Delhi NCR में pollution के बढ़ते स्तर के कारण emergency जैसे हालात हो गए हैं. लोग प्रदूषण और smog की वजह से परेशानियां झेल रहे हैं. डॉक्टर लोगों को ज्यादा से ज्यादा घरों के अंदर ही रहने, मास्क लगाने और घरों में air purifier के इस्तेमाल करने की सलाह दे रहे हैं. स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए लोग स्वच्छ हवा के लिए अब air purifiers खरीदने लगे हैं. दिल्ली एनसीआर में air purifiers की डिमांड बढ़ गई है.
इस प्रदूषण में air purifier काफी मददगार हैं, खासकर सांस के मरीजों के लिए. लेकिन air purifiers के बारे में लोगों के मन में अभी भी भ्रम की स्थिति बनी हुई है. air purifiers को लेकर काफी कुछ कहा जा रहा है और बहुत सारे मिथक भी फैले हुए हैं जिनका साफ किया जाना बेहद जरूरी है. जैसे-
1. जब तक बाहर की हवा प्रदूषित है तब तक घर में लगे air purifier बेकार हैं.
ऐसा नहीं है. air purifier को बेकार नहीं कहा जा सकता वो घर में तो आपको शुद्ध हवा देते ही हैं. ये जरूर चिंता वाली बात है कि बाहर का प्रदूषण नियंत्रित करना जरूरी है लेकिन घर में आपको प्रदूषित हवा मिलती है जो अस्थमा, एलर्जी और दिल के मरीजों के लिए बहुत कारगर साबित होते हैं.
2. अगर कमरे के दरवाजे और खिड़कियां खुली हों तो air purifier काम नहीं करते.
हां अगर बाहर की हवा बहुत ज्यादा प्रदूषित है तो दरवाजे खिड़ियां बंद करने की ही सलाह दी जाती है. लेकिन खाना बनाते वक्त, झाड़ पोंछ के वक्त या फिर किसी भी तरह का धुंआ होने पर दरवाजे खिड़ियां खोलने की ही सलाह दी जाती है जिससे air purifier बेहतर काम कर सकें. एक्सपर्ट्स की मानें तो दरवाजे खिड़ियां ज्यादा देर तक बंद करने से कमरे में कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा बढ़ जाएगी. और चूंकि air purifier कार्बन डाइऑक्साइड नहीं हटा सकते इसलिए समय समय पर खिड़कियां खोलना तो बहुत जरूरी है.
एयर प्यूरिफायर कम से कम घर को तो प्रदूषण मुक्त किया जा सकता है
3. air purifier की असली परीक्षा ये है कि यह गंध खत्म कर दे.
एक्सपर्ट का कहना है कि air purifier का काम गंध हटाना नहीं होता. ज्यादातर air purifier गंध नहीं हटाते, लेकिन अगर प्यूरिफायर में एक्टिवेटिड कार्बन फिल्टर लगा है तो आप उम्मीद कर सकते हैं. गंध का स्वच्छ हवा से कोई लेना देना नहीं है.
4. air purifier तभी प्रभावी होते हैं जब आप उनके पास होते हैं.
नहीं, ऐसा नहीं होता, हर air purifier उसमें मौजूद Clean Air Delivery Rate (CADR) के हिसाब से काम करता है. यानी प्यूरिफायर निश्चित जगह की हवा को साफ करता है. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कमरे में कहां बैठे हैं.
5. AC कमरों में air purifier की जरूरत नहीं होती.
एयर कंडिशनर केवल कमरे के तापमान को घटाने बढ़ाने के लिए होते हैं. इससे कमरे का प्रदूषण कम नहीं होता.
6. air purifier के एयर फिल्टर बदलने के बजाय साफ किए जा सकते हैं.
HEPA फिल्टर की अपनी एक क्षमता होती है. बाहर से आप भले ही गंदगी साफ कर सकते हैं लेकिन अंदर जमा हुए कण वहीं रह जाते हैंऔर एयर प्यूरिफायर की काम करने की क्षमता पर प्रभाव डालते हैं, इसलिए बेहतर होता है कि एयर फिल्टर खराब होने पर बदल दिए जाएं.
7. सीलिंग फैन बंद करने पर ही air purifier सही से काम करते हैं.
कमरे का पंखा अगर खुला होगा तो air purifier को काम करने में वक्त थोड़ा ज्यादा लगता है. क्योंकि इससे प्यूरिफायर तक पहुंचने वाली हवा प्रभावित होती है. लेकिन इसका मतलब ये जरा भी नहीं कि तब air purifier काम नहीं करते, बस हवा साफ करने में थोड़ा और समय लेते हैं.
8. महंगे air purifier खरीदने का कोई मतलब नहीं है, सभी एक जैसे होते हैं.
हर प्यूरिफायर अलग-अलग क्षमता और फिल्टर क्वालिटी के हिसाब से आते हैं. जैसे फिल्टर कीटाणुओं, बैक्टीरिया या अन्य वायु जनित विषाणुओं को मार सकता है या नहीं. सामान्य तौर पर एयर प्यूरीफायर केवल पार्टिकुलेट मैटर को फिल्टर करते हैं. लेकिन खास तरह के एयर प्यूरीफायर भी हैं जो TB के बैक्टीरिया को भी मारते हैं. और इसीलिए ये महंगे भी होते हैं.
कुछ उपाय प्रदूषण में मदद कर सकते हैं
तो ये तो थी वो जानकारी जो उनके लिए मुफीद थी जिनके पास air purifier है और जो air purifier खरीदने जा रहे हैं. लेकिन जो लोग अभी भी प्रदूषण से लड़ रहे हैं. उनके लिए और भी बहुत सी चीजें हैं जो काम आ सकती हैं. आप बहुत हद तक कुछ उपाय करके प्रदूषण के प्रभाव को कम कर सकते हैं.
1 अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाएं-
प्रतिरक्षी क्षमता को मजबूत बनाने के लिए अदरक और तुलसी की चाय पीएं. अपने आहार में विटामिन सी, ओमेगा 3 और मैग्निशियम, हल्दी, गुड़, अखरोट आदि का सेवन करें. ये पोषक तत्व आपकी बॉडी की इम्यूनिटी को बढ़ाते हैं. गुड़ खाएं, जो आपको एयर पॉल्यूशन के हानिकारक प्रभावों से बचाता है. यह प्राकृतिक क्लीजिंग एजेन्ट है, जो बॉडी से टॉक्सिन्स निकालने में मदद करता है.
2. घर में एयर प्यूरीफाइंग पौधे लगाएं
घर के अंदर हवा को फिल्टर करने वाले पौधे लगाना कारगर होगा. जहरीली गैसों को कम करने के लिए कुछ पौधे बेहद काम आ सकते हैं. खुजली, जलन, लगातार जुकाम, एलर्जी और आंखों में जलन से बचाव में ये पौधे आपकी सहायता करते हैं. एलोवेरा, आईवी, मनीप्लांट, सेनसेवियरा और स्पाइडर प्लांट लगाएं.
3. पानी पीएं और छिड़काव करें
पानी प्रदूषण में सबसे ज्यादा असरदार माना जाता है. बारिश हो जाए तो प्रदूषण कम हो जाता है. पानी पीने से शरीर अंदर तक साफ हो जाता है. और अपने घर के आस-पास अगर पानी का झिड़काव किया जाए तो भी जहरीली हवा से बचा जा सकता है.4.
4. मास्क पहनें
घर से बाहर जाना हो तो N-95 मास्क का इस्तेमाल करें. मास्क चेहरे पर फिट होना चाहिए और आरामदायक हो जिससे लंबे समय तक इसे पहना जा सके.
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