दिल्ली के बुराड़ी में एक साथ एक ही परिवार के 11 सदस्यों की मौत को अभी देश भूला भी नहीं था, कि अहमदाबाद में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की आत्महत्या की खबर ने सनसनी फैला दी. अहमदाबाद के नवा नरोडा इलाके में अवनी स्काई रेसीडेंसी में कुनाल त्रिवेदी, पत्नी कविता त्रिवेदी ओर उनकी बेटी श्रीं त्रिवेदी की लाश मिली. दरअसल पूरा दिन कुनाल त्रिवेदी के रिश्तेदार उन्हें फोन कर रहे थे, लेकिन कुनाल या उसकी पत्नी कविता किसी के फोन का जवाब नहीं दे रहे थे. परिवार को लगा शायद ये लोग कहीं बाहर होंगे. हालांकि बार-बार फोन करने के बावजूद किसी ने फोन नहीं उठाया तो खुद रिश्तेदार उनके घर पहुंचे. घर पर सभी के जूते बहार पड़े हुए थे, और घर भी अंदर से बंद था. ऐसे में उन्होंने तुंरत ही पुलिस को जानकारी दी. पुलिस ने जब वहां पहुंचकर दरवाजा तोड़ा तो सभी की आंखे फटी की फटी रह गयीं.
कुनाल की लाश फांसी के फंदे पर लटक रही थी, तो वहीं उनकी पत्नी कविता फर्श पर गिरी हुई थी, और बेटी पलंग पर मृत हालात में थे. पुलिस को वहीं मौका ए वारदात से कोलड्रिंक्स की बोतल और शराब की बोतल भी मिली. लेकिन जो सुसाइड नोट मिला उसे सभी चौंक गए. सुसाइड नोट किसने लिखा है ये तो नहीं पता लेकिन सुसाइड नोट में लिखा है कि ''मम्मी आप मुझे कभी भी समझ नहीं पाईं, मैंने कई बार इन काली शक्तियों के बारे में बताया था लेकिन आपने कभी उसे माना नहीं और शराब को उसका कारण बताया. मैं कभी भी आत्महत्या नहीं कर सकता हूं, लेकिन काली शक्तियों की वजह से आत्महत्या कर रहा हूं. जिग्नेश भाई ये आप की जवाबदारी है, शेर अल्विदा कह रहा है. सभी ने ये स्थितियां देखी हैं. कुणाल की ये स्थितियां देखी हैं लेकिन कोई कुछ नहीं कर सकता था. क्योंकि जितना मां कविता कर पाती थी, वो करती थी, उसका विश्वास था कि कुल देवी आए और उसे बचाकर निकाल लेगी. पर ये काली शक्तियां इतनी आसानी से पीछा नहीं छोड़ती हैं.''
दिल्ली के बुराड़ी में एक साथ एक ही परिवार के 11 सदस्यों की मौत को अभी देश भूला भी नहीं था, कि अहमदाबाद में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की आत्महत्या की खबर ने सनसनी फैला दी. अहमदाबाद के नवा नरोडा इलाके में अवनी स्काई रेसीडेंसी में कुनाल त्रिवेदी, पत्नी कविता त्रिवेदी ओर उनकी बेटी श्रीं त्रिवेदी की लाश मिली. दरअसल पूरा दिन कुनाल त्रिवेदी के रिश्तेदार उन्हें फोन कर रहे थे, लेकिन कुनाल या उसकी पत्नी कविता किसी के फोन का जवाब नहीं दे रहे थे. परिवार को लगा शायद ये लोग कहीं बाहर होंगे. हालांकि बार-बार फोन करने के बावजूद किसी ने फोन नहीं उठाया तो खुद रिश्तेदार उनके घर पहुंचे. घर पर सभी के जूते बहार पड़े हुए थे, और घर भी अंदर से बंद था. ऐसे में उन्होंने तुंरत ही पुलिस को जानकारी दी. पुलिस ने जब वहां पहुंचकर दरवाजा तोड़ा तो सभी की आंखे फटी की फटी रह गयीं.
कुनाल की लाश फांसी के फंदे पर लटक रही थी, तो वहीं उनकी पत्नी कविता फर्श पर गिरी हुई थी, और बेटी पलंग पर मृत हालात में थे. पुलिस को वहीं मौका ए वारदात से कोलड्रिंक्स की बोतल और शराब की बोतल भी मिली. लेकिन जो सुसाइड नोट मिला उसे सभी चौंक गए. सुसाइड नोट किसने लिखा है ये तो नहीं पता लेकिन सुसाइड नोट में लिखा है कि ''मम्मी आप मुझे कभी भी समझ नहीं पाईं, मैंने कई बार इन काली शक्तियों के बारे में बताया था लेकिन आपने कभी उसे माना नहीं और शराब को उसका कारण बताया. मैं कभी भी आत्महत्या नहीं कर सकता हूं, लेकिन काली शक्तियों की वजह से आत्महत्या कर रहा हूं. जिग्नेश भाई ये आप की जवाबदारी है, शेर अल्विदा कह रहा है. सभी ने ये स्थितियां देखी हैं. कुणाल की ये स्थितियां देखी हैं लेकिन कोई कुछ नहीं कर सकता था. क्योंकि जितना मां कविता कर पाती थी, वो करती थी, उसका विश्वास था कि कुल देवी आए और उसे बचाकर निकाल लेगी. पर ये काली शक्तियां इतनी आसानी से पीछा नहीं छोड़ती हैं.''
हालांकि आज जब पोस्मार्टम की पहली मेडिकल रिपोर्ट आयी तो पाया गया कि तीनों की मौत दम घुटने से यानी फांसी पर लटकने की वजह से ही हुई है. पुलिस के मुताबिक इस मामले में एक के बाद एक तीनों लोग फांसी के फंदे पर लटके हैं. जिसमें सब से पहले पति पत्नी ने मिलकर अपनी 16 साल की बेटी को फांसी पर लटकाया, फिर उसे बेड पर सुलाकर, पत्नी कविता फांसी पर लटकी जिसे बाद में जमीन पर सुलाया गया, और फिर कुनाल त्रिवेदी खुद फांसी पर लटक गये.
हम जब यहां पहुंचे तो चिठ्ठी में जिस काले जादू का जिक्र किया गया था, वो उनके घर के दरवाजे से ही महसूस किया जा सकता था. अहमदाबाद के हाईराइज बिल्डिंग की चौथी मंजील पर रहने वाले इस त्रिवेदी परिवार के दरवाजे पर ही एक ध्वजा लगायी गयी थी, जिसके नीचे देवी की तस्वीर थी. साथ ही दरवाजे के साइड में नींबू मर्ची लगायी गयी थी. तो वहीं चौखट पर कुमकुम से त्रिशुल बनाया गया था. हालांकि परिवार वाले और आस-पड़ोस वाले ये जरुर मान रहे थे कि वो धार्मिक थे, लेकिन ये बिल्कुल मानने को तैयार नहीं हैं कि ये परिवार काले जादू की वजह से आत्महत्या कर सकता था.
दूसरी दिलचस्प चीज जो हमें यहां देखने मिली वो ये कि उनके आस-पड़ोस से भी उनकी ज्यादा बोलचाल नहीं थी. आते-जाते हाय हेल्लो के अलावा ज्यादा रिश्ते किसी के साथ नहीं थे. मौत के पीछे काले जादू की वजह को अगर देखें तो परिवार वाले इससे साफ इनकार कर रहे थे. कुनाल त्रिवेदी के रिश्तेदारों का कहना है कि कुनाल खुद एक इन्श्योरेंस कंपनी में बतौर जनरल मेनेजर काम कर चुका है. उसे हमने काले जादू या किसी काली शक्ति के बारे में बात करते हुए भी नहीं सुना है.
गौरतलब है कि कुनाल पिछले डेढ साल से इस किराए के फ्लैट में आकर रहने लगा था, जबकि उसका खुद का बंगला उसने बंद कर रखा था. कुनाल ने डेढ साल पहले ही अपनी जॉब छोडी थी. जिस वजह से उसे पैसे भी अच्छे खासे मिले थे. और उसी से उसने अपना कॉस्मेटिक का कारोबार शुरु किया था. सुसाइड नोट में भी ये लिखा गया है कि किसी को एक पैसा देना बाकी नहीं है और न ही किसी से एक पैसा लेना है.
इस आत्महत्या की गुत्थी को सुलझाना पुलिस के लिये इतना आसान भी नहीं है. मसलन-
1) आत्महत्या करने के पीछे की असली वजह क्या है. क्योकि पैसा आत्महत्या की वजह नहीं है.
2) ऐसी कौन सी वजह थी कि परिवार के सभी सदस्यों ने आत्महत्या कर ली.
3) सुसाइड नोट में काली शक्तियों का जिक्र है, लेकिन आसपास के लोगों पूजा पाठ से आगे नहीं जानते.
4) एक ही फंदे से लटकने की वजह क्या थी.
5) 16 साल की बेटी श्री को उन्होंने कैसे आत्महत्या के लिये तैयार किया.
मौत से जुड़े कई पहलू हैं जिसे पुलिस को अभी भी सुलझाना है. हालांकि रिश्तेदार ये जरा भी मानने के लिये तैयार नहीं हैं कि वो काले जादू की वजह से आत्महत्या कर सकते हैं. हालांकि रिश्तेदार ये जरुर कह रहे हैं कि, सुसाइड नोट में जो लिखावट हे वो खुद कुनाल की ही है. हालांकि बुराडी में हुई आत्महत्या और इस आत्महत्या की वजह कहीं ना कहीं एक सी निकल कर आ रही हैं, जो है आत्महत्या के पीछे काला जादू की बात.
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