिखाती हैं. बात अपने कैट लव की नहीं है लेकिन सच्चाई यही है कि बिल्लियां अपने में एक इंस्टीट्यूशन या ये कहें कि यूनिवर्सिटी हैं. मैं फिर इस बात को कह रहा हूं कि बिल्लियां अविश्वसनीय हैं और ये बात फर्जी या हवा हवाई नहीं है.
इस आर्टिकल में वो 5 ज़रूरी सबक हैं जो मैंने अपनी बिल्लियों Theo, Zoe, Lucy से सीखे और अपने जीवन में एक बड़े बदलाव को महसूस किया.
जब बिल्लियों ने कहा मैं अपनी फेवरेट हूं और बताया कि कैसे अपना ख्याल रखना है!
बिल्लियों के बारे में सबसे आकर्षक बात उनकी स्वच्छता है. मैं हमेशा इस बात से चकित होता हूं कि बिल्लियां पूरे समर्पण और आनंद के साथ अपने को साफ़ करती हैं. चाहे वो खाना खाने के बाद का समय हो या फिर नहाने और टॉइलट के बाद का वक़्त, बिल्लियों को कोई जल्दबाजी नहीं होती. वो अपने को साफ़ करने के लिए समय लेती हैं. यदि आप उन्हें गले लगाते हैं, बहुत ज्यादा प्यार करते हैं तो भी वो अपने फर सही करने के लिए वक़्त लेती हैं. बिल्लियों को गन्दगी कतई पसंद नहीं है. उन्होंने मुझे सिखाया कि पर्सनल हाइजीन सही मायनों में क्या होती है.
खुद सोचिये बिल्लियों के विपरीत हम इंसान कैसे हैं? समय काम हुआ तो हम अफ्तार शेव, जेल, डियो, क्रीम जैसी चीजों से खुद को 'साफ़' दिखाने का स्वांग रचते हैं मगर बिल्लियों के केस में ऐसा नहीं होता. वहीं साफ़ सफाई करने के बाद जब आप बिल्ली को देखें तो वो अपनी स्ट्रेचिंग भी खूब करती हैं. यानी बिल्लियां ये भी बताती हैं कि जीवन में जितनी जरूरी साफ़ सफाई है उतनी ही जरूरी एक्सरसाइज भी है.
बिल्लियों से मैंने सीखा कि कैसे अपने आज में जीना है.
हम इंसान अपना भविष्य बनाने में एड़ी से लेकर चोटी तक का जोर लगाते हैं, भले ही आज की और अभी की लंका लगी हो. अपने को भांति भांति के कष्ट देते हैं. फ्यूचर में सुख मिले इसलिए वर्तमान को ख़राब करते हैं लेकिन बिल्लियों में ऐसा नहीं होता. कल क्या होगा उन्हें इसकी कोई परवाह नहीं होती. वो आज में, अभी में जीती हैं. कैसे? कभी मौका मिले तो किसी बिल्ली को शिकार करते देखिएगा.
शिकार या फिर टारगेट का पीछा करते हुए बिल्ली का डेडिकेशन बस देखने वाला होता है. जैसे बिल्ली शिकार की मुद्रा में होती है, उसके लिए शिकार ही दुनिया की एकमात्र घटना है. वो उसमें रम जाती हैं. उस पल को वो पूरी तरह से जीती है. बिल्ली हमें बताती है कि हमें भी ऐसा ही करना चाहिए, हमें भी सिंगल पॉइंट फोकस को अपने जीवन में न केवल एहमियत देनी चाहिए बल्कि पूर्ण रूप से इसे अपने जीवन में लागू भी करना चाहिए.
बिल्लियों से मैंने जाना कि आराम बहुत जरूरी है!
बिल्लियों के क्रिटिक्स ने हमेशा ही बिल्लियों पर आरामतलबी के गंभीर आरोप लगाए हैं. कहा गया है कि बिल्लियां दिन भर सोती हैं और इतना सोती हैं कि. इन्हें देखकर यही लगता है कि ईश्वर ने इनकी रचना सिर्फ सोने के लिए ही की है. लेकिन जब मैंने अपने को और फिर बिल्लियों को देखता हूं तो जो चीज मैंने इनसे सीखी है वो है आराम करना. तकनीक के इस दौर में जब हमारी पूरी ज़िन्दगी गेजेट्स के बीच गुजर रही हो, बिल्लियों ने मुझे सिखाया कि जब भी मौके लगे हमें सो जाना चाहिए और अपने दिमाग को आराम देना चाहिए.
बात बड़ी सीधी है. यदि हम नींद से लड़ते हैं तो हमारी पराजय सुनिश्चित है इसलिए उससे लड़ना मूर्खता है, यदि नींद आए तो फ़ौरन ही सो जाना चाहिए.
बिल्लियों ने बताया कि दोस्तों का चयन पूरी समझदारी से करें
ये पॉइंट सुनने में थोड़ा अजीब लगेगा लेकिन जब बात बिल्लियों द्वारा दोस्तों के चुनाव की आती है तो इस मामले में बिल्लियां हमसे बहुत अलग हैं. वो हमारी तरह किसी ऐरे-गैरे, नत्थू-खैरे पर यकीन नहीं करती. मेरे पास 11 बिल्लियां हैं और ऐसा भी नहीं है कि 11 आपस में दोस्त हैं. जिन दो तीन बिल्लियों की आपस में दोस्ती है वो अपने ही दोस्तों के साथ खेलती हैं.
खाती और लड़ती झगड़ती हैं. कुछ इसी तरह का फंडा बिल्लियों के बाकी ग्रुप में है. मेरी एक बिल्ली अकेले रहती है शायद अब भी उसे किसी ऐसे की तलाश है जिसपर वो आंखें मूंदकर विश्वास कर सके. बिल्लियों के साथ रहते हुए मैंने सीखा कि जब बात दोस्तों के और उनके चुनाव की आ जाए तो बिना किसी लाज शर्म के हमें बता देना चाहिए कि हम अपने जीवन में कैसे दोस्त चाहते हैं.
साथ ही बिल्लियां ये भी बताती हैं कि अगर सही दोस्त हमारे साथ हों तो हम बड़ी से बड़ी बाधा को आसानी से पार लगा सकते हैं.
बिल्लियां प्रेम करना और प्रेम में पड़ना सिखाती हैं!
आज दुनिया में भले ही इंसान के पास सब कुछ हो. लेकिन इस बात में भी कोई शक नहीं कि, आज के समय में निष्काम और निस्स्वार्थ भाव से प्यार करने का और प्यार में पड़ने का स्कोप जरा कम है. चूंकि मेरे अलावा सारे कैट लवर्स इस बात पर एकमत हैं कि कैट्स सिर्फ अपनी दुनिया में रहना पसंद करती हैं. तो इसलिए हमें उनसे बहुत ज्यादा उम्मीदें नहीं करनी चाहिए. अवस्था जब ऐसी हो तो आप खुद बताइये क्या बिल्लियां पालने में प्रेम नहीं लगेगा?
इसलिए जब आप बिल्लियां पालते हैं तो प्रेम में पड़ना सीखते हैं. बाकी बिल्लियां आपको बहुत प्यार नहीं दिखातीं. प्यार जब बिल्लियों को जाहिर करना होता है तो उसके तरीके उनके पास खुद होते हैं.बिल्लियां आपके पास आती हैं.
उत्सुकता के चलते आपको सूंघती और चाटती हैं फिर एक समय वो भी आता है जब इस प्रक्रिया से उनका दिल भर जाता है और वो आपको छोड़कर चल देती हैं. हो सकता है कि इस अवस्था में बिल्लियां आपको स्वार्थी लगें तो ऐसे में इतना जरूर समझ लीजिये यही बिल्लियों का स्वैग है यही Cattitude है.
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