ये मुझे चैन क्यूं नहीं पड़ता, एक ही शख़्स था जहान में क्या...शायद हां, तभी उस एक से मिलने की खातिर यह 22 साल की लड़की बांग्लादेश से तैरकर भारत आ गई. आज के जमाने में जिस लड़के को इतना प्यार करने वाली लड़की मिल जाए भला, उसे और क्या चाहिए. इसे ही कहते हैं सच्चा प्यार... जो दुनिया की इस उबाहट में ठहर कर हर शोर को शांत कर दे...
इस लड़की का नाम कृष्णा मंडल है जो अपनी जान की परवाह किए बगैर सुंदरवन के घने जंगलों को अकेले पार कर आई. इस जंगल में खतरनाक जानवर घूमते रहते हैं. जिस पानी में एक घंटा तैरकर यह पगली आई है उसमें खतरनाकर घड़ियाल रहते हैं. जरा देखो इसे, कितनी मासूम है. सुंदर भी तो कितनी है, कोई हट्टी-तगड़ी भी नहीं है. बिल्कुल नाजुक सी है. आखिर पराए देश में इस तरह आने से पहले जरा सी दिखे वाली इस लड़की को डर नहीं लगा?
एक प्रेमी के भरोसे यह लड़की अपना देश छोड़ आई. वह भी जिससे वह फेसबुक पर मिली थी. जिसे ठीक से कभी देखा भी नहीं उसपर इतना भरोसा? कितनी शिद्दत से चाहा होगा उसे कि आंख मूंदकर उसके पीछे आ गई. उसके लिए वह अपनों को छोड़ आई. घर से भागने से पहले कलेजा तो इसका कांपा होगा. जंगल में अकेले शायद रोई भी होगी, सहमी भी होगी, लेकिन प्यार में बावली इस लड़की को अपनी सुध कहां थी?
पिया मिलन की कल्पना लिए यह पानी में तैरती रही, अंधेरे जंगलों में चलती रही और आखिरकार मंजिल तक पहुंच गई. यह लड़की जंगल में मर भी सकती थी, किसी को पता भी नहीं चलता. कोई बाघ खा सकता था, कोई घड़ियाल पानी में ही निगल सकता था, कोई कीड़ा काट सकता था...लेकिन प्यार में डूबी लड़की को डर सिर्फ इस बात का था कि अगर वह एक लड़का नहीं मिला तो ये जी नहीं पाएगी.
आजकल लोगों के प्यार में ऐसी दिवानगी,...
ये मुझे चैन क्यूं नहीं पड़ता, एक ही शख़्स था जहान में क्या...शायद हां, तभी उस एक से मिलने की खातिर यह 22 साल की लड़की बांग्लादेश से तैरकर भारत आ गई. आज के जमाने में जिस लड़के को इतना प्यार करने वाली लड़की मिल जाए भला, उसे और क्या चाहिए. इसे ही कहते हैं सच्चा प्यार... जो दुनिया की इस उबाहट में ठहर कर हर शोर को शांत कर दे...
इस लड़की का नाम कृष्णा मंडल है जो अपनी जान की परवाह किए बगैर सुंदरवन के घने जंगलों को अकेले पार कर आई. इस जंगल में खतरनाक जानवर घूमते रहते हैं. जिस पानी में एक घंटा तैरकर यह पगली आई है उसमें खतरनाकर घड़ियाल रहते हैं. जरा देखो इसे, कितनी मासूम है. सुंदर भी तो कितनी है, कोई हट्टी-तगड़ी भी नहीं है. बिल्कुल नाजुक सी है. आखिर पराए देश में इस तरह आने से पहले जरा सी दिखे वाली इस लड़की को डर नहीं लगा?
एक प्रेमी के भरोसे यह लड़की अपना देश छोड़ आई. वह भी जिससे वह फेसबुक पर मिली थी. जिसे ठीक से कभी देखा भी नहीं उसपर इतना भरोसा? कितनी शिद्दत से चाहा होगा उसे कि आंख मूंदकर उसके पीछे आ गई. उसके लिए वह अपनों को छोड़ आई. घर से भागने से पहले कलेजा तो इसका कांपा होगा. जंगल में अकेले शायद रोई भी होगी, सहमी भी होगी, लेकिन प्यार में बावली इस लड़की को अपनी सुध कहां थी?
पिया मिलन की कल्पना लिए यह पानी में तैरती रही, अंधेरे जंगलों में चलती रही और आखिरकार मंजिल तक पहुंच गई. यह लड़की जंगल में मर भी सकती थी, किसी को पता भी नहीं चलता. कोई बाघ खा सकता था, कोई घड़ियाल पानी में ही निगल सकता था, कोई कीड़ा काट सकता था...लेकिन प्यार में डूबी लड़की को डर सिर्फ इस बात का था कि अगर वह एक लड़का नहीं मिला तो ये जी नहीं पाएगी.
आजकल लोगों के प्यार में ऐसी दिवानगी, ऐसा जुनून कहां देखने को कम ही मिलती है? कई प्रेमियों का प्यार तो बाबू-शोना से आगे बढ़ ही नहीं पाता. जरा सा मौका मिला नहीं कि वे टाटा बोल देते हैं. कौन है भला, जो प्यार के खातिर दरिया को पार करेगा? यहां तो कइयों को दो मील का फासला तय करने में ऑफत आ जाती है. एक समय के बाद शो कॉल्ड प्रेमी जोड़े एक-दूसरे का फोन रिसीव करने में कतराने लगते हैं ऐसे सूखे पड़े प्रेमियों के तपिश के बीच यह लड़की प्यार की बारिश बन बरसी है.
खैर, यह मासूम लड़की जैसे-तैसे भारत के सीमा में घुस गई. इसके बाद वह कोलकाता पहुंची. वहां जाकर वह अपने प्रेमी अभिक मंडल से मिली. जिसकी खातिर उसे इतना कुछ सहा था वह उसकी आंखों के सामने था. उसे देखते की सारी थकान मानों दूर हो गई. कितना तो तड़पी थी वो. प्रेमी भी उसे देखकर हैरान था. उसने भी देरी नहीं की और दोनों ने कालीघाट मंदिर में जाकर शादी कर ली. दोनों काफी खुश थे, लेकिन प्यार में बाधाएं तो आती ही हैं.
लगता है, अभी भी इस लड़की की परीक्षा बाकी है. वैसे भी प्रेमियों को नजर लगना कौन सी नई बात है. यह खबर पुलिस को लग गई. लड़की तो अवैध रूप से भारत में घुसी थी इसलिए उसे सजा तो मिलनी थी.
इसलिए पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर बांग्लादेश हाईकमीशन को सौंप दिया है. अब देखना है कि महबूब से मिलने पहुंची इस लड़की का दर्द कोई समझ पाता है या इसके नसीब में अभी जुदाई ही लिखी है.
कैलाश खेर का यह गाना 'हो गई मैं तेरी दीवानी'…हम इस लड़की को ही सौंपते हैं. इस गाने को पढ़कर आप इस लड़की की हालत को समझ पाएंगे.
प्रीत की लत मोहे ऐसी लागी, हो गई मैं मतवारी...
बल बल जाऊं अपने पिया को, के मैं जाऊं वारी वारी...
मोहे सुध बुध ना रही.…तन मन की,
ये तो जाने दुनिया सारी...
बेबस और लाचार फिरू मैं
हारी मैं दिल हारी...
तेरे नाम से जी लूं, तेरे नाम से मर जाऊं,
तेरी जान के सदके मैं कुछ ऐसा कर जाऊं...
तूने क्या कर डाला मर गई मैं मिट गई मैं,
हो री हा हा री हो गई मैंतेरी दीवानी...
लोगों के बीच इस लड़की की प्रेम कहानी प्रिय हो गई है. वे सच्चे प्यार की दुहाई दे रहे हैं. वहीं कई लोग ऐसे भी हैं जिन्हें लड़की का तैर कर आना बेवकूफी लग रही है. वे इस बात पर हंस रहे हैं. लड़की का मजाक उड़ा रहे हैं. भले ही इन्होंने फेसबुक प्रेम का मजाक बनाया हो लेकिन प्यार ऐसा ही होता है. यह जीवन और मौत के बीच की बात है. वैसे भी जो प्यार में दिमाग लगाए वह प्यार नहीं है.
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.