कोई भी अवसर हो, उत्सव हो, शादी-विवाह, जन्मदिन, नया साल, मिलन समारोह या चाहे दुख की घड़ी ही क्यूं ना हो हर अवसर पर शराब होना अनिवार्य होता है, अगर शराब ना हो तो वो कार्यक्रम अधूरा सा लगता है. आज के समय की मज़ेदार बात तो यह है कि अगर आप शराब नहीं पीते है तो आपको महफिल में से बाहर रख दिया जाता है और आपको निम्न श्रेणी मे देखा जाता है.
शराब पीना सेहत के लिए हानिकारक होता है, पता है, लेकिन फिर भी लोग इसका सेवन करते हैं, और क्यूं ना करें, लोगों को लगता है इस पदार्थ को पीने से शान बढ़ती है. लोग तो यह भी मानते हैं और सोचते हैं कि, जितनी महंगी शराब, उतनी ऊंची शान. पर क्या शराब ही एक मात्र ऐसी चीज़ है जो हर अवसर पर चार चांद लगाने का काम करती है?
दरअसल, लोगों का मानना यह है कि शराब पूरा एक मस्ती से भरा माहौल तैयार कर देती है, शराब का सेवन करना हमारे शरीर पर भी दुष्प्रभाव डालती है. अत्यधिक मात्रा में शराब के सेवन से मनुष्य अपना आपा खो देता है. वह अपना सब कुछ भूल जाता है कि वह कहां है, क्यूं है, किसके साथ है, क्या बोल रहा है, क्या कर रहा है और ऐसी परिस्थितियों मे मनुष्य बेकाबू होके गलत कार्य कर देता है.
शराब के अत्यधिक सेवन से अपराध के मामलों में उछाल देखा गया है. शराब के नशे में लोग मारपीट, गाली-गलोच, तोड़-फोड़, मर्डर, बलात्कार और भी अन्य जघन्य अपराध कर देते हैं. नये साल में लोग अपनी खुशी का इज़हार करने के लिए अधिक मात्रा मे शराब का सेवन करते हैं और बाद मे उसका परिणाम भी भोगते हैं.
हाल ही में हुआ दिल्ली मे एक शर्मनाक हादसा जिस्से दोबारा दिल्ली के ऊपर कलंक लग गया है. 31 दिसंबर 2022 की सर्द रात मे जहाँ एक तरफ पूरा भारत नये साल के जश्न...
कोई भी अवसर हो, उत्सव हो, शादी-विवाह, जन्मदिन, नया साल, मिलन समारोह या चाहे दुख की घड़ी ही क्यूं ना हो हर अवसर पर शराब होना अनिवार्य होता है, अगर शराब ना हो तो वो कार्यक्रम अधूरा सा लगता है. आज के समय की मज़ेदार बात तो यह है कि अगर आप शराब नहीं पीते है तो आपको महफिल में से बाहर रख दिया जाता है और आपको निम्न श्रेणी मे देखा जाता है.
शराब पीना सेहत के लिए हानिकारक होता है, पता है, लेकिन फिर भी लोग इसका सेवन करते हैं, और क्यूं ना करें, लोगों को लगता है इस पदार्थ को पीने से शान बढ़ती है. लोग तो यह भी मानते हैं और सोचते हैं कि, जितनी महंगी शराब, उतनी ऊंची शान. पर क्या शराब ही एक मात्र ऐसी चीज़ है जो हर अवसर पर चार चांद लगाने का काम करती है?
दरअसल, लोगों का मानना यह है कि शराब पूरा एक मस्ती से भरा माहौल तैयार कर देती है, शराब का सेवन करना हमारे शरीर पर भी दुष्प्रभाव डालती है. अत्यधिक मात्रा में शराब के सेवन से मनुष्य अपना आपा खो देता है. वह अपना सब कुछ भूल जाता है कि वह कहां है, क्यूं है, किसके साथ है, क्या बोल रहा है, क्या कर रहा है और ऐसी परिस्थितियों मे मनुष्य बेकाबू होके गलत कार्य कर देता है.
शराब के अत्यधिक सेवन से अपराध के मामलों में उछाल देखा गया है. शराब के नशे में लोग मारपीट, गाली-गलोच, तोड़-फोड़, मर्डर, बलात्कार और भी अन्य जघन्य अपराध कर देते हैं. नये साल में लोग अपनी खुशी का इज़हार करने के लिए अधिक मात्रा मे शराब का सेवन करते हैं और बाद मे उसका परिणाम भी भोगते हैं.
हाल ही में हुआ दिल्ली मे एक शर्मनाक हादसा जिस्से दोबारा दिल्ली के ऊपर कलंक लग गया है. 31 दिसंबर 2022 की सर्द रात मे जहाँ एक तरफ पूरा भारत नये साल के जश्न में डूबा हुआ था वहीं दूसरी तरफ दिल्ली की सड़कों पर एक खून से लथपथ लड़की अपनी जान की भीख मांग रही थी. मंज़र कुछ ऐसा था कि जिसने सुना उसके होश उड़ गए, और जिसने देखा वो बयां नहीं कर पाया. शराब के नशे में धुत्त 5 लड़के जिनकी गाड़ी के नीचे एक लड़की 4 कि.मी. तक खिचती चली गई और उसने दम तोड़ दिया. इस घटना का भी मुख्य कारण शराब का नशा ही है.
नये साल में इतनी अधिक पुलिस बल भी तैनात रहती है, सारे कायदे-कानून लागू करवाती है उसके बावजूद कहीं न कहीं ऐसी दिल दहला देने वाली घटना घटित हो ही जाती है. मेरा मानना यही है कि अगर शराब के सेवन पर पूर्णता: प्रतिबंध लगा तो अपराध में बहुत तेजी से कमी आएगी और मनुष्य एक स्वस्थ जीवन जी सकेगा.
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.