अनुपमा (Anupamaa) शो में इन दिनों भूचाल मचा हुआ है. एक तरफ अनुज कपाड़िया की तबियत में सुधार नहीं हो रहा है तो दूसरी ओर पारितोष अपने पिता वनराज शाह के नक्शे कदम पर चलते हुए अपनी पत्नी किंजल को धोखा दे रहा है.
अनुपमा शो में इन दिनों दिखाया जा रहा है कि किंजल ने एक प्यारी सी बच्ची को जन्म दिया है. जिससे सभी घरवाले काफी खुश हैं. इस दौरान परिवार के सभी लोग अस्पताल में मौदूज हैं मगर पारितोष कहीं नजर नहीं आ रहा है. घर में खुशी का माहौल है मगर किंजल की मां राखी दवे के चेहरे का रंग उड़ा हुआ है, क्योंकि वह अपने दामाद के अवैध संबंध के बारे में जानती हैं.
इसी बीच अनुपमा शो का एक प्रोमो भी जारी किया गया है. जिसमें अनुपमा गुस्से में अपने बड़े बेटे पारितोष को एक थप्पड़ जड़ती है. वह पारितोष से बोलती है कि "कह दे कि ये झूठ है", तभी राखी दवे बीच में ही टोकती है कि "पारितोष के रंगरलियों के सारे सबूत मेरे पास है". इस पर पारितोष कहता है कि "अरे आप लोग समझते क्यों नहीं, किंजल प्रेग्नेंट थी, मेरी शारीरिक जरूरते थीं, ऐसे में किसी हसबैंड का किसी दूसरी औरत के तरफ अट्रैक्ट होना नॉर्मल है."
इस पर अनुपमा भड़कर कर पूछती है कि नॉर्मल है? "कितनी आसानी से मर्द अपने नाजायाज संबधों को रखने की जायज वजह ढूंढ़ लेते हैं. अपनी पत्नी को धोखा देने का अधिकार किसी पति को नहीं है...अब मैं किस मुंह से किंजल को यह बताउंगी, अभी उसे पति का सबसे अधिक जरूरत है, ऐसे में..."
पारितोष की बातों से साफ जाहिर होता है कि उसे अपने किए पर कोई पछतावा भी नहीं है, बल्कि वह तो दूसरी औरत के साथ रिलेशन बनाने को ऐसे बता रहा है, जैसे यह उसका अधिकार है. मानो...
अनुपमा (Anupamaa) शो में इन दिनों भूचाल मचा हुआ है. एक तरफ अनुज कपाड़िया की तबियत में सुधार नहीं हो रहा है तो दूसरी ओर पारितोष अपने पिता वनराज शाह के नक्शे कदम पर चलते हुए अपनी पत्नी किंजल को धोखा दे रहा है.
अनुपमा शो में इन दिनों दिखाया जा रहा है कि किंजल ने एक प्यारी सी बच्ची को जन्म दिया है. जिससे सभी घरवाले काफी खुश हैं. इस दौरान परिवार के सभी लोग अस्पताल में मौदूज हैं मगर पारितोष कहीं नजर नहीं आ रहा है. घर में खुशी का माहौल है मगर किंजल की मां राखी दवे के चेहरे का रंग उड़ा हुआ है, क्योंकि वह अपने दामाद के अवैध संबंध के बारे में जानती हैं.
इसी बीच अनुपमा शो का एक प्रोमो भी जारी किया गया है. जिसमें अनुपमा गुस्से में अपने बड़े बेटे पारितोष को एक थप्पड़ जड़ती है. वह पारितोष से बोलती है कि "कह दे कि ये झूठ है", तभी राखी दवे बीच में ही टोकती है कि "पारितोष के रंगरलियों के सारे सबूत मेरे पास है". इस पर पारितोष कहता है कि "अरे आप लोग समझते क्यों नहीं, किंजल प्रेग्नेंट थी, मेरी शारीरिक जरूरते थीं, ऐसे में किसी हसबैंड का किसी दूसरी औरत के तरफ अट्रैक्ट होना नॉर्मल है."
इस पर अनुपमा भड़कर कर पूछती है कि नॉर्मल है? "कितनी आसानी से मर्द अपने नाजायाज संबधों को रखने की जायज वजह ढूंढ़ लेते हैं. अपनी पत्नी को धोखा देने का अधिकार किसी पति को नहीं है...अब मैं किस मुंह से किंजल को यह बताउंगी, अभी उसे पति का सबसे अधिक जरूरत है, ऐसे में..."
पारितोष की बातों से साफ जाहिर होता है कि उसे अपने किए पर कोई पछतावा भी नहीं है, बल्कि वह तो दूसरी औरत के साथ रिलेशन बनाने को ऐसे बता रहा है, जैसे यह उसका अधिकार है. मानो पत्नी के गर्भवती होने पर पुरुषों को दूसरी महिला के साथ संबंध स्थापित करने की आजादी मिल जाती है. एक तो उसने गलती की है ऊपर से वह खुद को ऐसे दिखा रहा है जैसे ऐसा करना उसकी मजबूरी थी.
वह अपनी गलतियों पर पर्दा डालने के लिए किंजल की प्रेगनेंसी का बहाना बना रहा है, जबकि शुरु से ही उसकी फिदरत अपने पिता वनराज शाह जैसी ही थी. तभी तो उसने एक बार अनुपमा के कैरेक्टर पर भी उंगली उठाई थी.
कई रिसर्च ने इस बात का अनुमान लगाया है कि 10 में से 1 पुरुष अपनी पत्नी को तब धोखा देते हैं जब वे गर्भवती होती हैं. Fitpregnancy.com में द सीक्रेट्स ऑफ हैप्पीली मैरिड वुमेन के लेखक डॉ स्कॉट हॉल्टज़मैन कहते हैं कि बाकी दिनों की तुलना में गर्भअवस्था के दौरान पत्नी को धोखा देना अधिक आम है.
कुछ बहाने जिनका सहारा लेकर पति अपनी पत्नी को धोखा देते हैं-
- गर्भवस्था में पत्नी के साथ सेक्स ना करना एक प्रमुख वजह है. वह पति है भटक सकता है. इसलिए उसे रिझाओ, उसके लिए सजो मगर तुम गर्भवती हो गई तो क्या करोगी? यह भला क्या बात हुई? यह बेबुनियाद बहाने के सिवा कुछ और नहीं हो सकता है. जिसे धोखा देना होगा वह कभी ना कभी दे ही देगा...पत्नी के गर्भवती होने से इसका कोई लेना-देना नहीं है और होना भी नहीं चाहिए, क्योंकि पति-पत्नी का रिश्ता सिर्फ जिस्मानी नहीं होता है.
- पति को बच्चे से खतरा महसूस होने लगता है. उसे लगता है कि अब पत्नी की अहमियत बदल जाएगी. अब दोनों के बीच में तीसरा आ जाएगा. उसके अंदर असुरक्षा की भावना जन्म लेती है. ऐसा तब होता है जब पति बच्चा नहीं चाहता है और सिर्फ पत्नी को बच्चा चाहिए होता है. अब यह बहाना भी बेबुनियाद है. पत्नी तो शादी के बाद से व्यस्त ही रहती है. उसे पति के घर और उसके परिवार की देख-रेख जो करनी होती है. अगर पुरुषों को पत्नी के गर्भवती होने से इतनी ही परेशानी है फिर तो उन्हें कभी बच्चा पैदा ही नहीं करना चाहिए. वरना बच्चे के हो जाने के बाद भी वह पत्नी से कहेगा कि बच्चा हम दोनों की बीच में सोता है इस कारण मैंने कहीं और भटक गया. वह यह भी कह सकता है कि बच्चे के कारण मैं थक गया इसलिए मैं तु्म्हारे साथ समय नहीं बिता सकता...अरे ये सारी वजहें धोखा देने के लिए कहीं से भी वैध नहीं है. ये सब पति की बकवास के सिवा कुछ नहीं है. वह गलती करता है और सवाल करने पर पत्नी पर ही ब्लेम लगाता है.
यह सही है एक तो पत्नी को धोखा दो ऊपर से इसका दोष भी पत्नी के माथे ही लगा दो. वह नौ महीने सारी तकलीफें सहती है मगर बेचारा धोखा देने वाला पति बन जाता है. पति धोखा देने के बाद बड़ी ही आसानी से पत्नी के सामने बहाने बनाता है और माफी मांग लेता है. पत्नी रोती है, कुढ़ती है मगर वह कर भी क्या सकती है? ऐसे समय में उसे बच्चे की परवरिश के लिए पति की जरूरत भी होती है.
असल में पति इसलिए अपनी पत्नी को धोखा देते है, क्योंकि वह ऐसा करना चाहता हैं और वह यह सब कर सकते हैं. इसमें पूरी गलती पुरुष की है, पत्नी की नहीं...
अनुपमा इन दिनों इसी मुद्दे को दर्शा रही है. वह पूछ रही है कि क्या पत्नी के गर्भवती होने पर पति का दूसरी औरत के साथ संबंध जायज? आपकी इस मामले पर क्या राय है?
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.