Punjab Govt SSF initiative: सड़क सुरक्षा को लेकर पंजाब सरकार ने पिछले कुछ समय में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं. इनमें से सबसे प्रभावी कदम रही है "सड़क सुरक्षा फोर्स" (SSF) की स्थापना. पंजाब में SSF के असर को इस बात से ही समझा जा सकता है कि इसकी मदद से सड़क दुर्घटनाओं में 45 फीसदी से अधिक की कमी होने का दावा किया जा रहा है. भगवंत सिंह मान सरकार की यह पहल प्रदेश में एक सकारात्मक बदलाव ला रही है. आइए आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं.
SSF पंजाब में अगस्त 2023 से प्रभावी हुई है. इसका मुख्य उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं को कम करके राज्य में नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना था. यह फोर्स राज्य की करीब 5500 किलोमीटर लंबी सड़कों पर निरंतर निगरानी रखने और यातायात नियमों का सख्ती से पालन करवाने के उद्देश्य से भी लाई गई. अब यह फोर्स राज्य में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है.
SSF का असर?
सड़क सुरक्षा फोर्स (एसएसएफ) का एवरेज रिस्पॉन्स टाइम (औसत प्रतिक्रिया समय) 7.4 मिनट है. यानी किसी भी सड़क दुर्घटना की सूचना मिलते ही 7.4 मिनट के भीतर यह बल मौके पर पहुंच जाता है. इसका सीधा असर हादसों में घायलों की त्वरित चिकित्सा सहायता पर पड़ता है, जिससे जान बचाई जा सकती है. फरवरी से लेकर सितंबर 2024 तक के बीच में इसके असर की बात करें, तो इसी दौरान 2023 से तुलना करने पर रोड एक्सिडेंट में 45.4 फीसदी की कमी आई है. इससे SSF का बड़ा इंपैक्ट माना जा रहा है.
सड़क सुरक्षा फोर्स की खासियत और इसके काम के तरीके
- भगवंत सिंह मान सरकार ने SSF को 144 हाइटेक गाड़ियां उपलब्ध कराई हैं. इसमें टोयोटा Hilux और स्कॉर्पियो जैसी गाड़ियां शामिल हैं.
- इन गाड़ियों में स्पीड गन, अल्कोमीटर, ई-चालान मशीन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वाले ऐसे मैकेनिज्म हैं, जो ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन को फौरन पकड़ते हैं.
- एक गाड़ी में 4 लोगों की टीम होती है, जिसका नेतृत्व कम से कम ASI रैंक के अधिकारी के पास होता है. हर...
Punjab Govt SSF initiative: सड़क सुरक्षा को लेकर पंजाब सरकार ने पिछले कुछ समय में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं. इनमें से सबसे प्रभावी कदम रही है "सड़क सुरक्षा फोर्स" (SSF) की स्थापना. पंजाब में SSF के असर को इस बात से ही समझा जा सकता है कि इसकी मदद से सड़क दुर्घटनाओं में 45 फीसदी से अधिक की कमी होने का दावा किया जा रहा है. भगवंत सिंह मान सरकार की यह पहल प्रदेश में एक सकारात्मक बदलाव ला रही है. आइए आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं.
SSF पंजाब में अगस्त 2023 से प्रभावी हुई है. इसका मुख्य उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं को कम करके राज्य में नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना था. यह फोर्स राज्य की करीब 5500 किलोमीटर लंबी सड़कों पर निरंतर निगरानी रखने और यातायात नियमों का सख्ती से पालन करवाने के उद्देश्य से भी लाई गई. अब यह फोर्स राज्य में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है.
SSF का असर?
सड़क सुरक्षा फोर्स (एसएसएफ) का एवरेज रिस्पॉन्स टाइम (औसत प्रतिक्रिया समय) 7.4 मिनट है. यानी किसी भी सड़क दुर्घटना की सूचना मिलते ही 7.4 मिनट के भीतर यह बल मौके पर पहुंच जाता है. इसका सीधा असर हादसों में घायलों की त्वरित चिकित्सा सहायता पर पड़ता है, जिससे जान बचाई जा सकती है. फरवरी से लेकर सितंबर 2024 तक के बीच में इसके असर की बात करें, तो इसी दौरान 2023 से तुलना करने पर रोड एक्सिडेंट में 45.4 फीसदी की कमी आई है. इससे SSF का बड़ा इंपैक्ट माना जा रहा है.
सड़क सुरक्षा फोर्स की खासियत और इसके काम के तरीके
- भगवंत सिंह मान सरकार ने SSF को 144 हाइटेक गाड़ियां उपलब्ध कराई हैं. इसमें टोयोटा Hilux और स्कॉर्पियो जैसी गाड़ियां शामिल हैं.
- इन गाड़ियों में स्पीड गन, अल्कोमीटर, ई-चालान मशीन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वाले ऐसे मैकेनिज्म हैं, जो ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन को फौरन पकड़ते हैं.
- एक गाड़ी में 4 लोगों की टीम होती है, जिसका नेतृत्व कम से कम ASI रैंक के अधिकारी के पास होता है. हर गाड़ी का कवरेज दायर 30 किलोमीटर तक का है, ताकि त्वरित रिस्पॉन्स दिया जा सके.
- इसमें तैनात कर्मचारियों और जवानों को बॉडी कैमरा से लैस किया गया है, ताकि इस खास फोर्स के ऐक्शन में पारदर्शिता और ईमानदारी सुनिश्चित की जा सके.
- SSF का अपना कमांड और कंट्रोल सेंटर है, जहां से पूरे राज्य की प्रमुख सड़कों की निगरानी की जाती है. यह केंद्र 24x7 काम करता है और किसी भी स्थिति में त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करता है.
- फोर्स के सदस्यों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है ताकि वे आपात स्थितियों में सही निर्णय ले सकें. साथ ही, आधुनिक तकनीकी उपकरणों का उपयोग भी किया जाता है जो उन्हें सड़क सुरक्षा के प्रयासों में मददगार साबित होते हैं.
- SSF नियमित रूप से जन जागरूकता अभियानों का आयोजन करता है जिससे नागरिकों में सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ती है. इसके अंतर्गत सीधे अभियानों से लोगों को यातायात नियमों का पालन और दुर्घटनाओं से बचाव के लिए प्रोत्साहित किया जाता है.
सड़क सुरक्षा फोर्स की सक्रियता के कारण राज्य में सड़क हादसों में 45% की कमी दर्ज की गई है. यह इस बल की कुशलता और तत्परता का प्रमाण है. पंजाब की यह पहल न केवल राज्य बल्कि पूरे देश के लिए एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत करती है. यह दिखाती है कि सही दिशा में उठाए गए कदम और प्रभावी प्रबंधन से किस प्रकार सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है.
SSF के माध्यम से पंजाब ने यह साबित किया है कि सरकार और स्थानीय प्रशासन की सटीक योजना और आम जनता के सहयोग से सड़क दुर्घटनाओं जैसी गंभीर समस्याओं का समाधान हो सकता है. यह फोर्स न केवल दुर्घटनाओं को कम करने में सफल रही है बल्कि राज्य की जनता को भी अधिक सुरक्षित वातावरण प्रदान करने में सहायक रही है. पंजाब सरकार इसे और भी विस्तार देने की योजना बना रही है. आने वाले समय में और सड़कों पर निगरानी बढ़ाई जाएगी और स्मार्ट तकनीक का और अधिक उपयोग किया जाएगा.
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