शादी के बाद अगर पति धाखेबाज निकले तो एक पत्नी को क्या करना चाहिए? भगवान ना करें कि किसी पत्नी को ऐसा दिन देखना पड़े. मगर मान लीजिए किसी पत्नी को इस तकलीफ से गुरजरना पड़े तो...आखिर वह क्या कर सकती है?
क्या एक पत्नी को धाखेबाज पति की हरकतों को अनदेखा कर देना चाहिए?
क्या एक पत्नी को अपने धोखेबाज पति को माफ कर दूसरा मौका देना चाहिए?
क्या पत्नी को अपने पति से अलग होकर उसे तलाक दे देना चाहिए?
मान लीजिए अगर वह महिला, एक पत्नी होने के साथ-साथ मां हो तो...ऊपर से अगर उसने बच्चे के लिए अपने करियर से किनारा कर लिया हो तो, ऐसी स्तिथी में उसे क्या फैसला करना चाहिए?
दरअसल, अनुपमा (Anupamaa) शो में इन दिनों किंजल इसी दौर से गुजर रही है. सीरियल में इन दिनों दिखाया जा रहा है कि अनुपमा अपनी बहू किंजू बेबी को बता देती है कि पारितोष धोखेबाज है और उसे धाखा दे रहा है. यह सुनकर किंजल घबरा जाती है. वह अपने पति तोषू से पूछती है कि क्या यह सच है?
तोषू उसे जवाब देता है कि "तुम प्रेंग्नेंट थी. तुम्हारे मूड स्विंग्स थे, तुम्हारी हेल्थ सही नहीं थी. मुझे इन सब से ब्रेक चाहिए था. मर्द होने नाते मेरी शारीरिक जरूरतें हैं. मैं उस लड़की से प्यार नहीं करता हूं. वह बस मेरे लिए टाइम पास थी. यह कोई बड़ी बात नहीं है. यह नॉर्मल है. मैं परि और तुम्हारे बिना नहीं जी सकता"
तोषू की बातें सुनकर किंजल समझ जाती है कि माफी मांगना तो दूर की बात है, उसे तो अपनी गलती का एहसास तक नहीं है. किंजल कहती है कि मैं सब भूल जाउंगी मगर मैं भी तुम्हारी तरह किसी दूसरे लड़के के साथ नॉर्मल टाइम पास कर लेती हूं. इसके बाद वह घर छोड़कर जाने की बात कहती...
शादी के बाद अगर पति धाखेबाज निकले तो एक पत्नी को क्या करना चाहिए? भगवान ना करें कि किसी पत्नी को ऐसा दिन देखना पड़े. मगर मान लीजिए किसी पत्नी को इस तकलीफ से गुरजरना पड़े तो...आखिर वह क्या कर सकती है?
क्या एक पत्नी को धाखेबाज पति की हरकतों को अनदेखा कर देना चाहिए?
क्या एक पत्नी को अपने धोखेबाज पति को माफ कर दूसरा मौका देना चाहिए?
क्या पत्नी को अपने पति से अलग होकर उसे तलाक दे देना चाहिए?
मान लीजिए अगर वह महिला, एक पत्नी होने के साथ-साथ मां हो तो...ऊपर से अगर उसने बच्चे के लिए अपने करियर से किनारा कर लिया हो तो, ऐसी स्तिथी में उसे क्या फैसला करना चाहिए?
दरअसल, अनुपमा (Anupamaa) शो में इन दिनों किंजल इसी दौर से गुजर रही है. सीरियल में इन दिनों दिखाया जा रहा है कि अनुपमा अपनी बहू किंजू बेबी को बता देती है कि पारितोष धोखेबाज है और उसे धाखा दे रहा है. यह सुनकर किंजल घबरा जाती है. वह अपने पति तोषू से पूछती है कि क्या यह सच है?
तोषू उसे जवाब देता है कि "तुम प्रेंग्नेंट थी. तुम्हारे मूड स्विंग्स थे, तुम्हारी हेल्थ सही नहीं थी. मुझे इन सब से ब्रेक चाहिए था. मर्द होने नाते मेरी शारीरिक जरूरतें हैं. मैं उस लड़की से प्यार नहीं करता हूं. वह बस मेरे लिए टाइम पास थी. यह कोई बड़ी बात नहीं है. यह नॉर्मल है. मैं परि और तुम्हारे बिना नहीं जी सकता"
तोषू की बातें सुनकर किंजल समझ जाती है कि माफी मांगना तो दूर की बात है, उसे तो अपनी गलती का एहसास तक नहीं है. किंजल कहती है कि मैं सब भूल जाउंगी मगर मैं भी तुम्हारी तरह किसी दूसरे लड़के के साथ नॉर्मल टाइम पास कर लेती हूं. इसके बाद वह घर छोड़कर जाने की बात कहती है मगर वनराज उसे रोक लेता है और तोषू को घर से बाहर निकाल देता है.
तोषू के घर छोड़कर जाने के बाद बा, किंजल से कहती है कि ऐसे हालात से लगभग हर औरत का सामना होता है. इसलिए तू तोषू को माफ कर दे...दुनिया की हर औरत बदला लेने लगे तो ना जाने कितने घर टूट जाएंगे. मर्द तो गलती करते ही हैं, औरत की जिम्मेदारी घर जोड़कर चलने की है तोड़ने की नहीं.
इन सब सबसे परेशान होकर किंजल, अपनी बेटी को लेकर कपाड़िया हाउस यानी अनुपमा के घर चली जाती है. जहां उसे अनुपमा की जेठानी बरखा भाबी मिलती हैं. बरखा भाबी किंजल को ताने मारती है और कहती है कि उसे पारितोष को हमेशा के लि छोड़ देना चाहिए. उसे तोषू को तलाक दे देना चाहिए.
असल में होता यही है. अगर किसी औरत का पति उसे धोखा दे देता है तो पूरी दुनिया के लोग उस महिला को ताना मारने लगते हैं. उस औरत के साथ ऐसे व्यवहार किया जाता है जैसे सारी गलती उसकी है, पति की नहीं. जैसे वह औरत जानबूझकर अपना घर तोड़ रही है. कई लोगों का यह मानना होता है कि महिला की गलती की वजह से ही पति ने उसे धोखा दिया है.
तो अब बताइए ऐसी स्तिथी को झेलने वाली महिला को क्या करना चाहिए? किंजल अभी इसी दौर से गुजर रही है. वह अभी कुछ दिनों पहले ही मां बनी है. वह पूछ रही है कि वह आखिर करे तो क्या करे? क्या वह अपने पति को माफ कर दे या फिर उससे अलग हो जाए?
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.