मैं उत्तर प्रदेश से हूं. हां वही उत्तर प्रदेश जो मुलायम से मायावती तक आते हुए और मायावती से अखिलेश तक पहुंचते हुए लुटता रहा. फिर चुनाव हुए, नयी सरकार आई, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी तख़्त नशीन हुए और आते ही साथ उन्होंने कई कठोर फैसले लिए, ऐसे फैसले जिनके बाद प्रदेश की जनता को लगा कि अब राम राज्य आने ही वाला है. अवैध बूचड़खानों पर तालाबंदी और सरकारी दफ्तरों में गुटखे पर पूर्ण बैन से मैं बेहद खुश था. मेरी खुशियों पर चार चांद तब लगे जब मैंने देखा कि एंटी रोमियो स्क्वाड नाम की सेनाएं और पुलिस, मीडिया के दल बल के साथ आशिकों की धुनाई और उनकी धर पकड़ में व्यस्त थीं. मुझे बीते एक हफ्ते से न जाने क्यों ये महसूस हो रहा था कि अब प्रदेश में रह रहीं मेरी बहनें सुरक्षित हैं. उनकी रक्षा के लिए साक्षात भगवान नरसिंह खुद उत्तर प्रदेश की धरती पर अवतरित हो चुके हैं.
अपने भ्रम के चलते मैं अभी सोशल मीडिया पर अपने फेसबुक पोस्ट और ट्वीट्स से उनका गुणगान कर ही रहा था कि मेरे सामने एक ऐसी खबर आई जिसने मेरे भ्रम तोड़ दिए और मुझे अंदर तक हिला के रख दिया. इस खबर को पढ़कर मैंने ये पाया है कि मेरे प्रदेश में कुछ नहीं बदला. जो जैसा था वैसा ही है या शायद उससे बदतर. मामला राजधानी लखनऊ से जुड़ा है जहां कुछ अज्ञात लोगों द्वारा एक एसिड अटैक सर्वाइवर को जबरन तेजाब पिलाया गया है. अब वो सुनिए, जिसे सुनकर आपका पत्थर दिल शायद पिगल जाए और आंख में आंसू आ जाएं. इस बार जिस महिला के साथ ये घटना हुई ये वही महिला है जिसके साथ पूर्व में तीन बार दुष्कर्म, और तीन बार तेजाब से हमला हुआ था. आपको बता दूं पीड़िता इस समय जिंदगी और मौत के बीच राजधानी लखनऊ के केजीएमयू में जूझ रही है.
गौरतलब है कि ये घटना, राजधानी लखनऊ में एसिड अटैक सर्वाइवर्स को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए चलाई जा रही संस्था शीरोज हैंग आउट से...
मैं उत्तर प्रदेश से हूं. हां वही उत्तर प्रदेश जो मुलायम से मायावती तक आते हुए और मायावती से अखिलेश तक पहुंचते हुए लुटता रहा. फिर चुनाव हुए, नयी सरकार आई, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी तख़्त नशीन हुए और आते ही साथ उन्होंने कई कठोर फैसले लिए, ऐसे फैसले जिनके बाद प्रदेश की जनता को लगा कि अब राम राज्य आने ही वाला है. अवैध बूचड़खानों पर तालाबंदी और सरकारी दफ्तरों में गुटखे पर पूर्ण बैन से मैं बेहद खुश था. मेरी खुशियों पर चार चांद तब लगे जब मैंने देखा कि एंटी रोमियो स्क्वाड नाम की सेनाएं और पुलिस, मीडिया के दल बल के साथ आशिकों की धुनाई और उनकी धर पकड़ में व्यस्त थीं. मुझे बीते एक हफ्ते से न जाने क्यों ये महसूस हो रहा था कि अब प्रदेश में रह रहीं मेरी बहनें सुरक्षित हैं. उनकी रक्षा के लिए साक्षात भगवान नरसिंह खुद उत्तर प्रदेश की धरती पर अवतरित हो चुके हैं.
अपने भ्रम के चलते मैं अभी सोशल मीडिया पर अपने फेसबुक पोस्ट और ट्वीट्स से उनका गुणगान कर ही रहा था कि मेरे सामने एक ऐसी खबर आई जिसने मेरे भ्रम तोड़ दिए और मुझे अंदर तक हिला के रख दिया. इस खबर को पढ़कर मैंने ये पाया है कि मेरे प्रदेश में कुछ नहीं बदला. जो जैसा था वैसा ही है या शायद उससे बदतर. मामला राजधानी लखनऊ से जुड़ा है जहां कुछ अज्ञात लोगों द्वारा एक एसिड अटैक सर्वाइवर को जबरन तेजाब पिलाया गया है. अब वो सुनिए, जिसे सुनकर आपका पत्थर दिल शायद पिगल जाए और आंख में आंसू आ जाएं. इस बार जिस महिला के साथ ये घटना हुई ये वही महिला है जिसके साथ पूर्व में तीन बार दुष्कर्म, और तीन बार तेजाब से हमला हुआ था. आपको बता दूं पीड़िता इस समय जिंदगी और मौत के बीच राजधानी लखनऊ के केजीएमयू में जूझ रही है.
गौरतलब है कि ये घटना, राजधानी लखनऊ में एसिड अटैक सर्वाइवर्स को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए चलाई जा रही संस्था शीरोज हैंग आउट से सम्बन्ध रखती है. ज्ञात हो कि कैफे में बीते 19 जनवरी को उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले से विनीता सिंह नाम से एक धमकी भरा पत्र आता है जिसमें लिखा था कि विमला को अपनी कम्पनी से निकाल दो, नहीं तो केस वापस करवा लो. अगर यह सब नहीं किया तो पुष्पा के शरीर में खून नहीं तेजाब दौड़ेगा.”
कैफे में इस तरह से आई हुई चिट्ठी के बाद वहां हड़कंप मच गया और उन्होंने पुलिस से संपर्क किया, जहां प्रशासन की तरफ से लखनऊ की एसएसपी मंजिल कौर सैनी और डीएम सत्येन्द्र सिंह ने कैफे प्रशासन और पीड़ित महिला को पूरी सुरक्षा देने का आश्वासन दिया था, लेकिन धमकी के कुछ ही माह बाद पुष्पा को चलती चारबाग के आस पास ट्रेन में ही दो अज्ञात लोगों ने तेजाब पिला दिया. आपको बता दें कि महिला होली में अपने घर रायबरेली गई थी. जहां वो गुरुवार को ट्रेन द्वारा वापस लखनऊ लौट रही थी. बताया जा रहा है कि महिला की स्थिति बहुत ज्यादा खराब है और वो बोलने में भी असमर्थ है. फिलहाल पुलिस द्वारा मामले को संज्ञान में ले लिया गया है और उन्होंने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
अंत में बस इतना ही कि मुझे अपने मुख्यमंत्री से कोई शिकायत नहीं है. मैं जानता हूं कि वो एक मजबूत हृदय के आदमी हैं जिनका उद्देश्य प्रदेश को अपराध और भय मुक्त बनाना और वहां की लचर कानून व्यवस्था को दुरुस्त करना है. उनको एक बात समझनी होगी कि प्रदेश की जनता ने उन्हें इसी लिए चुना है कि वो उन्हें सुरक्षा दें. यदि वो ऐसा न कर पाए तो पब्लिक के पास अपने विकल्प हैं जैसे वो कुर्सी दे सकती है वैसे ही उसे छीन भी सकती है. हां योगी जी प्रदेश के पार्कों से आशिकों को बाद में पकड़ियेगा अभी इस महिला और उसकी स्थिति पर ध्यान दें. मुझे लगता है कि एक बार आपको उससे जाकर मिलना चाहिए, उसका हाल चाल लेना चाहिए.
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