त्योहारों का मौका हम सबके लिए खास होता है. बच्चों के लिए तो खासकर. अपना बचपन जीने के बाद हम भले प्रदूषण को लेकर बड़ी-बड़ी चर्चाएं कर रहे हों. लेकिन दिवाली हो तो बच्चों के लिए तो जरूरी है कि पटाखे फूटे. होली हो तो गाल पर गुलाल लगे, ईद हो तो नए कपड़े चाहिए..क्रिसमस हो तो सांता आसमान से उतरकर घर के बाहर गिफ्टी की पोटली छोड़ जाए. इन सबके बिना उनका त्योहार अधूरा है. लेकिन यह भी एक सच है कि कुछ बच्चे उतने भाग्याशाली नहीं होते. लेकिन तमन्नाएं तो उनकी भी होती हैं.
सांता से मांगा अनूठा गिफ्ट
ऑस्ट्रेलिया में Be An Elf नाम की संस्था है, जो क्रिसमस से पहले वहां के जरूरतमंद बच्चों के पास जाती है. उन्हें एक फॉर्म देती है जिसमें बच्चे ये लिखते हैं कि उन्हें सांता क्लॉज से क्या-क्या चाहिए. फिर तरह-तरह के जवाब उन्हें मिलते हैं और ये संस्था उसे पूरा करने की कोशिश करती है. अब कल्पना कीजिए, क्रिसमस के मौके पर एक बच्चा सांता से क्या-क्या उपहार मांग सकता है. नए कपड़े...नया जूता, चॉकलेट या कुछ और. लेकिन एक बच्ची ने सांता से जो मांगा, उसे पढ़ कर आप भी भावुक हो जाएंगे.
इस बच्ची को कपड़े, जूते या चॉकलेट नहीं चाहिए. उसने सांता से अपने लिए एक प्यारा 'गिनी पिग' मांगा. आगे वो ये भी लिखती है कि उसे एक स्कूल बैग चाहिए, स्कूल की कुछ किताबे चाहिए और सबसे बड़ी बात...वो ये चाहती है कि उसके पिता उसकी मां को चोट न पहुंचाएं. उस बच्ची की इच्छा को भावुक नजरिए से देखिए लेकिन ये हमारी और आपकी आंखें खोलने वाला वाक्या भी है. ये दिखाता है कि बच्चे कितने संवेदनशील होते हैं. हम उनकी ओर भले ही नासमझों की तरह देखते हैं, लेकिन अपनी नजरों से वह हर पल कुछ नया पढ़ रहे होते हैं.
त्योहारों का मौका हम सबके लिए खास होता है. बच्चों के लिए तो खासकर. अपना बचपन जीने के बाद हम भले प्रदूषण को लेकर बड़ी-बड़ी चर्चाएं कर रहे हों. लेकिन दिवाली हो तो बच्चों के लिए तो जरूरी है कि पटाखे फूटे. होली हो तो गाल पर गुलाल लगे, ईद हो तो नए कपड़े चाहिए..क्रिसमस हो तो सांता आसमान से उतरकर घर के बाहर गिफ्टी की पोटली छोड़ जाए. इन सबके बिना उनका त्योहार अधूरा है. लेकिन यह भी एक सच है कि कुछ बच्चे उतने भाग्याशाली नहीं होते. लेकिन तमन्नाएं तो उनकी भी होती हैं. सांता से मांगा अनूठा गिफ्ट ऑस्ट्रेलिया में Be An Elf नाम की संस्था है, जो क्रिसमस से पहले वहां के जरूरतमंद बच्चों के पास जाती है. उन्हें एक फॉर्म देती है जिसमें बच्चे ये लिखते हैं कि उन्हें सांता क्लॉज से क्या-क्या चाहिए. फिर तरह-तरह के जवाब उन्हें मिलते हैं और ये संस्था उसे पूरा करने की कोशिश करती है. अब कल्पना कीजिए, क्रिसमस के मौके पर एक बच्चा सांता से क्या-क्या उपहार मांग सकता है. नए कपड़े...नया जूता, चॉकलेट या कुछ और. लेकिन एक बच्ची ने सांता से जो मांगा, उसे पढ़ कर आप भी भावुक हो जाएंगे. इस बच्ची को कपड़े, जूते या चॉकलेट नहीं चाहिए. उसने सांता से अपने लिए एक प्यारा 'गिनी पिग' मांगा. आगे वो ये भी लिखती है कि उसे एक स्कूल बैग चाहिए, स्कूल की कुछ किताबे चाहिए और सबसे बड़ी बात...वो ये चाहती है कि उसके पिता उसकी मां को चोट न पहुंचाएं. उस बच्ची की इच्छा को भावुक नजरिए से देखिए लेकिन ये हमारी और आपकी आंखें खोलने वाला वाक्या भी है. ये दिखाता है कि बच्चे कितने संवेदनशील होते हैं. हम उनकी ओर भले ही नासमझों की तरह देखते हैं, लेकिन अपनी नजरों से वह हर पल कुछ नया पढ़ रहे होते हैं.
इस बच्ची ने कभी घर में घरेलू हिंसा देखी होगी...मां को रोते देखा होगा. इसलिए वो संता से मांगती है कि उसके पापा आगे से उसकी मां को न मारें. यही नहीं...उसे अपनी जरूरतें भी पता है. उसके पास जो स्कूल बैग है..वो शायद पुराना हो गया होगा. किताबें नहीं होंगी. उसके मासूम दिल को भरोसा है कि सांता उसकी सारी इच्छाएं पूरी करेगा और वो 'गिनी पिग' भी देगा जिसे वो खूब प्यार करेगी. इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है. ये भी पढ़ेंRead more! संबंधित ख़बरें |